दुबई
में २९ और ३० जुलाई को डॉ महेन्द्र कार्तिकेय की स्मृति में उनके पुत्र वैभव
कार्तिकेय द्वारा आयोजित समकालीन साहित्य सम्मेलन का ३०वाँ अंतर्राष्ट्रीय
अधिवेशन वर्सिलीज़ होटल में आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र का संचालन श्री
नारायण कुमार ने किया, स्वागत भाषण श्री मनोज पाढ़ी ने दिया जो होटल के मैनेजर
होने का साथ साथ हिन्दी के अनन्य प्रेमी भी हैं। अध्यक्षता डॉ. रत्नाकर पांडेय
ने की और धन्यवाद ज्ञापन श्री राजेन्द्र जोशी ने किया। शाम ६ बजे कवि सम्मेलन
शुरू हुआ जो रात ९ बजे तक चलता रहा। इस कवि सम्मेलन में लगभग सभी उपस्थित
विद्वानों ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। |
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संक्रमण के एक
दृश्य में बाएँ से डॉ. शैलेश उपाध्याय, सबीहा मज़गाँवकर तथा प्रकाश सोनी।
फ़ोटो- बेरिल डिसूज़ा |
दूसरे दिन तीन सत्रों का आयोजन किया गया जिसमें
पहले सत्र का विषय था- हिन्दी भाषा एवं साहित्य का अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य। दूसरे
सत्र का विषय था हिन्दी साहित्य में नारी तथा तीसरे सत्र का विषय था हिन्दी
उपन्यासों में यथार्थ। तीसरे सत्र के बाद शाम ५ से ६ बजे तक स्थानीय नाट्य संस्था थियेटरवाला की ओर से कामतानाथ की कहानी संक्रमण का मंचन किया गया। पिता की भूमिका
में डॉ शैलेष उपाध्याय, पुत्र की भूमिका में प्रकाश सोनी तथा माँ की भूमिका में
सबीहा मज़गाँवकर ने चरित्रों को साकार किया। निर्देशन प्रकाश सोनी का था। विभिन्न
सत्रों में भाग लेने वाले हिन्दी विद्वानों की संख्या लगभग ६० रही। भारत से आए
विद्वानों में डॉ रत्नाकर पांडेय, वैभव कार्तिक, नारायण कुमार, राजेन्द्र जोशी जब्बर डाकवाला, नरेन्द्र दीपक, देव प्रकाश खन्ना, कृष्ण कुमार सक्सेना, उषा
सक्सेना, राम सेवक सोनी, मनमोहन चौरे, आशा सिन्हा, श्री सिंह, दीपक सक्सेना,
विद्युल्लता सक्सेना, महेन्द्र सिंह चौहान, सुशीला तिवारी, प्रकाश जैन, कैलाश
मड़भाइया, श्री सक्सेना, मधु सक्सेना, आर एल शिवहरे, राजलक्ष्मी शिवहरे, अनामिका
तिवारी, श्री सोनवानी, सुरेश तिवारी, जय प्रकाश मानस, सुधीर शर्मा, गिरीश
पंकज, संजीव ठाकुर, श्री ठाकुर, जे आर सोनी, कुमेश जैन, सेवाशंकर अग्रवाल, कनक
तिवारी, पुष्पा तिवारी सुशीला टाकभौरे, मीनाक्षी जोशी, राजुरकर राज, श्री वानकर,
विजयकुमार देव, रवीन्द्र सिंह, राम प्रकाश सक्सेना, सादीका नवाब, रेणुका शरहट्टी,
कृष्ण कुमार गोस्वामी, दिवाकर भट्ट तथा राकेश पांडे ने भाग लिया। इसके अतिरिक्त
मॉरीशस से पधारे अजामिल माताबदल तथा संयुक्त अरब इमारात के हिन्दीकर्मी पूर्णिमा
वर्मन, दिलीप परांजपे और कुलभूषण व्यास भी इस अधिवेशन में उपस्थित रहे।
दीपिका जोशी 'संध्या' |