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अभिव्यक्ति
में धर्मपाल महेन्द्र जैन
की रचनाएँ

व्यंग्य
में
गणतंत्र के
तोते
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धर्मपाल
महेंद्र जैन
जन्म- १९५२
शिक्षा- भौतिकी; हिन्दी एवं अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर
प्रकाशित कृतियाँ-
व्यंग्य संग्रह- “गणतंत्र के तोते”, “डॉलर का नोट”, “भीड़
और भेड़िए”, “इमोजी की मौज में ”, “दिमाग वालो सावधान” एवं
“सर क्यों दाँत फाड़ रहा है”
कविता संग्रह- “अधलिखे पन्ने ”, “कुछ सम कुछ विषम”, “इस
समय तक” (कविता संकलन) प्रकाशित। तीस से अधिक साझा संकलनों
में सहभागिता।
स्तंभ लेखन- चाणक्य वार्ता (पाक्षिक), सेतु (मासिक), विश्व
गाथा एवं विश्वा में व्यंग्य।
सम्पर्क-
dharmtoronto@gmail.com
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