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चने
की दाल को साफ करके, धो लें, और २० मिनट के लिए डेढ़ कप
पानी में भिगो दें। |
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भीगी
चने की दाल को प्रेशर कुकर में दो सीटी लेकर गला लें।
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अगर
दाल में पानी ज्यादा है तो इसे छान लें। दाल के पानी
में बहुत पौष्टिक तत्व होते हैं तो दाल का पानी आप
फ्रिज में रख दें और सब्जी, दाल, या फिर आटा गूँथने के
काम में भी ला सकते हैं।
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एक
बड़े चम्मच गुनगुने दूध में केसर को भिगोएँ।
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हरी
इलायची का बाहरी छिलका निकालें और दानों को पीस लें।
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एक
कड़ाही में मध्यम आँच पर घी गरम करें। इसमें दाल और
गुड़ डालें और बराबर चलाते हुए अच्छी तरह भूनें। इस
प्रक्रिया में ७-८ मिनट का समय लगता है।
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पूरन
पोली बनाने के लिए दाल भली भाँति घुटी और सूखी होनी
चाहिये। इस प्रक्रिया में ७-८ मिनट का समय लगता है।
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अब
इसमें केसर का दूध और इलायची पाउडर डालें और फिर से
कुछ एक मिनट के लिए भूनें और आँच बंद कर दें। दाल की
भरावन अब तैयार है। इसे ठंड होने दें। दाल के मिश्रण
को १२ भागों में बाँटें और फिर इसके गोले बनाएँ।
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एक
बर्तन में आटा और घी लें। अच्छे से मिलाएँ। अब इसमें
थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटा गूँथ लें। आटा ना कड़ा
हो और ना ही बहुत मुलायम। इस आटे को गीले कपड़े से
ढँककर दस मिनट के लिए रख दें।
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अब
गूँथे आटे को १२ बराबर हिस्से में बाँटे, और और इसकी
लोई बनाएँ। |
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मध्यम आँच पर तवा गरम करें। जब तक तवा गरम हो रहा है-
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एक
लोई लें ३ इंच के गोले में बेलें। एक दाल का लड्डू बीच
में रखें और किनारों को पास लाते हुए गोले को बंद
करें। अब इस दाल भरी लोई को ५ इंच के गोले में बेलें।
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पूरन
पोली को घी लगाकर दोनों तरफ से लाल सेक लें। आमतौर पर
पूरन पोली एकदम फूल जाती है।
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इसी
प्रकार से बाकी सारी पूरन पोली बना लें।
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