प्रिंसेज़ डायना की प्रतिकृति —
ब्रिटिश
राजपरिवार के सदस्य प्रिन्स चार्ल्स अपनी भारत
यात्र्रा के दौरान कई ऐतिहासिक स्थलो एवं स्वागत
समारोहो से गुजरते हुए जब मुम्बई में एंग्लो इन्डियन
फिल्म “दि राइजिंग” का मुर्हूत शाट दे रहे थे तभी उनकी
नजर डायना पर पडी जिसे देखते ही वे भौचक हो गये। उनके
इस आश्चर्य का कारण बनी चालीस वर्षीय मार्टिना जिनकी
शक्ल हूबहू लेडी डायना से मिलती है। जमर्नीवासी
मार्टिना भारतीय पत्रकार से शादी करके मुम्बई में ही
बस गयी है।
भारत, पाकिस्तान
के रिश्तों के दरम्यान कडुवाहट भरे प्याले में भारतीय
प्रधानमन्त्री द्वारा चौथी बार मिश्री की मिठास घोलने
के प्रयास को अन्तर्राष्टीय जगत ने भूरि भूरि सराहा
है। भारत द्वारा बिना शर्त जल, थल, नभ मार्गो से
प्रतिबन्ध उठाने, पाकिस्तान से आने वाले नागरिको के
लिये वीजा की औपचारिकता को काफी आसान बना देने एवं दोनो देशों के बीच खेल सम्बन्धो की बहाली की
घोषणा की गई है। भारत की इस पहल पर पाकिस्तानी अवाम ने
भी उत्साह दिखाया है। यह बात दीगर है कि सैनिक तानाशाह
परवेज मुशर्रफ ने भारत की इस दरियादिली भरी अपील को
सिरे से खारिज कर दिया। अनुमान लगाया जाता है
कि अमेरिकी धन पर पल रही पाकिस्तानी सरकार ने,
भारत का हौव्वा दिखाकर हथियारो का जखीरा खडा करने एवं
फौजी हुकूमत को आम जनता के कठघरे में खडा नही होने
देने की मंशा से भारत की इस गुजारिश को अच्छी नियत से
नही लिया।
बालीवुड के
विश्वविख्यात कलाकार अमिताभ बच्चन अपनी ६ १वीं सालगिरह
पर मोरक्को के फिल्म समारोह को बीच में छोडकर भारत
वापस आये़ जहाँ लाखो प्रशंसकों ने उन्हें पुष्प वर्षा
से अभिसिंचित कर खुशी का इजहार किया। बाल–कल्याण के
क्षेत्र में सक्रिय तथा संयुक्तराष्ट्र से सम्बद्ध
संस्था 'यूनिसेफ' ने उन्हें अपना सद्भावना दूत नियुक्त
करने की घोषणा की है। जिसके तहत वे भारत समेत पूरे
विश्व में बाल अधिकारों के प्रोत्साहन में निःशुल्क
सहयोग देंगे। दूसरी ओर उनकी पत्नी, रूपहले पर्दे पर
अभिनय का लोहा मनवा चुकी सिनेतारिका जया बच्चन को उतर
प्रदेश की मुलायम सरकार ने फिल्म विकास परिषद का
अध्यक्ष चुन कर अपने प्रगाढ सम्बन्धो को उजागर किया
है।
दलित हितो की
रहनुमाई का राग अलापने वाली दलित की बेटी मायावती ने
उतर प्रदेश के अपने मुख्यमन्त्रित्व काल में १६
दिवसीय विदेश यात्राओं के दौरान सरकारी खजाने से लगभग
ढेड़ करोड रूपये लील लिये। पूरे दौरे में मायावती और
उनका दल विदेश के एक से बढकर एक मंहगे होटलों में
ठहरा। इनका दल लन्दन स्थित जेम्स र्कोट होटल मे ५००
पौंड (लगभग ३०,०००) प्रतिदिन पर ठहरा। खुद
मायावती और काशीराम ने उसी होटल के अर्पाटमेन्ट पर
१,००० पौंड यानि कि ६०,००० रूपये का भुगतान किया।
ऐसे ही यह दल न्यूयार्क के मेनहट्टन इलाके के आलीशान
होटल वाल ड्राप एस्टोरिका में ३,००० डालर (लगभग १५०,०००) प्रतिदिन पर रूका।
|
|
आर्थिक हेराफेरी से अकूत धन सम्पदा जमा करने वाली
