| 'प्रवासिनी
                            के बोल' का विमोचन | 
            
                        
                          |  डा
                            .अंजना संधीर द्वारा संपादित "प्रवासिनी के
                            बोल" कविता संग्रह का विमोचन क्वीन्स
                            लाइब्रेरी में शनिवार 9 दिसंबर को दोपहर तीन
                            बजे होना निश्चित हुआ है। इस अवसर पर पुस्तक
                            में सम्मिलित कवयित्रियों के काव्यपाठ का भी
                            आयोजन किया गया है। यह कार्यक्रम निःशुल्क
                            है। अधिक
                            जानकारी के लिए अंग्रेज़ी या हिंदी में इस
                            नंबर पर संपर्क किया जा सकता है :
                            1718/9900883 इस संकलन के
                            प्रथम भाग में
                            81 कवयित्रियों
                            का सचित्र परिचय, कविताएं व रचना प्रक्रिया
                            प्रकाशित हैं,  द्वितीय भाग में 33
                            प्रतिभाशाली महिला रचनाकारों का सचित्र परिचय
                            है तथा तृतीय भाग में भारतीय अमरीकी
                            महिलाओं द्वारा अब तक प्रकाशित पुस्तकों की सूची
                            दी गई है। यह पुस्तक अमरीका के विभिन्न भागों
                            में रहने वाली प्रवासी भारतीय अमरीकी
                            महिलाओं की हिंदी कविताओं का प्रथम संदर्भ
                            ग्रंथ है। इस दृष्टि से इसे अमरीका में हिंदी
                            साहित्य का एक प्रमाणिक दस्तावेज़ माना जा सकता
                            है।
            
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                          | तेजेंद्र
                            शर्मा के नेपाली कहानी संग्रह 'पासपोर्ट का
                            रङहरू' का विमोचन | 
            
                        
                          |  लंदन स्थित
                            नेपाली साहित्य विकास परिषद, यू .के .ने हाल
                            ही में पश्चिम लंदन के एक्टन क्षेत्र में स्थित
                            क्वीन्सलैंड कालेज के सभागार में नेपाली के
                            महाकवि लक्ष्मी प्रसाद देवकोटा की 98वीं जन्म
                            जयंती बहुत उत्साह-पूर्वक मनाई।
  आयोजन के
                            दौरान यू .के .के प्रख्यात हिंदी कथाकार एवं कथा
                            यू .के .के महासचिव तेजेंद्र शर्मा के कहानी
                            संग्रह 'पासपोर्ट का रङहरू' का विमोचन भी किया
                            गया। पुस्तक का विमोचन करते हुए प्रमुख अतिथि
                            यति संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष चिरंजीवी ढकाल
                            ने कहा, "विलियम शेक्सपीयर की
                            जन्मस्थली में हिंदी के प्रखर ब्रिटिश कहानीकार
                            तेजेंद्र शर्मा के नेपाली में अनूदित कथा
                            संग्रह 'पासपोर्ट का रङहरू' का विमोचन करके हम
                            अपने महाकवि देवकोटा को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित
                            कर रहे हैं। हमारे लिए यह एक राष्ट्र-महत्व का
                            अवसर है।"
            
                             | 
            
                        
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                          | नार्वे
                            में 18वां अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव
            
