फुलवारी

<

खाने का समय

>

यह खाने का समय है,-माँ ने गरम गरम रोटियाँ बनाई हैं, साथ में गाजर और मटर की सब्जी भी है। ओहो! खिचड़ी भी बनी है गीतू को खिचड़ी पसंद है और मीतू को रोटी के साथ गाजर की सब्जी। दोनो के लिये एक एक कटोरी में दही भी है।

गीतू को खिचड़ी के साथ दही खाना अच्छा लगता है। मीतू को दही में चीनी डालकर खाना अच्छा लगता है।

माँ ने कहा,-"सब चीजें खाना जरूरी है--एक रोटी,-थोड़ी-सी सब्जी,-थोड़ा-सा दही और थोड़ी-सी खिचड़ी। सब कुछ खाना स्वास्थ्य के लिये अच्छा है। जो बच्चे सब कुछ खाते हैं वे ही बलवान बनते हैं।"

"तो फिर माँ आइसक्रीम भी थोड़ी-सी खानी चाहिये?" गीतू ने पूछा। माँ ने कहा,-"आइसक्रीम कभी-कभी खाते हैं।"

- पूर्णिमा वर्मन

६ मई २०१३

1

1
मुखपृष्ठ पुरालेख तिथि अनुसार । पुरालेख विषयानुसार । अपनी प्रतिक्रिया  लिखें / पढ़े
1
1

© सर्वाधिका सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक
सोमवार को परिवर्धित होती है।