पढ़ाई का
एक साल पूरा होने वाला है। वार्षिक-उत्सव का समय है।
विद्यालय को सजाया जाएगा और तरह तरह के कार्यक्रम होंगे-
गीत, नृत्य, नाटक। सब बच्चे अलग अलग कार्यक्रम में भाग ले
रहे हैं।
कार्यक्रम की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। गीतू और मीतू एक
नाटक में भाग ले रही हैं। वे अपने विद्यालय की नाट्यशाला
में संवाद याद कर रही हैं। जब संवाद याद हो जाएँगे तब
अभिनय शुरू होगा। वार्षिक उत्सव से पहले सब तैयारियाँ पूरी
करनी हैं। उत्सव के दिन सबके माता-पिता कार्यक्रम देखने
आएँगे। कार्यक्रम में बहुत-से बच्चों को पुरस्कृत किया
जाएगा। इसके बाद जलपान होगा। जलपान के बाद अध्यापिकाओं से
विदा लेकर बच्चे माता-पिता के साथ घर जाएँगे।
वार्षिक उत्सव के बाद लंबी छुट्टियाँ होंगी। सब लोग अपने
अपने देश की यात्रा करने चले जाएँगे। गीतू और मीतू भी भारत
जाएँगी।
- पूर्णिमा वर्मन |