                             | 
            
                        
                          |  भारतनार्वे
                            सूचना और सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में 2
                            सितंबर 2006 को यूथ सेंटर, ओसलो में
                            18वां अंतर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सव कविता,
                            संगीत, नृत्य, व्याख्यान और पुरस्कार वितरण
                            डॉ सुरेशचंद्र शुक्ल की अध्यक्षता में संपन्न
                            हुआ। मुख्य
                            अतिथि थे नार्वे और आइसलैंड में भारतीय
                            राजदूत महेश सचदेव, विशेष अतिथि थे
                            सांसद और वित्त मंत्रालय के सदस्य हाइकी
                            होलमोस, संचालन किया ऊला अनुपम नें,
                            मंच सज्जा और ध्वनि आरिल सोरूम की थी,
                            व्यवस्था संचालन संगीता सीमोनसेन शुक्ला
                            का और स्वागत माया भारती, धनीराम और
                            सिगरीद मारिये रेफसुम ने किया।
  इस
                            अवसर पर भारतनार्वे सूचना और सांस्कृतिक
                            फोरम ने चार पुरस्कार वितरित किए। सेतु सम्मान
                            पुरस्कार भारतीय राजदूत महेश सचदेव को, संस्कृति
                            पुरस्कार नार्वेजीय कवियित्री और कलाकार इंगेर
                            मारिये लिल्लेएंगेन को, साहित्य पुरस्कार यू
                            .के .में कवि और कैंब्रिज विश्वविद्यालय के
                            प्रवक्ता डा .सत्येन्द्र श्रीवास्तव को और कला
                            पुरस्कार भारत से आए कलाकार (चित्रकार) और
                            कलाविद्यालय के प्रधानाचार्य गोविंदर सोहल
                            को ससम्मान प्रदान किया गया। फोरम
                            अक्तूबर के अंतिम सप्ताह अथवा नवंबर में
                            ओस्लो में "स्कैंडिनेविया में हिंदी"
                            पर एक सेमिनार और कविसम्मेलन आयोजित कर
                            रही है।  माया भारती
            
                             | 
            
                          
                            | 
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                            | सुरेशचंद्र
                              शुक्ल पंजाब और दिल्ली में पुरस्कृत
            
                               | 
            
                          
                            |  पंजाब हिंदी
                              संस्थान और पंजाब हिंदी परिषद ने
                              सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद आलोक' को राष्ट्रीय
                              हिंदी दिवस 14 सितंबर को पटियाला
                              विश्वविद्यालय पुस्तकालय, लुधियाना में
                              कहानी लेखन के लिए पुरस्कृत किया। यह
                              पुरस्कार गुरूकुल कांगड़ी के कुलपति प्रो .स्वतंत्र
                              कुमार, लुधियाना के एस .एस .पी श्री ए ..एस
                              .राय और पंजाब हिंदी परिषद के यशपाल
                              बांगिया ने संयुक्त रूप से प्रदान किया।
 16
                              सितंबर को त्रिवेणी सभागार, मंडीहाउस
                              दिल्ली में 'परिवर्तन' सांस्कृतिकसामाजिक
                              संस्था की ओर से सुरेशचंद्र शुक्ल 'शरद
                              आलोक' को हिंदी दिवस पखवाड़ा के अवसर पर
                              पूर्व केंद्र मंत्रियों और राज्यपाल भीष्म
                              नारायण सिंह और चतुरानन मिश्र तथा डा
                              .श्याम सिंह शशि द्वारा संयुक्त रूप से
                              विदेशों में हिंदी पत्रकारिता पर पुरस्कार प्रदान
                              किया। 
            
                               | 
            
                          
                            | 
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                            | कथा
                              यू .के .द्वारा लंदन में कथा गोष्ठी
            
                               | 
            
                          
                            |  कथा यू .के .द्वारा
                              लंदन के साउथहॉल क्षेत्र में विश्व हिंदु केंद्र
                              में आयोजित कथा गोष्ठी के अवसर पर डा
                              .गौतम सचदेव एवं दिव्या माथुर ने
                              अपनीअपनी कहानियों का पाठ किया। जहां
                              गौतम सचदेव ने अपनी कहानी 'खंडहर' और
                              'वह स्टुपिड' का पाठ स्वयं किया वहीं दिव्या
                              माथुर की संवादात्मक कहानी 'तुम नहीं
                              सुधरोगी' के पाठ में फ़िल्म पत्रकार एवं संपादक
                              ललित मोहन जोशी ने उनका साथ दिया।
                              दोनों कहानियों की विषय, भाषा एवं
                              अदायगी के लिए ख़ासी तारीफ़ की गई।
  कार्यक्रम
                              के अध्यक्ष थे भारतीय उच्चायोग में हिंदी एवं
                              संस्कृति अधिकारी श्री राकेश दुबे। कार्यक्रम की
                              शुरूआत में संस्था के महासचिव तेजेंद्र
                              शर्मा ने सभी उपस्थित मेहमानों का स्वागत
                              किया और कथा यू .के .की गतिविधियों से
                              परिचय करवाया।
            
