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परिक्रमा दिल्ली दरबार

शांति के रंग

पाकिस्तानी व्यापारिक प्रतिनिधि मंडल होली मनाते हुए

यों तो होली हर साल आती है, पर इस साल पाकिस्तानी व्यापारिक प्रतिनिधि मंडल के दौरे ने दोनों देशों के रिश्तों में आई नई मिठास को और बढ़ा दिया भारतीय उद्योग एवं वाणिज्य परिसंघ (फिक्की) और सन ग्रुप द्वारा तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होली मिलन समारोह दोनों देशों के रिश्ते में आई नई स्फूर्ति का साक्षी रहा

पाकिस्तानी कव्वालों की कव्वालियों ने बेहद खूबसूरत समां बांधा और पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय सहयोगियों पर गुलाल मलने का मौका भी नहीं चूका मेड इन पाकिस्तान प्रदर्शनी में हिस्सा लेने आई वहां की उद्यमी फरज़ाना मिर्जा ने कहा कि उन्होंने हिन्दी फिल्मों में होली देखी थी यह पहली बार है जब वह रंगों से खेल रही हैं भारतीय बड़े मिलनसार हैं और हम हर साल यहां आना पसंद करेंगे।

होली के बाद शांति और सौजन्य का दूसरा सोपान बना क्रिकेट का खेल १३मार्च से भारत और पाकिस्तान के बीच तीन टेस्ट मैचों और पांच एक दिवसीय मैचों की श्रृंखला शुरू हो गई १४साल बाद पाकिस्तान के दौरे पर आई भारतीय टीम के लिए पाक प्रशासन ने सुरक्षा के चाकचौबंध बंदोबस्त किए हैं भारतीय खिलाड़ियों की सुरक्षा के अभूतपूर्व सुरक्षा का यह आलम रहेगा कि मैदान के बाहर क्रिकेट खिलाड़ियों से मिलना दूर, उनकी एक झलक के लिए लोग तरस जाएंगे इस लेख के लिखने तक एक दिवसीय मैचों की श्रृंखला भारत जीत चुका है और भारत में मैचों की लोकप्रियता का हाल यह है कि मैच के समय सड़के सुनसान हो जाती हैं और सिनेमा हालों में सन्नाटे का आलम चल रहा है।

मार्च महीने में उप-प्रधानमंत्री श्री लालकृष्ण अडवानी का 'भारत उदय' नामक रथयात्रा अभियान खासी चर्चा में रहा उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान भारतीय जनता को 'फील गुड' और 'इंडिया शाइनिंग' का नारा दिया है अडवानी ने लोगों को 'इंडिया शाइनिंग' का अर्थ समझाते हुए कहा कि गत छह वर्ष में देश में कई परिवर्तन हुए हैं इन परिवर्तनों में देश की जनता वर्ष २० २० के उस लक्ष्य को देख रही है, जब देश के छह लाख गांवों में बिजली, पानी व सड़कों का जाल होगा।

जहां यह यात्रा जनता में काफी लोकप्रियता प्राप्त कर रही हैं वहीं दिल्ली उच्च न्यायालय ने केन्द्र सरकार को 'भारत उदय' अभियान पर खर्च का ब्योरा पेश करने का निर्देश दिया है सरकारी वकील संजय जैन ने कहा कि इस तरह का अभियान कोई नई बात नहीं है विभिन्न राज्य सरकारें तथा पहले की केंद्र सरकारें भी इस तरह का प्रचार करती रहीं हैं यहां तक कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में भी यह काम होता है खंडपीठ ने कहा कि जनता को सूचित करना तो ठीक है लेकिन सरकारी खजाने पर बोझ नहीं आना चाहिये।

  स्वदेशी तकनीक से निर्मित सतह से हवा में कम दूरी तक मारने वाले अत्याधुनिक प्रक्षेपास्त्र त्रिशूल का उड़ीसा के चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज में गुरूवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया इस प्रक्षेपास्त्र को भारतीय नौसेना के लिए खासतौर पर डिजाइन किया गया है परीक्षण रेंज के सूत्रों के अनुसार प्रक्षेपास्त्र को अपराह्न ढ़ाई बजे एक सचल प्रक्षेपक से दागा गया

रक्षा अनुसंधान विकास संगठन द्वारा विकसित किए जा रहे पांच प्रक्षेपास्त्रों में से एक त्रिशूल निर्माण की परियोजना १९८३ में शुरू हुई थी तथा इसे तीनों सेनाओं के लिए विकसित किया जा रहा है सूत्रों के अनुसार ठोस ईंधन से चलित इस प्रक्षेपास्त्र से ३०० मीटर से लेकर नौ किलोमीटर तक मार की जा सकती है तीन मीटर लंबा यह प्रक्षेपास्त्र ध्वनि की गति से भी तेज गति से चलता है तथा इसमें उड़ान निर्देशन प्रणाली लगी हुई है इसके अलावा इसमें एक अति संवेदनशील रडार आल्टीमीटर लगा है और यह समुद्र की सतह पर बहुत कम ऊंचाई पर चल सकता है।

गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर का नोबेल पुरस्कार और कुछ अन्य कीमती चीजें विश्व भारती विश्वविद्यालय परिसर स्थित उच्च सुरक्षा वाले संग्रहालय से चुरा ली गई संग्रहालय के उत्तरवन काम्प्लेक्स में शोकेस में रखी गई गुरूदेव से सम्बन्धित अन्य जरूरी चीज़ों के साथ उनकी घड़ी और एक चूड़ी भी गायब पायी गयी

इस संग्रहालय की सुरक्षा में सेना के एक अवकाशप्राप्त व्यक्ति की देखरेख में ७० निजी सुरक्षाकर्मी और ४२राष्ट्रीय कार्यकर्ता बल के कर्मचारी विश्वविद्यालय के आसपास तैनात रहते हैं चोरी मंगलवार को २:३० बजे रात और बृहस्पतिवार १० बजे सुबह के बीच हुई चोरी की इस घटना के कारण देश ने गुरूदेव को मिले नोबेल मेडल, प्रमाणपत्र, मूल कलाकृतियाँ, प्रशस्ति पत्र और कुछ उपहारों की अनमोल धरोहर खो दी है।

इज़राइल के साथ अब तक का सबसे बड़ा रक्षा सौदा करते हुए भारत ने शुक्रवार को अवाक्स प्रणाली वाले फाल्कन रडारों की खरीद पर हस्ताक्षर कर दिए लगभग पांच हजार करोड़ रूपये के इस सौदे को लेकर इज़राइली प्रधानमंत्री एरियल शेरोन की भारत यात्रा के दौरान ही सहमति बन गई थी शुक्रवार को औरपचारिक ढंग से इस पर हस्ताक्षर कर दिए गए

यह रडार प्रणाली रूस द्वारा निर्मित आईएल?७६ प्लेटफार्म विमानों पर लगाई जाएगी यह रडार प्रणाली इतनी प्रभावशाली है कि इन्हें आईएल?७६ पर लगा कर सीमाओं से ४०० ? ५०० किलोमीटर दूर तक निगरानी की जा सकती है दूसरे शब्दों में कहा जाए तो अगर पाकिस्तान या चीन की तरफ से कोई लड़ाकू विमान भारत की तरफ उड़ान भरेगा तो इन रडार प्रणालियों द्वारा उड़ान भरते है उसका पता लग जाएगा।

— बृजेश कुमार शुक्ला

 
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