मुखपृष्ठ

पुरालेख-तिथि-अनुसार -पुरालेख-विषयानुसार -हिंदी-लिंक -हमारे-लेखक -लेखकों से


घर-परिवार जीवन शैली - स्वास्थ्य


दिल की आवाज सुनो

बारह उपाय जो रखें आपके दिल की सेहत को दुरुस्त
(संकलित)
 


१०- डाक्टर की सलाह मानें
जब तक सीने में दर्द, दिल का दौरा या स्ट्रोक न हो तब तक आमतौर पर उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्रॉल के कोई लक्षण पता नहीं चलते हैं। इसीलिए अगर आपको उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) या हाइपरलिपिडिमिया (उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च ट्राइग्लिसराइड्स) है - तो यह जरूरी है कि आप अपनी दवा को डाक्टर द्वारा निर्धारित तरीके से लें, भले ही आप ठीक ही क्यों न महसूस कर रहे हों।
यदि आप ४० वर्ष से अधिक उम्र के हैं, तो आपको अपने रक्तचाप को कम से कम वार्षिक रूप से अपने डॉक्टर से जाँच करवाना चाहिये। किसी किसी समय अधिक बार अगर आपका डॉक्टर यह निर्धारित करता है कि आपको इसकी आवश्यकता है।

पुरुषों को कम से कम ३५ साल की उम्र में उच्च कोलेस्ट्रॉल और महिलाओं को ४५ वर्ष की उम्र में यह जाँच करवा लेनी चाहिये। लेकिन अगर मधुमेह, धूम्रपान, उच्च रक्तचाप या हृदय रोग का एक मजबूत पारिवारिक इतिहास मौजूद हैं तो डाक्टर की सलाह से पहले भी जाँच करवाई जा सकती है। हृदय के "तनाव परीक्षण" (स्ट्रेस टेस्ट) की आवश्यकता के बारे में भी डॉक्टर से पूछें। यदि डॉक्टर रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए दवाओं को निर्धारित करते हैं, तो उन्हें लेना महत्वपूर्ण है। याद रखें, हृदय रोग से अक्सर "मूक हत्यारा" होता है।

. . . . . . . . १०.

१ अक्तूबर २०२०

1

1
मुखपृष्ठ पुरालेख तिथि अनुसार । पुरालेख विषयानुसार । अपनी प्रतिक्रिया  लिखें / पढ़े
1
1

© सर्वाधिका सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक
सोमवार को परिवर्धित होती है।