माघ मेले
में डूबा प्रयाग —
संगम पर
सूर्यास्त
प्रयाग की संगम रेती पर
माघ मेले की आस्था नगरी में मीलों फैला तंबुओं का शहर
. . .सारी रात हलचल ही हलचल . . .एक तरफ लोक लुभावन
रासलीलाओं और रामलीलाओं में जीवन और जगत की अनुभूत
सच्चाइयों की दृश्यछवियों में रसलीन श्रद्धालुओं से
भरी दुनिया हैं, तो दूसरी ओर आग की धूनी और बैराग की
छांव में दुनिया से बेखबर चिलम चढ़ाये सन्यासियों का
जमघट कड़कड़ाती ठंड में लाखों स्थानार्थियों का हुजूम
भीड़ एवं धक्के की परवाह न करते हुये, इस आस्था के साथ
स्नान कर रहा है कि देव लोक से उतरी पतित पावनी गंगा
यमुना तथा अदृश्य सरस्वती के पवित्र जल में डुबकी
लगाने से अवश्य ही मोक्ष की प्राप्ति हो सकेगी।
तीन राज्यों के
विधानसभाई चुनाव में मिली अप्रत्याशित सफलता से अति
उत्साहित सत्तारूढ़ राजग ने अपने कार्यकाल के ९ माह
पूर्व ही लोकसभायी चुनाव की रणभेरी बजा दी चुनावी हवा
फैलते ही सियासी पार्टियां राजनीतिक बिसात पर
अपनी–अपनी गोटें बिछाने में जुट गयी हैं किसी को वोटों
की अंकगणित अपने पक्ष में करने के लिये नये हम सफर की
तलाश है, तो कोई निष्क्रिय पड़े कार्यकर्ताओं को
सक्रिय करने की फिक्र में हैं बिन मौसम की बरसात की
तरह केन्द्रीय सरकार की मेहेरबानियां छप्पर फाड़ कर आम
जनता पर बरस रही है राहतों के पिटारे से निकली कितनी
घोषणायें चुनाव के बाद भी टिकी रहती है, इसका आम जनता
को इन्तजार रहेगा।
इराक में सद्दाम हुसैन
का अन्त हो गया लेकिन केरल के मल्लापुरम् जिले के
'सद्दाम हुसैन बीच' के लोगों के दिलों पर सद्दाम का ही
राज चलता है अपने आदर्श पुरूष की गिरफ्तारी से आहत
वहाँ के निवासी 'बीच' का नाम बदलने पर राजी नहीं है
१९९० में जब सद्दाम ने कुवैत पर हमला और अमेरिका की
खिलाफत की तो वे मल्लापुरम के हजारो लोगों के चहेते बन
गये वे सद्दाम हुसैन की तुलना १८ वीं शताब्दी के शासक
टीपू सुल्तान से करते हैं उसी समय परप्पनगड़ी इलाके के
करीब ४०० मुस्लिम परिवारों के लोगों ने केरल के इस
टुकड़े का नाम सद्दाम हुसैन बीच रख दिया था
अपने समय की मशहूर
अभिनेत्री १९२९ में जन्मी सुरैया जमाल शेख का मुंबई
में ३१जनवरी की सुबह ७५ वर्ष की अवस्था में निधन हो
गया ४० और ५० के दशक में वे सुपरस्टार गायिका–नायिका
मानी जाती थीं जीवन के अंतिम दिनों में सुरैया मरीन
ड्राइव स्थित अपने फ्लैट में एकाकी रह रहीं थीं अतीत
की पुरानी खट्टी–मीठी यादों के सहारे अपनी ज़िन्दग़ी
को बिताने वाली इस अदाकारा की याद आज भी सैकड़ों सिने
प्रेमियों के दिलों में ताज़ा है
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भगवान राम के ससुर
मिथिला नरेश जनक प्रत्येक भारतीय के लिये सम्माननीय है
किन्तु अब महाराज जनक थाइलैंड और नेपाल के मध्य
सांस्कृतिक सेतु का काम करेंगे थाइलैंड के नरेश द्वारा
रचित 'दि महाजनक: दि स्टोरी आफ किंग जनक आफ एंशियंट
मिथिला' नामक ग्रन्थ का नेपाली भाषा में अनुवाद कर
नेपाल में निःशुल्क वितरित किया जायेगा इसे नेपाल और
थाईलेंड के बीच सम्बन्धों के प्रतीक के रूप में
चिन्हित किया जा रहा है
आधुनिक श्रीलंका के
निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारतीय
तमिल वर्षों से वहाँ रहने के बावजूद नागरिकता के लिये
तरसते रहे हैं आज़ादी के ५० वर्ष बाद श्रीलंका सरकार
द्वारा भारतीय तमिलों को नागरिकता देने का फैसला काफी
सुखद रहा गौरतलब है कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था चाय
बागानों पर टिकी है जहाँ भारतीय मूल के लोगों ने बंधुआ
मजदूरों की तरह अपना खून पसीना बहाकर इस छोटे से द्वीप
देश को चाय के एक बड़े निर्यातक के रूप में
विश्व–मानचित्र पर उकेरा है।
दक्षिण पश्चिमी नेपाल
के खेलाली जिले के दुगौली गांव के थारू जनजाति के ७५
वर्षीय फूलराम चौधरी नये दाँतों के जम जाने के अपशकुन
से बचने के लिये पूरे रस्मों रिवाज के साथ अपने बेटों
व अन्य रिश्तेदारों की मौजूदगी में एक कुतिया के साथ
काफी धूमधाम से शादी की फूलराम चौधरी व उसके परिवार के
अन्य सदस्यों का मानना था कि कुतिया से शादी के बाद
बुढ़ापे में दाँत निकलने के अपशकुन से बच जायेगा
किन्तु टोटका काम नहीं आया और फूलराम तीन दिनों में ही
खुदा को प्यारे हो गये।
राष्ट्रीय पर्व
गणतंत्र दिवस देशभर में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ
मनाया गया राजधानी दिल्ली में हवा में ही विमानों का
ईंधन भरने की प्रणाली, सुपरसोेनिक प्रक्षेप्रास्त्र
ब्रह्मोस से सुसज्जित देश की सैन्य ताकत, वैज्ञानिक
अनुसंधान, विकास और सांस्कृतिक विविधता के बीच सोमवार
को यहाँ राजपथ पर देश ने ५५वें गणतंत्र दिवस समारोह
में अपने शौर्य का भव्य प्रदर्शन किया गणतंत्र दिवस
समारोह में इस वर्ष मुख्य अतिथि ब्राजील के राष्ट्रपति
लुई इमनाशिया लूला दा सिलवा थे।
भारतीय शेरों ने
कंगारूओं की लंबी उड़ान को ध्वस्त करते हुए त्रिकोणीय
शृंखला में १९ रनों से शानदार जीत दर्ज की इस तरह भारत
ने एकदिवसीय क्रिकेट के 'शंहशाह' समझे जाने वाले
ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर करारी शिकस्त दी भारत
१२ साल बाद ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराने में सफल
हुआ है भारत ने इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया की
लगातार ११ जीतों के सिलसिले को भी तोड़ने में सफलता
पाई हैं।
— बृजेश कुमार
शुक्ला |