अभिव्यक्ति
में
डॉ पद्मेश गुप्त की
रचनायें
कहानी
कशमकश
डेड एण्ड कविताएं अनुभूति
में |
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डॉ पद्मेश गुप्त
जन्मः :
5
जनवरी 1965 को लखनऊ के समाजसेवी एवं प्रतिष्ठित परिवार में जन्म।
शिक्षाः : पीएच
डी, अंग्रेजी , हिन्दी, उर्दू एवं फ्रेंच भाषाओं के जानकार।
कार्यक्षेत्रः
हिन्दी
साहित्य में कहानी, कविता एवं सम्पादन, दूरदर्शन तथा आकाशवाणी
के क्षेत्र
में सक्रिय हैं। मेनचेस्टर
में 1993 में हुए अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन के दो सत्रों हेतु सह
अध्यक्ष चुने गए एवं इस अवसर पर 'हिन्दी भाषा ही भारतीय संस्कृति की
वाहिनी' आलेख की प्रस्तुति। अनेक अम्तर्राष्ट्रीय हिन्दी कार्यक्रमों की
अथ्यक्षता, संयोजन एवं संचालन। यूके में हिन्दी की एकमात्र
साहित्यिक पत्रिका 'पुरवाई' के सम्पादक एवं प्रकाशक। यूके
हिन्दी समिति के अध्यक्ष प्रेस्टन विश्वविद्यालय, लंदन में अमेरिकी
मिडिलसेक्स कैम्पस के कुलपति। प्रमुख
कृतियां व सम्मान
कविता संग्रह
:
आकृति, सागर का पंछी
संपादित: 'दूर
बाग में सोंधी मिट्टी' यह संकलन भारत की स्वाधीनता की स्वर्ण
जयन्ती के उपलक्ष्य में यूके के 25 कवियों द्वारा रचित 50
कविताओं का संग्रह है। इसमें
प्रत्येक कवि की तस्वीर के साथ उनका संक्षिप्त परिचय भी है।
एन आर आई
मदर इन्डिया इन्टरनेशनल एवार्ड 92 से सिविल एविएशन मंत्री भारत
सरकार द्वारा सम्मानित तथा हिन्दी संस्थान द्वारा विदेशों में हिन्दी
प्रचार एवं प्रसार के लिए पुरस्कृत। संपर्क
:
padmeshgupta@hotmail.com |