नई दिल्ली - अखिल भारतीय
सांस्कृतिक पत्रकार संघ, नई दिल्ली द्वारा आयोजित मित्र संवाद व कहानी पाठ २५
सितम्बर २००८ की संध्या को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। संचालक अजित राय ने
इस पहली बैठक में पत्रकार संघ की रूपरेखा सामने रखते समय यह भी घोषणा की कि संघ की
ओर से वर्ष में दो सांस्कृतिक संवाददाताओं को पुरस्कृत किया जाया करेगा। श्री
तेजेन्द्र शर्मा के कहानी पाठ ने समां बांध दिया। लीक से हटकर लिखी गई उनकी कहानी
कब्र का मुनाफा की रोमांचक करवटों से श्रोताओं को आनंद विभोर होते रहे। संवादों के
अनुरूप स्वर के आरोह और अवरोह से प्रकट हो रहा था कि तेजेन्द्र शर्मा कथापाठ के
सिद्धहस्त कलाकार हैं। उल्लेखनीय है कि साक्षात्कार के संपादक हरि भटनागर ने
इंडिया टुडे के एक सर्वे में कब्र का मुनाफा को पिछले साठ साल में प्रकाशित बीस
महत्वपूर्ण कहानियों में स्थान दिया है। कहानी की सभी ने भूरि भूरि प्रशंसा की।
श्री असगर वजाहत के वक्तव्य से कहानी पर आरंभ
हुआ संवाद सांस्कृतिक पत्रकारिता के विस्तृत फलक पर घूम गया। श्री राजेन्द्र
यादव ने पत्रकार संघ की स्थापना को सांस्कृतिक पत्रकारिता की दिशा में एक
महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि ऐसे समाचार मिलना मुश्किल हो गया जिन पर विश्वास
किया जा सके। अध्यक्षीय वक्तव्य में श्री अशोक वाजपेयी ने सांस्कृतिक
पत्रकारिता की वर्तमान दशा पर अपने संस्मरण सुनाए। श्री कृष्ण बलदेव वैद ने चुटकी
लेते हुए कहा कि पत्रकार संघ को पुरस्कार संघ न बनाया जाना ही हितकर रहेगा। अंत
में अमर उजाला के श्री शरद शर्मा ने आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।
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