जयपुर,
16 दिसम्बर 2007, पिंक सिटी प्रेस क्लब में कलम द्वारा आयोजित समारोह में वरिष्ठ
लेखिका मृदुला बिहारी के उपन्यास कुछ अनकही का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर
विख्यात लेखक समाज विज्ञानी और पत्रकार रामशरण जोशी ने कहा, "परिवेश
और स्थितियों की प्रामाणिकता ही किसी कृति को कालजयी बनते है, किसी कहानी या
उपन्यास का कोई चरित्र अपनी सीमाओं को लाँघ के ही नए आयाम स्थापित करता है, और पाठक
के जनमानस पर युगों तक अंकित होता है। मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए उन्होंने
कहा की यह एक महा उपन्यास है जो सहज भाव से बिना किसी आडंबर के स्त्री विमर्श और
अस्मिता की बात करता है। कार्यक्रम में डॉ
दुष्यंत के स्वागत उद्बोधन के बाद आलोचक डॉ दुर्गा प्रसाद अग्रवाल, लेखक नंद
भारद्वाज, राज्य के पूर्व मुख्य सचिव मीठा लाल मेहता ने अपने विचार रखे, ,आयोजन में
शहर के अनेक प्रशासनिक अधिकारी, लेखक व पत्रकार उपस्थित थे। अंत में कलम की और से
डॉ दिनेश चारण ने आभार व्यक्त किया। |
16
सितंबर 2007, नई दिल्ली, कथाकार तेजेंद्र शर्मा के नवीनतम कहानी संग्रह
'बेघर आँखें' का विमोचन नई दिल्ली के सिरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम में किया गया। विमोचन
तेजेंद्र जी की माता जी के हाथों संपन्न हुआ।
चित्र में बाएँ से दाएँ - डॉ. गोपीचंद नारंग
(अध्यक्ष - साहित्य अकादमी) , तेजेंद्र शर्मा, श्रीमती सुरक्षा शर्मा, श्री
बोद्धीश्वर राय, श्री सलीम अहमद ज़ुबैरी।
इसी कार्यक्रम में कथाकार तेजेंद्र शर्मा को
11,000/- रुपये का प्रथम संकल्प साहित्य सम्मान प्रदान किया गया। |