                               | 
            
                          
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                              सूरज
                              प्रकाश द्वारा अनूदित चार्ली चैप्लिन की आत्मकथा
                              के हिंदी अनुवाद का लोकार्पण
            
                               | 
            
                          
                            |  चार्ली
                              चैप्लिन की आत्मकथा एक महान अभिनेता के
                              जीवन का महाकाव्य है और सूरज प्रकाश ने
                              इसका हिंदी में अनुवाद करके हिंदी जगत को एक
                              बहुत बड़ी सौग़ात दी है। चार्ली ने परदे पर
                              अपने मूक अभिनय के ज़रिए जो कुछ भी साकार
                              किया वह उनके अपने जीवन का सच था। टै्रंप
                              का बाना धारण करके चार्ली मज़ाकमज़ाक
                              में अपनी ज़िंदगी के सारे कड़वे और मीठे
                              सच हमारे साथ बांटते चलते हैं और हम
                              जान भी नहीं पाते कि चार्ली की इस हंसी
                              ठिठोली के पीछे कितनी करूणा छिपी है। उक्त
                              विचार प्रख्यात साहित्यकार और फ़िल्मकार वेद
                              राही ने 4 नवंबर 06 को मुंबई में भंवस
                              कल्चरल सेंटर की ओर से सूरज प्रकाश द्वारा
                              अनूदित चार्ली चैप्लिन की आत्मकथा के हिंदी
                              अनुवाद के लोकार्पण के अवसर पर व्यक्त किए।
                              कार्यक्रम में चार्ली चैपलिन के जीवन से
                              संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अत्यंत
                              सफल प्रदर्शन लगभग 3 घंटे तक चलता रहा।
                              कार्यक्रम में अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित
                              थे।
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                            | 
                              ग़ज़ल,
                              गीत एवं लोकगीतों का विमोचन
            
                               | 
            
                          
                            | 
                               एशियन कम्यूनिटी
                              आटर्स ने हाल ही में मेडनहैड निवासी गायक
                              शमील चौहान के म्यू़िज़क सी .डी .
                              कलेक्शन ऑफ़ शमील  ग़ज़ल, गीत एंड फ़ोक
                               का भव्य विमोचन कार्यक्रम हॉलीडे-इन
                              होटल, रीजेंट पार्क में आयोजित किया। सी
                              .डी .का विमोचन भारतीय मूल के
                              जानेमाने उद्योगपति श्री जी .के .नून ने
                              किया। कार्यक्रम के आरंभ में एशियन
                              कम्यूनिटी आटर्स की अध्यक्षा श्रीमती ज़किया
                              जुबैरी ने सभी गणमान्य अतिथियों का
                              स्वागत किया और संस्था परिचय दिया। सी .डी .में
                              जिगर मुरादाबादी, अहमद, फराज़, एवं कतील
                              शिफ़ाई की ग़ज़लें एवं लोक संगीत से
                              जुगनी व लोकप्रिय गीत दमादम मस्त कलंदर
                              शामिल हैं। कार्यक्रम में अन्य लोगों के
                              अतिरिक्त श्रीमती मोहिनी नून, ए .आर .वाई
                              .के अध्यक्ष ताहिर मेमन, मॉरीशस के
                              उच्चायुक्त हबीब बैंक ए .जी . ज्यूरिख के श्री
                              सलीम जुबैरी, श्री इकबाल कादवानी श्री
                              कौसर काज़मी, श्री नय्यर, जैदी, पाकिस्तान
                              के भूतपूर्व मंत्री सय्यद, गौस अली शाह,
                              हुसैन लवाई, सॉलिसिटर विजय शर्मा एवं
                              डेम उषा शर्मा व ज़ेबा जैदी उपस्थित थे।
            
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