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						 सात बातें जिनके लिये झिझक नहीं होनी चाहिये
 कुछ उपयोगी सुझाव (संकलित)
   
 
						
						१- अपनी देखभाल 
						कहा जाता है कि अपने को भूलकर परोपकार में लगे रहना ही 
						सबसे उत्तम जीवन शैली हैं, लेकिन आजकल के तनावपूर्ण जीवन 
						में यह जीवन शैली अक्सर सही नहीं बैठती है। तमाम सारे 
						कामों में व्यस्त रहना अच्छी बात है लेकिन व्यस्तता में 
						स्वयं को भूल जाना कोई अच्छी बात नहीं। सुबह सवेरे जब 
						दर्पण में चेहरा देखें तो सदा की भाँति इसे गौरवपूर्ण, 
						दैदीप्यमान दिखना आवश्यक है। जो लोग काम, परिवार, 
						परेशानियों के चक्कर में अपने को भूल जाते हैं उन्हें अंत 
						में निराशा का सामना करना पड़ सकता है। अपना स्वास्थ्य, 
						अपना सौदर्य और अपने परिधान पर ध्यान देने में झिझकें 
						नहीं। क्यों कि यह गौरव और आत्मसम्मान का परिचायक है और एक 
						गौरवान्वित व्यक्ति ही डटकर कठिनाइयों का सामना कर सकता 
						है, घर और परिवार की मदद कर सकता है। याद रखें कि हर चीज 
						का आरंभ स्वयं से ही होता है, इसलिये स्वयं पर ठीक से 
						ध्यान दें ताकि इसके लिये कभी दूसरों के सामने झिझक न हो। (अगले अंक 
						में दूसरा सुझाव) 
						२८ 
						अप्रैल १९१४ |