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हिन्द युग्म का हिंदी सहयोग
हिन्द-युग्म पिछले १४ महीनों से एक प्रतियोगिता का आयोजन कर रहा है जिसका नाम है 'हिन्द-युग्म यूनिकवि एवं यूनि-पाठक प्रतियोगिता'। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य इंटरनेट पर यूनिकोड (हिन्दी) के प्रयोग तथा प्रचार-प्रसार को प्रोत्साहित करना है। विस्तृत विवरण यहाँ तथा पिछले महीने के आयोजन की उद्‌घोषणा यहाँ से देखी जा सकती है। हिन्द-युग्म की ओर से कंप्यूटर पर हिंदी लिखना व पढ़ना सीखने के लिए २४ घण्टे मुफ़्त टेलीफोन सहायता (यूनि-प्रशिक्षण)' भी उपलब्ध है।

केदार सम्मान' -'२००७ अनामिका को
'केदार शोध पीठ न्यास' बाँदा द्वारा' सन १९९६ संप्रति वर्ष प्रतिष्ठित प्रगतिशील कवि 'केदारनाथ अग्रवाल की स्मृति में 'दिए जाने वाले साहित्यिक 'केदार-सम्मान' का निर्णय हो गया है। 'केदार शोध पीठ न्यास' केदार जी के काव्य अवदान को आगामी पीढ़ी तक पहुँचाने व उनमें काव्य के उस स्तर की पहचान विनिर्मित करने के उद्देश्य से गठित की गई संस्था है। वर्ष २००७ का केदार सम्मान कवयित्री' सुश्री अनामिका को उनके काव्य-संग्रह'' खुरदरी हथेलियाँ'' के लिए प्रदान किया जाएगा। पूर्व वर्षों की भाँति यह 'पुरस्कार आगामी अगस्त माह में बान्दा में आयोजित होने वाले एक भव्य समारोह में प्रदान किए जाने की योजना है।

अनीता वर्मा को बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान

हिन्दी कविता में विरल पहचान बनाने वाली कवयित्री अनीता वर्मा को गत ६ अप्रैल, २००८ को रांची के एच. पी. डी. सी. सभागार में उनके काव्य-संग्रह 'एक जन्म में सब के लिए' वर्ष २००६ का बनारसी प्रसाद भोजपुरी सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान यहाँ आयोजित एक भव्य समारोह में कविवर लीलाधर जगूडी ने प्रदान किया। सम्मान प्रदान करते हुए जगूडी ने कहा कि अनीता की कविताओं की कोई सीमा नहीं है और समाज की व्याधियों की शिनाख्त करती हैं। इस अवसर पर मंगलेश डबराल, लीलाधर मंडलोई, अष्टभुजा शुक्ल तथा समीक्षक ओम निश्चल उपस्थित थे। आलोचक खगेन्द्र ठाकुर, वागर्थ के संपादक एकांत श्रीवास्तव, कवयित्री कात्यायनी व निर्मला पुतुल ने भी अपने विचार रखे। अनीता वर्मा ने अपनी प्रतिनिधि कविताओं का पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन ओम निश्चल ने तथा धन्यवाद-ज्ञापन संयोजक अरविंद कुमार ने किया ।


कुतुबनुमा की काव्य गोष्ठी
रविवार दिनांक २९ मार्च, २००८ को मुंबई में वरिष्ठ ग़ज़लकार व रचनाकार श्री खन्ना मुज़फ़्फ़रपुरी के निवास स्थान पर कुतुबनुमा की ओर से एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। श्री आर. पी. शर्मा "महर्ष" की अध्यक्षता तथा अनंत श्रीमाली के संचालन में आयोजित इस गोष्ठी में पधारे अनेक शायर व रचनाकार, मुख्य अतिथि माया गोविंद व राम गोविंद, के साथ-साथ मा.ना. नरहरि, जनाब अहमद वसी, गीतकार शैलेंद्र, निरालाप्रसाद व उनके सुपुत्र, मधु, मरियम गज़ाला, रत्ना झा, रघुवंशी, देवमणी पांडेय, शबनम कपूर, राजीव सारस्वत, अरविंद राही, विजय,  देवी नागरानी, राजम और स्वयं खन्ना साहब  ने अपनी रचनाओं का पाठ किया। कुतुबनुमा की संपादिका राजम नटराजन ने श्री आर. पी. शर्मा "महर्ष" जी का, माया गोविंद और देवी नागरानी जी का फूल व शाल के साथ सन्मान किया।

प्रो. पुष्पेन्द्र पाल सिंह को ठाकुर वेद राम प्रिंट मीडिया एवं पत्रकारिता शिक्षा पुरस्‍कार
माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय, भोपाल के पत्रकारिता विभाग के प्रमुख प्रो. पुष्पेन्द्र पाल सिंह को ठाकुर वेद राम प्रिंट मीडिया एवं पत्रकारिता शिक्षा पुरस्‍कार से सम्मानित किए जाने का निर्णय किया गया है। श्री सिंह को पत्रकारिता के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए 21 अप्रैल को यह पुरस्कार दिया गया। यह पुरस्कार दुनिया भर में कुल्‍लू के शॉल को नई पहचान दिलाने वाले ठाकुर वेद राम के जन्‍म दिवस पर आयोजित एक समारोह में प्रदान किए जाएगा। श्री सिंह के अलावा कई हस्तियों को भी विभिन्न पुरस्कारों से विभूषित किया गया। इनमें डॉ. संजीव कुकरेजा जालंधर, डॉ. जी.डी. शर्मा, योग विभाग हिमाचल प्रदेश, कुमारी सारिका, कटोच युवा विभाग हिमाचल प्रदेश, विजय शायर, प्रोड्यूसर दूरदर्शन केन्द्र, व्यंग्य लेखक कृष्ण लाल गर्ग, संवाददाता पंकज, रचना गुप्ता, नंदिनी मित्तल, आकाशवाणी शिमला प्रमुख थे। विशिष्ट अकादमी अवार्ड साहित्कार व जीएनडीयू के प्रो. डॉ. हरमहेंद्र सिंह बेदी को दिया गया,  जबकि प्रबंधन पुरस्कार डी.के. शर्मा को मिला। शहर की गुरू नानक देव जिला लाइब्रेरी में आयोजित इस समारोह में देशभर से साहित्यकार और पत्रकार सम्मिलित हुए।

२८ अप्रैल २००८

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