प्रिय दोस्तों,
पिछली बार हमने सूरज के बारे में जानकारी प्राप्त
की थी। आओ इस बार बुद्ध ग्रह के बारे में कुछ
मज़ेदार बातें जानी जाएँ। बुद्ध सौर-मंडल के नौ
ग्रहों में से सूरज के सबसे करीब है। यह सूरज से
५७८,०००,००० लाख किलो मीटर की दूरी पर है और आकार
में प्लूटो के बाद सबसे छोटा ग्रह है।
आकार में यह धरती का एक तिहाई है और लोहे व जस्ते
का बना हुआ है। गुरुत्व कम होने और वायुमण्डल के न
होने से इस ग्रह के अधिकतम तापमान और न्यूनतम
तापमान में बहुत अधिक अंतर हो जाता है। दिन में
जहाँ इसका तापमान ४२७ डिग्री सेल्सियस पहुँच जाता
है वहीं रात में शून्य से भी १८३ डिग्री सेल्सियस
नीचे गिर जाता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि
बुद्ध ग्रह के उत्तर और दक्षिण छोरों पर बर्फ जमी
हुई है।
बुद्ध के स्वाभाविक रूप से कोई उपग्रह नहीं हैं।
तुम्हें पता है, बुद्ध ४,८७८ किलोमीटर चौड़ा है।
कहने को तो यह संख्या बहुत बड़ी है लेकिन दूसरे
ग्रहों की तुलना में यह बहुत ही कम है।
बुद्ध की गति बहुत ही तेज़ है यह अपने परिक्रमा पथ
पर २९ मील प्रति क्षण की गति से चक्कर लगाता है।
बुद्ध ग्रह का एक दिन पृथ्वी के ५९ दिनों के बराबर
होता है। इसकी तेज़ गति के कारण ही प्राचीन यूनानी
इसे पंखों वाला देवदूत मानते थे। उन्होंने इसको दो
नाम दिए थे - अपोलो जो सुबह आसमान में नज़र आता था
और हर्मस जो शाम को दिखाई देता था लेकिन यूनानी
खगोल शास्त्री यह जानते थे कि ये दो नाम एक ही
ग्रह के लिए हैं।
भारतीय ज्योतिष शास्त्र में इसको बुद्धि का देवता
माना जाता है। शायद इसीलिए इसका नाम बुद्ध है।
तुम्हें यह तो पता ही होगा कि पृथ्वी के एक साल
में ३६५ दिन होते हैं लेकिन शायद यह नहीं पता होगा
कि बुद्ध ग्रह का एक साल ८८ दिनों का होता है।
सोचो अगर हम बुद्ध ग्रह पर रहते तो हमारा जन्मदिन
कितनी जल्दी-जल्दी आता! लेकिन हम बुद्ध ग्रह पर
नहीं रह सकते क्यों कि वहाँ सांस लेने के लिए
ऑक्सीजन बिलकुल भी नहीं है। ऑक्सीजन न हो और पानी
भी न हो तो मनुष्य ज़िन्दा नहीं रह सकता इसलिए हम
सब अपनी प्यारी धरती पर ही सुखी हैं।
आशा करती हूँ कि बुद्ध ग्रह के बारे में मैंने
तुम्हें जो बातें बताई उन्हें पढ़ कर तुम्हें मज़ा
आया होगा और तुम्हारी जानकारी भी बढ़ी होगी। अगले
अंक में एक और ग्रह की कहानी के साथ फिर मिलेंगे।
इस बीच अगर बुद्ध ग्रह के बारे में तुम्हें कुछ भी
पूछना हो तो मुझे ई-मेल कर सकते हो, पता ऊपर है
ही।
ठीक से पढ़ाई करना और अपना ख़याल रखना।
ढेर से प्यार के साथ,
तुम्हारी,
गुल्लू दीदी |