अभिव्यक्ति
में डॉ. शकुंतला सिरोठिया
की रचनाएँ
संस्मरण में
मेरे
अग्रज डॉ रामकुमार वर्मा
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डॉ. शकुंतला सिरोठिया
जन्म- १५ दिसम्बर १९१५ को
राजस्थान के कोटा नगर में।
शिक्षा- हिंदी में सनातकोत्तर और चित्रकला में डिप्लोमा।
कार्यक्षेत्र-
अध्यापन और लेखन। उत्तर प्रदेश सरकार की शिक्षा संस्थाओं में
२६ वर्ष तक प्रवक्ता के पद पर कार्य करने के बाद अवकाश प्राप्त
किया। आपने शकुन्तला सिरोठिया बाल साहित्य पुरस्कार की स्थापना
कर बाल कथा, गीत, नाटक के क्षेत्र में समर्पित साहित्यकारों के
सम्मानित व प्रेरित करने के साथ ही प्रतिभावान भैया-बहनों के
लिये सम्मेलन बाल-भारती पुरस्कार आरम्भ किया।
प्रकाशित कृतियाँ-
बालगीतों के संग्रह- गाले मुन्ना, चटकीले फूल, नन्हीं चिड़िया,
सोन चिरैया, कारे मेघा पानी दे, गीतों भरी कहानियाँ, आ री
निंदियाँ, शिशुगीत
गीत संग्रह- पंछी गीत
उपन्यास- गंधराज, छोटा यात्री लंबा सफर, जंगली जानवरों के बीच
अकेली लड़की, साहसी रेशमा, नागराज।
नाटक- शिशु नगर।
कहानी संग्रह- फूल का पहरेदार, बेला चली घूमने, गुलमोहर, मैं
दुल्हन लेने आया हूँ, चूजे की छींक, नीना की भेंट, उन्होंने
शिकार खेला।
पुरस्कार व सम्मान-
हिन्दी प्रचारक संस्थान, वाराणसी ने आपके सम्पूर्ण बाल साहित्य
को १९० पृष्ठीय ग्रंथ बाल संसार समग्र (भाग-१) शीर्षक से
प्रकाशित किया है।
बाल साहित्य सर्जना हेतु उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ,
पंजाब कला अकादमी अमृतसर, हिंदी साहित्य सम्मेलन प्रयाग व बाल
कल्याण संस्थान कानपुर सहित अनेक संस्थाओं द्वारा सम्मानित।
निधन- ५ जून २००५
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