मायावती पर भारतीय जांच एजेन्सी सी बी आई का शिकंजा
कसता जा रहा है। विदेश यात्रा के दरम्यान मायावती
का, प्राकृति की मनोरम छटाओं से युक्त एवं काले धन के
लिये सुरक्षित समझे जाने वाले देश स्वीटजरलैंड में,
चार दिन का प्रवास सीबी आई की विशेष रूचि का कारण बना
हुआ है।
उडीसा के पुरी
जिले में स्थित चिलका लेक और दया नदी के मुहाने
पर
बसा जादुलाई गांव साल के ९ महीने तक चारो ओर से गहरे
पानी से घिरा रहता है। इस कारण यहाँ के निवासियों को
पक्की
सडक तक पहुँचने के लिये नाव का सहारा लेना पडता
है। इसी के चलते इन गांववासियो के बीच शादी
के समय दहेज में स्कूटर, मोटर सायकिल की जगह
नाव का प्रचलन है। करीब करीब हर घर में नाव
रहती है।
प्रवासी भारतीय
वीरेन्द्र सैमसिंह अपने जीवन के हसीन ३५ साल अमेरिका
में गुजरने के बाद वापस अपने देश भारत लौटकर किसी बडे
महानगर में न रहकर अपनी जन्मस्थली उतर प्रदेश के
बिछौला गांव में रहकर गांव की गरीब लडकियों को शिक्षित
करने और उन्हे आत्म निर्भर बनाने के संकल्प के साथ डटे
हुऐ हैं। आज गांव की करीब ३५ ० लडकियो की जिन्दगी
पूरी तरह से बदल चुकी है। इस संस्थान में पढाई के साथ
सिलाई, कढाई, बुनाई, हस्तकारी के साथ समान के बेचने के
तरीके भी सिखाये जाते हैं। संस्थानकी ओर से लडकियों को
शिक्षा, यूनीफार्म नाश्ता एवं दोनो वक्त का खाना
निशुल्क दिया जाता है। प्रत्येक लडकी को एक एक सायकिल
के साथ १० रूपये प्रतिदिन दिये जाते हैं जो उनके नाम
से फिक्स डिपाजिट में जमा होते है। संस्थान द्वारा
बनाये गये कपडे, कुशन, चादरें, पेंटिग्स के खरीददारो
में दक्षिण अफ्रीका से लेकर कैलीर्फोनिया तक के लोग
शामिल है। वीरेन्द्र सैमसिंह अभी तक अपने इस संस्थान
में १करोड १२लाख रूपये लगा चुके हैं।
मदर टेरेसा की
दिव्यता से कायल वेटिकन चर्च ने मदर के महाप्रयाण के
मात्र ६ वर्षो के भीतर बीएटीफिकेशन समारोह आयोजित कर
उनको संतत्व की उपाधि से अलंकृत करने की प्रतिबद्धता
दिखायी है। रोमन कैथोलिक इतिहास में अब तक
१३१४ व्यक्तियों
को इस सम्मान से विभूषित किया जा चुका है। मदर
टेरेसा का बीएटीफिकेशन उनके नाम के एक चमत्कार के कारण
हुआ है। बताया जाता है कि पश्चिम बंगाल की एक आदिवासी
महिला मोनिका बेसरा के पेट का टयूमर उनके स्मरण मात्र
से गायब हो गया।
दशको तक रक्तपात
मे डूबे नगा विद्रोहियों के मन में उपजी शान्ति की
आकांक्षा और राष्ट्र
की मुख्यधारा से जुडने की चाहत से नगालैंड
में अमन के बादल छाने लगे है। देश में आर्थिक
विकास की तेज बयार ने नगाओं में
विकास की ललक पैदा कर दी है
ऐसे मे प्रधान मन्त्री वाजपेई की नगालैंड यात्रा
काबिले तारीफ है। वाजपेई द्वारा घोषित १०५० करोड
रूपये का वितीय पैकेज, मोबाइल सेवा का शुभारम्भ विकास
की आकांक्षा को स्वर देने की जरूरी पहल है। वाजपई ने
अपनी यात्रा के दौरान किसी एक गुट को तरजीह देने के
बजाय सभी से शान्ति प्रक्रिया में शरीक होने की अपील
की।
— बृजेश कुमार शुक्ला |