'अक्षरम्'
की ओर से प्रवासी भारतीय कवि सम्मेलन 2003 का भव्य
आयोजन
दिल्ली
के हिन्दी भवन सभागार में 11 जनवरी, 2003 को, 'अक्षरम्'
संस्था की ओर से एक प्रवासी भारतीय कवि सम्मेलन का भव्य
आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन का उद्घाटन केन्द्रीय
सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने दीप
प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यक्रम में श्रीमती सुषमा स्वराज
ने प्रवासी कवयित्री श्रीमती दिव्या माथुर की पुस्तक '11 सितंबर
(सपनों की राख तले)' का लोकार्पण भी किया। कार्यक्रम
का संचालन करते हुए 'अक्षरम्' के उपाध्यक्ष श्री राजेश चेतन ने
सभी सम्मानित अतिथियों का विस्तृत परिचय देते हुए स्वागत
करवाया। इस अवसर पर सभी अतिथियों व निमंत्रित
कवियों को शॉल व प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए।
अपने संक्षिप्त भाषण में श्रीमती
सुषमा स्वराज ने अनेक रोचक व काव्यात्मक टिप्पणियां कीं व
प्रवासी भारतीय कवियों को अपनी शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में 'अक्षरम्' की ओर से प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका
'अक्षरम् संगोष्ठी' का नवीनतम अंक श्रीमती सुषमा स्वराज को
भेंट किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार
डा सीतेश आलोक ने की। राज्यसभा सांसद डॉ
लक्ष्मीमल्ल सिंघवी कार्यक्रम में विशेष रूप से आमंत्रित थे।
काव्यपाठ करने वाले प्रवासी
भारतीय कवियों में जहां मॉरिशस के अभिमन्यु अनत तथा
यूके के डॉ सत्येन्द्र श्रीवास्तव, दिव्या माथुर, उषा
राजे सक्सेना व तितिक्षा शाह की कविताएं जिन्दगी के इन्द्रधनुषी
रंग समेटे हुए थीं वहीं प्रसिद्ध हास्य कवि अशोक चक्रधर,
डॉ सरोजिनी प्रीतम व डॉ सुनील जोगी और ओज के
कवि राजेश चेतन व गजेन्द्र सोलंकी ने श्रोताओं में अपना
खूब रंग जमाया। अन्य कवियों में नरेश शांडिल्य,
डॉ सुमन दुबे, शशिकांत व ऋतु गोयल का काव्यपाठ भी
अत्यंत प्रभावी रहा। कवि सम्मेलन का कुशल संचालन
लंदन से पधारे प्रसिद्ध कवि व 'पुरवाई' के संपादक पद्मेश
गुप्त ने किया।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप
में श्री मांगेराम गर्ग (अध्यक्ष, धर्मयात्रा महासंघ),
सम्राट शंकर (विश्व प्रसिद्ध जादूगर), श्री गोपालकृष्ण अरोड़ा
(अध्यक्ष, संस्कार भारती, दिल्ली) श्री जयप्रकाश अग्रवाल (चेयरमैन,
सूर्या फाउंडेशन), श्री जगदीश मित्तल (वाइस चेयरमैन,
अग्रोहा मेडिकल कॉलेज), श्री मदन जिंदल (प्रबंध निदेशक,
जिन्दल निर्यात लिमिटेड) उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत
में अक्षरम् के अध्यक्ष राजेश गोगना ने आए हुए सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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