स्कीइंग
प्रशिक्षण
नारकण्डा में प्रतिवर्ष
१० जनवरी से स्कीइंग कोर्स प्रारम्भ हो जाते हैं। इस
वर्ष पर्यटन विकास निगम द्वारा स्कीइंग प्रेमियों के
लिए तीन पैकेज दिए गए हैं। इनमें पहला पैकेज
विद्यार्थियों के लिए हैं और दूसरा पैकेज सामान्य
स्कीइंग प्रेमियों के लिए है। इसमें स्कीइंग प्रशिक्षण, आवास और भोजन व्यवस्था शामिल हैं।
कृपया नवीनतम दरों तथा विस्तृत जानकारी के लिए नीचे
दिए गए ईमेल पते पर संपर्क करें। शीतकालीन डिस्काउंट
में १५ नवंबर से १४ अप्रैल तक होटलों में २० से ३०
प्रतिशत तक की छूट आवास दरों में रहती है। क्रिसमस तथा
नव वर्ष के अवसर पर विशेष आकर्षक पैकेज भी दिए जाते
हैं। |
शिमला से
१४ किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुफरी में हालांकि
अब किसी तरह के प्रशिक्षण कोर्स नहीं चलाए जाते लेकिन बर्फ
गिरने पर इस खेल के प्रेमी यहाँ खूब स्कीइंग करते हैं।
पर्यटकों के लिए कुछ स्थानीय प्रशिक्षित युवा स्कीइंग
प्रेमियों को स्कीज़ उपलब्ध करवाते हैं। पर्यटन विकास निगम
भी पर्यटकों की सुविधा और आनन्द के लिए यहाँ अपने एक
प्रशिक्षित अनुदेशक के माध्यम से कुछ स्कीज़ रखे जाते हैं
और इच्छुक व्यक्तियों को स्कीइंग करवाई जाती है।
सोलंग नाला स्कीइंग
स्कीइंग के लिए प्रदेश का दूसरा बड़ा केन्द्र मनाली में
स्थित सोलंग नाला है, जहां प्रतिवर्ष मनाली पर्वतारोहण
संस्थान द्वारा स्कीइंग कोर्स तथा प्रतियोगिताएँ करवाई
जाती हैं। सोलंग की ढलानों पर भी स्कीइंग का अपना ही
आनन्द और रोमांच है। इन्हीं ढलानों से राष्ट्रीय स्तर तक की
प्रतियोगिताओं में स्की-खिलाड़ी भाग लेते हैं। पर्वतारोहण
संस्थान मनाली ने यहाँ वर्ष १९६१ से स्कीइंग प्रारम्भ
करवाई थी और उसी वर्ष से लगातार इन ढलानों पर स्कीइंग हो
रही है। यहाँ आयोजित प्रतिवर्ष शीतकालीन स्कीइंग उत्सव
हज़ारों लोगों और पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है।
प्रदेश सरकार द्वारा इन ढलानों के अधिक विकास हेतु और
आकर्षण की दृष्टि से कई योजनाएँ बनाई गई हैं।
सोलंग नाला में स्कीइंग का प्रशिक्षण केवल मात्र रोमांच और
आनन्द के अन्तर्गत ही नहीं करवाया जाता लेकिन पर्वतारोहण
संस्थान यहाँ अत्यन्त कुशल अनुदेशकों के माध्यम से युवाओं
को बर्फ में फँसे लोगों को निकालने इत्यादि की दृष्टि से
भी तकनीकी प्रशिक्षण देता है। रोहतांग पास या बर्फ के
क्षेत्रों में यदि कभी कोई दुर्घटना हो जाती है तो यहाँ
प्रशिक्षित युवा ही इन बचाव कार्यों के लिए भेजे जाते हैं। बचाव
चौकियाँ प्रति वर्ष शीत मौसम में मढ़ी, रोहतांग
पास के निकट तथा कोकसर इत्यादि स्थानों में लगाई जाती है।
इनमें यही युवा नियुक्त रहते हैं और संस्थान इन बचाव कार्य
का पूर्णतया संचालन करता है।
मनाली हेली स्कीइंग
स्कीइंग के अतिरिक्त मनाली की ढलानों पर अब हेली स्कीइंग
भी हो रही है। वर्ष १९९० में न्यूज़ीलैंड की एक कंपनी
द्वारा
रोहतांग
पास पर इस खेल का सफल प्रयोग किया गया और उसके उपरान्त
प्रति वर्ष कई निजी कंपनियाँ पर्वतारोहण और पर्यटन विभाग
के सहयोग से हैली स्कीइंग का आयोजन कर रही हैं। अब तो
प्रदेश सरकार ने कुल्लू घाटी में स्की विलेज के निर्माण की
अनुमति भी प्रदान कर दी है जिससे हिमाचल विशेषकर कुल्लू
घाटी में बर्फ़ के खेल का और विकास संभव है। मनाली में
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के आवास का एक बड़ा
नेटवर्क उपलब्ध हैं लॉग हटों के अतिरिक्त मनाली में होटल
कुंजम, होटल रोहतांग मनालसू, होटल ब्यास और हमटा तथा आचर्ड
हट्स उपलब्ध हैं। मनाली और कुल्लू में पर्यटक सूचना
केन्द्र भी स्थापित हैं जहाँ से पर्यटकों को पर्यटन
सम्बन्धी तमाम जानकारियाँ उपलब्ध होती हैं। पर्यटन विकास
निगम शीतकालीन मौसम के दौरान अपने आवास में २५ प्रतिशत से
लेकर ४० प्रतिशत तक छूट भी प्रदान करता है।
हिमाचल प्रदेश का हर मौसम अब पर्यटन की दृष्टि से
भ्रमणार्थ उपयोगी सिद्ध हो चुका है। पहले पर्यटकों व लोगों
की यह धारणा रहती थी कि शीतकालीन मौसम की ठिठुरन भ्रमण के
लिए बाधक है तथा यह सामान्य जनजीवन को ठहरा सा देती है
किन्तु अब तो बर्फ गिरते ही हज़ारों सैलानी बर्फ का आनन्द
लेने हिमाचल आ जाते हैं और बर्फ के ये दिन अत्यन्त
लुभावने और रोमांचकारी हो जाते हैं।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम प्रदेश में ही नहीं बल्कि
भारत में भी होटलों का एक बहुत बड़ा संजाल है। इस समय
निगम के पास हर श्रेणी के ५५ होटल, ६० रेस्तरां, १० कैफ़ेटेरिया और एक स्वतंत्र परिवहन शाखा है। ऑन लाइन
आरक्षण व्यवस्था होने के नाते पर्यटक दुनिया के किसी भी
कोने से इंटरनेट के ज़रिये क्रेडिट कार्ड से निगम के किसी
भी होटल का आरक्षण करवा सकता है।
निगम की वेबसाइट-
http://www.hptdc.gov.in के माध्यम से हिमाचल
पर्यटन सम्बन्धी तमाम जानकारियों के साथ होटलों के बारे भी
जानकारी हासिल की जा सकती है। हिमाचल पर्यटन सम्बन्धी
जानकारी के लिए आप निम्न ई-मेल पतों पर संपर्क कर सकते
हैं:
s_r_harnot@rediffmail.com और
publicity.hptdc@gmail.com |
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