अभिव्यक्ति में हरेन्द्र
श्रीवास्तव
की
रचनाएँ
प्रकृति और
पर्यावरण में
धान- मानव सभ्यता
के अस्तित्व का आधार
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हरेन्द्र श्रीवास्तव
जन्म- १८ अगस्त १९९५,
कोरांव-प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में।
शिक्षा- पर्यावरण विज्ञान में स्नातक।
कार्यक्षेत्र-
विन्ध्य इकोलॉजी एण्ड नेचुरल हिस्ट्री फांउडेशन, उत्तर
प्रदेश में पर्यावरण विशेषज्ञ के रूप में कार्यरत।
पर्यावरण से सम्बंधित अनेक लेखों का प्रकाशन। एक दशक से
विज्ञान लेखक के रूप में सक्रिय। सरीसृप, वनस्पति, पक्षी
एवं वन्यजीवों के संरक्षण एवं जागरूकता हेतु एक दशक से
प्रयासरत।
प्रकाशित कृतियाँ-
विज्ञान प्रगति, पुस्तक संस्कृति, प्रकृति दर्शन, कृषक
भारती, वैज्ञानिक, स्रोत फीचर्स, विज्ञान संप्रेषण, बाल
किरण, गाँव की नई आवाज, नवकिरण, अमर उजाला, दैनिक जागरण,
जनसत्ता आदि अनेकों पत्रिकाओं एवं अखबारों में कई विज्ञान
लेख व रचनाएँ प्रकाशित। इसके अतिरिक्त पर्यावरण सम्बन्धी
शोध एवं आब्जर्वेशन जूलाजिकल पोर्टल पर प्रकाशित।
संपर्क-
harendrasrivastava356@gmail.com
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