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हास्य व्यंग्य

 

वसंत और वेलेन्टाइन डे
- रत्नेश मिश्र
 


वसंत और वेलेंटाइन दोनों का, अंग्रेजी में विजय का संकेत ‘वी’ एक ही है जो अक्सर नेता चुनाव परिणाम आने से पहले ही दिखाने लगते हैं। इन दोनों का चोली दामन का साथ है। कभी वेलेंटाइन आगे तो कभी वसंत पीछे। बस यों समझ लो जैसे दिल्ली की सड़कों पर आगे ट्रैक्टर पीछे ट्राली। कई बार इतना ताम झाम, शोरगुल, हो हुल्लड़, बाजार में रौनक वगैरा, हमारे किसी राष्ट्रीय या धार्मिक उत्सव पर नहीं दिखाई देती जितनी श्रद्धा ढाई आखर के प्रेम दिवस पर नजर आती है। महान संत वेलेंटाइन के चरण चूमने को दिल मचल उठता है। वैसे तो हमारे अपने भी कई संत, इस फील्ड में किसी से कम माहिर नहीं जिन्होंने पूरे संसार को प्रेम के संदेशों से नवाजा है परंतु विदेशी संतों को ही पूजा जा रहा है। कहते हैं न- घर जोगी जोगड़ा आन गाँव का सिद्ध।

हमारे कैलेंडर में १४ तारीख का बहुत महत्व है। हर महीने की १४ तारीख को कुछ न कुछ लगा ही रहता है। छोटे थे तो १४ जनवरी को घर पर जल्दी उठा दिया जाता था। उठो आज मकर संक्राति है, सूर्य को जल दो। खिचड़ी और तिल को हाथ लगा कर दान दे आओ। जरा उम्र खिसकी तो १४ नवंबर का अर्थ हो गया चाचा नेहरू जिंदाबाद। स्कूल से कालेज आए तो १४ सितंबर हो गया हिंदी डे। मनाओ भइया। हिंदी दिवस को पूरी अंग्रेजियत से सरकारी खर्चें पर मनाओ। जवां हुए तो १४ फरवरी के आजाद वेलेंटाइन डे की खासियत समझ आने लगी। पूरा साल इजहारे इश्क न कर पाए तो इस दिन बेबाक होकर कह सकते हैं- आई लव यू या ...शार्ट में गा सकते हैं ईलू ईलू। और किसी साल १४ फरवरी को महाशिवरात्रि पड़ जाए तो सब गुड़ गोबर हो जाता है। संडे पड़ जाए तो हर कोई मन की बात उससे भी कर लेता है जिसका मुंह भी नहीं देखना चाहता।

थोड़े और बड़े हुए तो पता चला ये कम्बख़्त १४ तारीख किसी भी महीने क्यों न आए, कुछ न कुछ मनवा के ही जाती है। १४ जनवरी- कैंडल डे, १४ मार्च- व्हाईट डे, १४ अप्रैल- ब्लैक डे, १४ मई - रोज़ डे, १४ जून - किस डे, जुलाई की १४ को सिल्वर डे, और अगस्त का यही दिन कहलाया- ग्रीन डे। सितंबर १४ को हमारा हिंदी डे तो अंग्रेजों ने डिक्लेयर कर दिया- म्युजिक डे, यानी गाना बजाना हो जाए। सबका ख्याल रखा गया है हर महीने की १४ को। अक्तूबर को टुन्न दिवस यानी वाइन डे। चाचा नेहरू का १४ नवंबर पश्चिमी देशों में मूवी डे कहलाता है। दिसंबर की १४ को ‘हग’ डे कहा गया है। हमारे गाँव की भाषा में इसका मतलब कुछ और है परंतु अंग्रेज इसे गले लगाने का दिन मानते हैं। भारत में यदि यह हग डे वेलेंटाइन की तरह पापुलर हो गया तो आस पड़ोस में तबाही मच जाएगी। रेलवे ट्रैक दिल्ली से लेकर झुमरी तलैय्या तक और महक उठेंगे। गले मिलने का लायसेंस मिल जाएगा।

