वर्ग
पहेली कैसे भरें
गोपालकृष्ण भट्ट आकुल
वर्ग
पहेली में सफेद वर्गों को भरा जाना है। काले वर्ग खाली
रखने हैं। पहले वर्ग से आरंभ होने वाले शब्द के पूरा
होने के बाद वाला वर्ग काले रंग का होगा। यदि कोई शब्द
वर्ग में कहीं बीच से आरंभ हो रहा है तो शब्दो के पहले
काला वर्ग होगा अंतिम अक्षर के बाद काला वर्ग भी काला
होगा। जिस प्रकार बायें से दायें में शब्दों का प्रयोग
होगा, वैसे ही ऊपर से नीचे भी शब्द लिखे व भरे जाएँगे।
सफेद वर्ग यह दर्शाते हैं, कि शब्द कितने अक्षरों का
है?
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एक वर्ग से दूसरे वर्ग तक जाने के लिये
'टैब की'
का प्रयोग किया जा सकता है।
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हिंदी वर्ग पहेली में वर्ग के अंदर शब्दों को दो
प्रकार से लिखा जाता है। पूर्ण अक्षर जैसे चार अक्षर
का - ‘परिचय’ शब्द है तो प्रत्येक वर्ग में एक-एक
अक्षर आयेगा जैसे प, रि, च, य। संयुक्त अक्षर जैसे
पाँच अक्षर का कोई शब्द है- कृतसंकल्प, इसे वर्ग पहेली
में प्रत्येक वर्ग में एक-एक अक्षर कृ, त, सं, क, ल्प
लिखेंगे। ‘पश्चात्’ शब्द को प, श्चा, त् तीन वर्ग में
प्रत्येक अक्षर और संयुक्ताक्षर को लिखेंगे।
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इस वर्ग पहेली में चंद्र बिंदु का ध्यान रखा गया
है लेकिन क ख ग फ और ज आदि में नीचे की बिंदी को
शामिल नहीं किया गया है। उदाहरण के लिये कमीज़ को
कमीज लिखा जाएगा।
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वर्ग पहेली के शब्दों का अनुमान या संकेत देने वाले
वाक्य (संकेतक) दो प्रकार के है। बायें से दायें और
ऊपर से नीचे। संकेतक के बाद कोष्ठ में शब्द की संख्या
दी गई है, पाँच अक्षर का कोई शब्द यदि समपूर्ण शब्द है
तो कोष्ठक में (५) लिख दिया जाता है। दो-तीन या तीन-दो
के जोड़े वाला शब्द है तो शब्द संकेतक के साथ कोष्ठक
में (२, ३) अथवा (३,२) लिख दिया जाता है। उदाहरण के
लिये ‘कृत संकल्प’ के लिए दृढ़ निश्चय (२, ३) लिखा
जाएगा।
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यहाँ प्रस्तुत वर्ग पहेली में शब्दकोश तथा सामान्य
ज्ञान के शब्दों को साथ मिला कर ज्ञानवर्द्धक बनाया
गया है।
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वर्ग पहेली शब्दों से प्रेम रखने वालों के लिये एक
रोचक खेल है। भरते समय पहले वर्ग पहेली के शब्द
संदर्भों को पूरी तरह से पढ़ लेना चाहिए और जिस शब्द के
अर्थ पर पूरा भरोसा हो कि उसका अर्थ, वर्ग के हिसाब से
उस शब्द से मेल खा रहा है तो वहीं से वर्ग पहेली भरना
आरंभ करना चाहिए। फिर वर्ग से वर्ग जुड़ते हुए शब्द,
वर्ग पहेली को धीरे धीरे अपने आप भरते चले जाते हैं।
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वर्ग पहेली भरने में एक अच्छा हिंदी से हिंदी शब्दार्थ
वाला शब्दकोश खरीदना लाभदायक हो सकता है। इससे दो लाभ
होते हैं। शब्दकोश को देखने का अभ्यास होता है और नए
नए शब्द सीखने को मिलते हैं। इससे वर्ग पहेली भरने का
आनंद भी बढ़ जाता है। डॉ. हरदेव बाहरी, केदारनाथ भट्ट,
रामशंकर शुक्ल ‘रसाल’, वामन शिवराम आप्टे, नागरी
प्रचारणी सभा के शब्द सागर तथा ज्ञानमंडल लिमिटेड
बृहत् हिंदी शब्दोकोश अच्छे शब्दकोशों में से हैं।
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हिंदी शब्द कोश में शब्द संयोजन निम्न प्रकार होता
है- अं अ:, अ आ, इ, ई, उ, ऊ, ॠ ए, ऐ, ओ, औ एक व्यंजन ‘क’ के लिए शब्दकोश में इस प्रकार शब्दों का
क्रम इस प्रकार होता है- कं क:, क, का, कि, की, कु, कू, कृ, के, कै, को, कौ,
क्य (अं से औ तक), क्र(अं से औ तक) क्ल (अं से औ तक),
क्व (अं से औ तक), क्ष् क्ष (अं से औ तक) से बनने वाले
शब्दों के अर्थ शब्दशकोश में संयोजित होते हैं।
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व्यंजन में निम्न वर्ग परिभाषित हैं-
क वर्ग में- क, क्ष, ख ग घ (ड़) च वर्ग- च, छ ज, ज्ञ, झ,
(ञ) ट वर्ग- ट, ठ ड, ढ (ढ़), (ण) त वर्ग- त, थ, द, ध, न
प वर्ग- प, फ, ब, भ, म और तत्पश्चात् य, र, ल, व, श, स, ह को लिया गया है। ड़,
ढ़, ञ, ण, से कोई शब्दर आरंभ नहीं होते। क्ष को क वर्ग
में तथा ज्ञ को ज वर्ग में लिया गया है।
१ नवंबर
२०१० |