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अभिव्यक्ति
में लोक बाबू
की रचनाएँ
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कहानी
शिवः माम् मर्षयतु
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लोक
बाबू
जन्म- १० जून १९५४ को मोतीपुर, राजनांदगाँव (छत्तीसगढ़) में।
शिक्षा- एम.काम. एम.ए.
कार्यक्षेत्र-
भिलाई इस्पात संयत्र में प्रबंधन तथा लेखन।
प्रकाशित कृतियाँ-
कहानी संग्रह- टीले पर चाँद, बोधिसत्व भी नहीं आए
उपन्यास- अब लौं नसानी, डींग
संपादन- कहानी संकलन हाथों के दिन, कविता संकलन फौलाद ढालते
हाथों के लिये तथा बालोदवी की गजलों का संग्रह गाँवों का बूढ़ा
बरगद।
सम्मान व पुरस्कार-
उपन्यास अब लौं नसानी को म.प्र. हिंदी साहित्य सम्मेलन का
वागीश्वरी सम्मान
संप्रति-
भिलाई इस्पात संयत्र के शिक्षा विभाग में कनिष्ठ प्रबंधक |