अभिव्यक्ति
में डॉ. आभा सिंह
की रचनाएँ
व्यंग्य
मॉल की सेल में
मुफ्त का चंदन
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डॉ. आभा
सिंह
जन्म- ४
अप्रैल १९७७ को
शिक्षा- एम.ए. (हिंदी), बी.एड़, नेट (हिंदी), पी.एच.डी
(हिंदी)
कार्य क्षेत्र- वी.एम.वी. कामर्स, जे.एम.टी. आर्टस तथा
जे.जे.पी. साइंस कॉलेज,वर्धमान नगर, नागपुर, महाराष्ट्र,
(भारत) में सह आचार्य एवं प्रमुख (हिंदी विभाग) के पद पर
कार्यरत। लेखन के क्षेत्र में सक्रिय। वे अनेक प्रमुख
साहित्यिक सांस्कृतिक पत्रिकाओं और संस्थाओं के प्रबंध मडल
की सदस्य हैं। अनेक पत्र-पत्रिकाओं के सम्पादक मंडल में भी
वे शामिल हैं।
प्रकाशित कृतियाँ- प्रगतिशील हिंदी काव्य के परिप्रेक्ष्य
में सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के काव्य का अनुशीलन (शोध
प्रबंध)
समीक्षात्मक कृतियाँ- कवि सर्वेश्वर (समीक्षा),
व्यंग्य संग्रह- व्यंग्य का ब्लैकहोल, मुहावरों का
लोकतंत्र, हम अंधन के अंध हमारे
इसके अतिरिक्त जनसंदेश टाइम्स, दैनिक विजय दर्पण,अट्टहास,
चिंतनदिशा, सामान्य जन, रचनाकार, दिवान आदि अनेक पत्र
पत्रिकाओं में समय समय पर लेख, शोध पत्रिकाओं में शोध आलेख
प्रकाशित।
“व्यंग्य का ब्लैकहोल” हेतु 'देवी प्रसाद वर्मा'दिनेश'
स्मृति सम्मान वर्ष singh2abha@gmail.com के लिए.
‘शरद जोशी सम्मान’ वर्ष २०२० - २०२१ हेतु माध्यम साहित्यिक
संस्थान लखनऊ की ओर से।
‘मुहावरों का लोकतंत्र’ व्यंग्य संकलन पर युवा उत्कर्ष
साहित्यिक मंच [न्यास] की ओर से ‘हरिशंकर परसाई सम्मान’
वर्ष 2021 के लिए।
सम्पर्क- singh2abha@gmail.com
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