माँ कहती
हैं कि चिट्ठी को पत्र भी कहते हैं। देखो चिट्ठी वाले
डिब्बे पर पत्र लिखा है न?
अलग अलग
देशों में चिट्ठियों के डिब्बे अलग अलग तरह के होते हैं।
अधिकतर देशों में डाकखानों के चिट्ठी वाले डिब्बे लाल होते
हैं। कुछ में अलग रंगों के भी होते हैं।
घर में
भी चिट्ठियों के डिब्बे होते हैं। इनके रंग और आकार अलग
होते हैं। घर के चिट्ठी वाले डिब्बे में हमारी चिट्ठी आती
है। चिट्ठी वाले डिब्बे को पत्र-पेटी कहते हैं। जिनको
हिन्दी नाम नहीं पता होता वे लेटर-बाक्स कहते हैं।
डाकिया
जब चिट्ठी लाता है तब अगर हम घर में न हों तो वह उसे
पत्र-पेटी में रख देता है। जब हम घर आते हैं तब उसमें से
अपनी चिट्ठी निकाल लेते हैं।
गीतू के
घर में पत्र-पेटी नारंगी रंग की है। आज उसमें नानी का पत्र
आया है। उसे पाकर गीतू खुश है।
- पूर्णिमा
वर्मन |