इस दिन का एक फायदा और भी है। धर्म, संस्कृति के नाम पर जोर आजमाइश का भी फुल मौका मिल जाता है। हुल्लड़ बाजों को होली सा माहौल एक महीने पहले ही दिख जाता है। सोलह साल से लेकर ७० साल तक के बिना दाँत -बिना आँत वाले प्रेमी भी फुली चार्ज हो जाते हैं। टी वी चैनलों को लव गुरुओं के इंटरव्यू लेने और पूरे दिन वेलेंटाइन डे के फायदे नुक्सान गिनाने के लिए च्युंगम की तरह बहस खींचने का शुभ अवसर मिल जाता है। वेलेंटाइ डे से जुड़े अजीबोगरीब चुटकुले सुनाने का दिन भी तो यही है।

इस दिन की पूर्व संध्या पर, एक लड़की स्टेशनरी की दूकान पर गई और पूछने लगी, भइया कोई ऐसा कार्ड आया है जिसमें लिखा हो -यू आर माई फर्स्ट एंड लास्ट वेलेंटाइन। दुकानदार ने कहा, आया है। लड़की बोली बस ५० पैक कर दो। उसका काम तो हो गया। लेकिन हमारे एक वकील साहब का धंधा, कोरोना ने कर दिया था मंदा। उन्होंने भी अलग किस्म के रंग बिरंगे फूलों वाले ५० कार्ड पैक करवा लिए। दुकानदार को समझ नहीं आया कि लड़की ने ५० लिए तो बात समझ आती है लेकिन ये वकील साहब, इस उम्र में किस-किस को भेजेंगे? वकील साहब ने इसका रहस्य बताने की फीस चार्ज करते हुए, ५० की बजाए ६० देने को कहा। दुकानदार मान गया क्योंकि जमाना व्हाट्स एप का है। कार्ड वार्ड तो वैसे भी धूल ही चाट रहे थे। वकील साहब ने बताया कि पिछली बार उन्होंने ऐसे २५ कार्ड लेकर पॉश कालोनियों में पोस्ट कर दिए थे। भेजने वाले की जगह लिखा था - तुम्हारी जान! पहचान गए! शाम को मिलो सैक्टर १७ में। लव यू स्वीट हार्ट! बस १४ मार्च तक १४ केस तलाक के मिल गए थे। इस बार कोरोना जैसी आपदा में डूबे धंधे को रास्ते पर लाने का यही फार्मूला आजमाया है।

इसी तरह एक और घटना घटी। एक श्रीमती जी ने वेलेंटाइन डे से एक दिन पहले, पति से कहा- डियर मैने सपने में देखा कि तुम मेरे लिए १४ फरवरी को एक नेकलेस लेकर आए हो। इस सपने का क्या मतलब हो सकता है? पति महोदय ने कहा कि कल बताऊँगा। अगले दिन वे एक बड़ा सा खूबसूरत रंग बिरंगा बॉक्स लेकर आए। श्रीमती जी ने जब डिब्बे की कई परतें खोलीं तो उसमें एक बढ़िया सी पुस्तक निकली जिसका नाम था- सपनों की हकीकत। एक पति ने पत्नी से कहा डियर तुम्हारे गले के लिए आज एक उपहार लाया हूँ, और उसने विक्स की गोलियों का एक पैकेट थमा दिया।

हमारे एक मित्र को वेलेंटाइन का मतलब तब समझ आया जब उसने १४ फरवरी को अपनी बीवी को सफेद गुलाबों का बुके थमाया। बीवी ने आँखें फाड़ कर पूछा- इस दिन लाल गुलाब दिए जाते हैं, इतना भी नहीं पता? बस उसका वेलेंटाइन डे बन गया ‘बेलन टाइन डे’। कहना न होगा कि उसे उस समय प्यार से ज्यादा शांति की जरूरत महसूस हुई होगी। आप भी अपना पूरा ध्यान रखिएगा। प्रेम दिवस दी लख लख बधाई होवे जी! हैप्पी वेलेंटाइन डे!

१ फरवरी २०२२

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