अभिव्यक्ति में
इंदिरा गोस्वामी की
रचनाएँ
साहित्य संगम में- कहानी
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रेतग़ार से परिचय
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इंदिरा गोस्वामी
जन्म :
१४ नवम्बर १९४३, गुवाहाटी (आसाम)
शिक्षा : गुवाहाटी विश्वविद्यालय से असमी में एम.ए. तथा
'माधव कांदले एवं गोस्वामी तुलसीदास की रामायण का
तुलनात्मक अध्ययन' पर पी.एच.डी.। २९ नवम्बर २०११
को उनका देहांत हो गया।
प्रमुख कृतियाँ –
लघुकथा – संग्रह : चिनाकी मरमा, कइना, हृदय एक नदीर नाम,
प्रिय गल्पो।
उपन्यास :
चिनाबेर स्रोत, नीलकंठी ब्रज, अहिरोन ,उने खाओआ
हौदा, दशरथेर पुत्र खोज तथा संस्कार उदयभारनुर चरित्र आदि
(तीन समवेत उपन्यास)
आत्मकथा : आधा लेख दस्तावेज
सम्मान : साहित्य अकादमी पुरस्कार १९८३, असम साहित्य सभा
पुरस्कार १९८८, भारत निर्माण पुरस्कार १९८९, उत्तर प्रदेश
हिंदी संस्थान का सौहार्द्र पुरस्कार १९९२, कमलकुमारी
फाउंडेशन पुरस्कार १९९६, अन्तर्राष्ट्रीय तुलसी पुरस्कार,
फ्लोरिडा (यू.एस.ए.) १९९९ तथा ज्ञानपीठ पुरस्कार से
सम्मानित।
इसके अतिरिक्त "दक्षिणी कामरूप की गाथा" पर आधारित हिंदी
टी.वी. धारावाहिक तथा उक्त उपन्यास पर असमिया में निर्मित
फिल्म "अदाज्य" को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय ज्यूरी
पुरस्कार प्राप्त।
सम्प्रति : दिल्ली विश्वविद्यालय के आधुनिक भारतीय भाषा
विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत। |