शिशु का २५वाँ सप्ताह
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इला
गौतम
लुढ़कना पलटना
शिशु अब अपनी गरदन और बाहों की मज़बूत मासपेशियों की अनुमति
से एक तरफ़ लुढ़क सकता है। यह एक ऐसा मील का पत्थर है जो
आपको भयभीत भी करेगा और मनोरंजित भी। हो सकता है कि शिशु
लुढ़कने को भूमि परिवाहन के प्राथमिक तरीके की तरह अपना ले
या फिर इसे पूरी तरह छोड़कर सीधा बैठने, और घुटने के बल
चलने की ओर बढ़ जाए। जब तक शिशु नए-नए कौशल प्राप्त कर रहा
है, चारों ओर जो चल रहा है उसमें रूचि दिखा रहा है और अपने
वातावरण की खोज कर रहा है, तब तक चिन्ता की कोई बात नही
है।
लुढ़कना शिशु के लिए एक बहुत ही मज़ेदार क्रिया होती है
लेकिन माँ के लिए उतनी ही डरावनी। शिशु का डाईपर बदलते समय
हमेशा एक हाथ शिशु पर रखें और उसे कभी भी बिस्तर या किसी
ऊँची सतह पर अकेला न छोड़ें।
सामाजिकता का प्रारंभ
इस उम्र में शिशु ना सिर्फ़ दूसरों का ध्यान खींचता है
बल्कि दूसरों की ओर आकर्षित भी होता है। हालाँकि अपरिचितों
से मिलने जुलने की शुरूआत हो गई है लेकिन अभी भी वह काफ़ी
अव्यवस्थित है। सम्भावना है कि जो भी शिशु के पास स्वागत
करती आँखों और एक मुस्कान के साथ आएगा वह तुरंत शिशु का
दोस्त बन जाएगा। चिन्ता न करें - शिशु को अभी भी माँ के
प्यार की बहुत ज़रूरत और लालसा है।
शिशु
यह भी सीख रहा है कि उसका व्यवहार, जो आपको पसंद है और जो
नापसंद है वह भी, आपका ध्यान उसकी ओर खीचता है। इसलिए अब
से (और आने वाले कई सालों तक) वह आपका ध्यान अपनी ओर
खींचने के लिए कुछ भी करेगा। अभी तो उसकी सारी हरकतें
प्यारी लगती है, लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा होगा, उसकी
शैतानियाँ बढ़ती जाएँगी ताकि आप उत्तेजित होकर कोई
प्रतिक्रिया करें। बस शिशु के हर अच्छे काम पर उसको
सकारात्मक प्रतिक्रिया देना हमेशा याद रखें। यह शिशु को
सही और गलत सिखाने का सबसे अच्छा तरीका है।
एक बात तो साफ़ हैः शिशु ध्यान पाने के लिए रोने के अलावा
भी और तरीकों का उपयोग करने लगा है। हो सकता है कि आप उसे
तरह-तरह की आवाज़ें निकालते हुए और थूक बाहर निकालते हुए
देखें। आने वाले तीन महीनों में शिशु एक विशिष्ट वैयक्तिक
तरीका विकसित कर लेगा आपको यह बताने का कि वह क्या सोच रहा
है और उसे क्या चाहिए।
पेट की देखभाल
शिशु के ज़रा सा भी ठोस आहार लेना शुरू करते ही उसके मल का
रंग और दुर्गन्ध बदल जाएगी। यह सामान्य बात है। यदि शिशु
का मल अधिक सख्त हो तो उसे दूसरे फल और सब्ज़ियाँ, ओटमील या
जौ के सीरियल खिलाएँ। याद रखें चावल का सीरियल, केला, और
सेब के सॉस से शिशु को कब्ज़ियत हो सकती है।
खेल खेल खेल-
इस
सप्ताह शिशु के साथ नीचे दिये गए खेल खेले जा सकते हैं-
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चम्मच का हवाई जहाज़ - अब शिशु ठोस आहार लेने लगा है
इसलिए उसके साथ यह खेल खेला जा सकता है। चम्मच को नीचे
से ऊपर लाएँ और कहें "यह आया हवाई जहाज़" और चम्मच को
शीशु के मुँह में ले जाएँ।
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ताली
ताली - इस समय के आस पास शिशु को यह आभास होगा कि वह
अपने दोनो हाथ साथ में जोड़ सकता है और यही क्रिया ज़ोर
से करने पर आवाज़ आती है। शिशु को ज़मीन पर बिठाकर उसके
सामने पलन्थी मारकर बैठ जाएँ। फिर उसके साथ गाना गा कर
साथ में ताली बजाएँ फिर देखिए वह कैसे आपकी नकल बनाता
है।
याद रखें, हर बच्चा अलग होता है
सभी
बच्चे अलग होते हैं और अपनी गति से बढते हैं। विकास के
दिशा निर्देश केवल यह बताते हैं कि शिशु में क्या सिद्ध
करने की संभावना है - यदि अभी नही तो बहुत जल्द। ध्यान
रखें कि समय से पहले पैदा हुए बच्चे सभी र्कियाएँ करने में
ज़्यादा वक्त लेते हैं। यदि माँ को बच्चे के स्वास्थ
सम्बन्धित कोई भी प्रश्न हो तो उसे अपने स्वास्थ्य केंद्र
की सहायता लेनी चाहिए।
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