फुलवारी

<

कागज के हवाई जहाज

>

कल माँ ने मुझे कागज के हवाई जहाज बनाना सिखाया। मैंने कागज के हवाई जहाज बनाए और बगीचे में उड़ाए। गुलाबी, नीले और पीले। रंगीन कागज के हवाई जहाज बहुत सुंदर लगते हैं। कागज के हवाई जहाज में कोई बैठ नहीं सकता। वे सचमुच के नहीं हैं, वे खिलौना हैं। हम उनसे मनोरंजन कर सकते हैं।

माँ कहती हैं सचमुच के हवाई जहाज से हम मनोरंजन नहीं कर सकते। उसका उपयोग करते हैं, दादी के यहाँ भारत जाने के लिये। लेकिन हवाई जहाज में यात्रा करना मनोरंजक भी होता है। हम हवाई जहाज में कार्टून देखते हैं न, इसलिये।

माँ कहती हैं मजे की चीजें मनोरंजक होती हैं और काम की चीजें उपयोगी। लेकिन मनोरंजन में भी कुछ न कुछ उपयोगी होता है।

तो फिर कागज के हवाई जहाज से खेलने में क्या उपयोगी है? कागज के हवाई जहाज से जब हम खेलते हैं तब वह मनोरंजक होता है। लेकिन उसे बनाते समय हम कुछ सीखते हैं इसलिये वह उपयोगी भी है। ठीक है न?

- पूर्णिमा वर्मन

१८ मार्च २०१३  

1

1
मुखपृष्ठ पुरालेख तिथि अनुसार । पुरालेख विषयानुसार । अपनी प्रतिक्रिया  लिखें / पढ़े
1
1

© सर्वाधिका सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक
सोमवार को परिवर्धित होती है।