सौहार्दपूर्ण सम्बन्धों का पुनः प्रारंभ
भारत
पाकिस्तान सीमा पर आवागमन की देखरेख करते भारतीय जवान।
पाकिस्तान के साथ
तल्ख हुये रिश्तों पर भारतीय प्रधानमन्त्री बाजपेई
द्वारा सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध कायम करने की दिशा में और
आगे कदम बढाते हुये दिल्ली लाहौर बस सेवा को पुनः शुरू
करने के साथ ही भारतीय जेलों में बन्द १३० मछुआरो व
अन्य पाकिस्तानी नागरिको को शीघ्र ही रिहा करने का
फैसला किया है। भारत ने विश्व समुदाय को यह संकेत देने
की कोशिश की है कि वह पाकिस्तान के साथ सौहार्द पूर्ण
रास्ते के लिये गम्भीर है। पाकिस्तान ने सम्बन्धो की
बहाली के लिये इसे एक सकारात्मक कदम बताया है। भारत ने
ईराक में भी दूतावास खोलने का निर्णय लिया है। शीघ्र
ही भारतीय राजदूत त्यागी बगदाद लौटेंगे।
पाकिस्तान के साथ
शान्ति की पहल करने के बाद प्राधान मन्त्री बाजपेई की
जमर्नी, रूस और फ्रान्स की यात्रा को काफी महत्व दिया
जा रहा है। इनमे सबसे अहम पडाव फ्रान्स में होने वाला
'जी आठ सम्मेलन' होगा जहाँ वाजपेई दुनिया के सबसे
ताकतवर देशो के सामने आतंकवाद और हथियारों के अवैध
आयात का मुददा उठायेगे। गौरतलब है कि फ्रान्स के
राष्ट्रपति जैक शिराक ने दुनिया के शीर्ष देशो के
संगठन समूह आठ के शिखर सम्मेलन से पूर्व एक जून को
व्यापक वार्ता के उदेश्य से प्रधानमन्त्री बाजपेई को
विशेष अतिथि के रूप में आमन्त्रित किया है।
केन्द्रीय
मन्त्री मण्डल से 'राजग' के एक घटक 'रालोद' के मुखिया
छोटे चौधरी अजीत सिंह के इस्तीफे और उतरप्रदेश की
मायावती सरकार से सर्मथन वापसी की आशंका से अप्रभावित
मुख्यमन्त्री मायावती, राज्य में विदेशी निवेश बढाने
के उदेश्य से अपनी पांच देशो की यात्रा पर निकली हुयी
है। उनकी इस सरकारी यात्रा मे साथ दे रहे 'ब स प'
सुप्रीमो काशीराम के अलावा उनके परिजन भी साथ चल रहे
है। मायावती ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका, फ्रान्स और
स्विटरजलैंड मे प्रवासी भारतीयों और अन्य निवेशको के
साथ विचार विर्मश कर पूजी निवेश के लिये आग्रह के साथ
ही हरसम्भव सहयोग का भरोसा दिलायेंगी।
किसी
भी सफलता के लिये प्रभावी अभिव्यक्ति महत्वपूर्ण है
नकि भाषा।हिन्दी भाषा के माध्यम से भारतीय प्रशासनिक
सेवा में सफलता नही मिल सकती, इस मिथक को तोडा है
हिन्दी माध्यम से प्रथम प्रयास में ही आई ए यस बने २५
वर्षीय विवेक पाण्डेय ने। आई ए एस में ४० वां स्थान
प्राप्त करने वाले विवेक पान्डेय ने प्रारम्भिक शिक्षा
सरस्वती शिशु मन्दिर से प्राप्त की थी।
वन्दे
मातरम के अमर गायक स्वर्गीय बंकिम चन्द चट्टोपाध्याय
की स्मृति को यादगार बनाये रखने के लिये भारतीय सरकार
ने यह फैसला किया है कि इस महान व्यक्तित्व का छाया
चित्र संसद भवन के मुख्य कक्ष मे प्रतिष्ठित किया
जायेगा।
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कविवर
सुमित्रानन्दन पन्त को अपना प्रेरणास्रोत बताने वाली,
भूषण की तर्ज पर वीररस का काव्य पाठ कर श्रोताओं पर
अपनी आवाज का जादू उड़ेलने वाली कवयित्री मधुमिता
शुक्ला की आसामयिक नृशंस हत्या और उतर प्रदेश के एक
राज्य मन्त्री से सम्बन्धो के कारण इस माह भी मीडिया
की सुर्खियों में रही। इस घटना के चलते मुख्यमन्त्री
मायावती ने राज्य मन्त्री को मन्त्रिमण्डल से बर्खास्त
कर दिया। आजतक पुलिस हत्यारो की तलाश में भटक रही है।
गार्जियन
अखबार से जुडे विवेक चौधरी ने अपनी प्रेमिका जेसिका के
साथ लंदन की आधुनिकता को छोड़कर कश्मीर की वादी में
सात फेरे लेने का निश्चय किया। उनके इस फैसले को
कश्मीर की आतंकित करती गोलियों की बौछार भी नही रोक
सकी। डल झील के किनारे शंकराचार्य पहाडी पर स्थित शिव
मन्दिर में उन दोनो ने सदा के लिये जीवन साथी बनने का
प्रण किया।
हिन्दी
को विश्व भाषा का दर्जा दिलाने के प्रयासों को मजबूती
प्रदान करने के इरादे से भारत सरकार विश्व हिन्दी
सम्मेलन हर दूसरे वर्ष आयोजित कराने पर सहमत हो गयी
है। सूरीनाम में होने वाले इस सम्मेलन में भारत सहित
अनेको प्रवासी हिन्दी साहित्याकाश के मूर्धन्य
साहित्यकारो का समागम होगा।
कर्नाटक
की प्रदेश सरकार ने ग्रामीणो के लिये यशस्विनी नामक
अनूठी स्वास्थ बीमा योजना लागू की है, इस बीमा योजना
के तहत किसान सहकारिता के प्रत्येक सदस्य को हर साल
मात्र ६० रूपये जमा करने होंगे। इसके एवज में उन्हे
राज्य के ६७ गिने चुने निजी और सरकारी अस्पतालों में
२लाख रूपये तक का इलाज कराने की सुविधा मिलेगी। इस
अनूठी योजना में अबतक १७ लाख किसान नामांकित हो चुके
है।
नेपाल
नरेश ज्ञानेन्द्र ने राजनैतिक विरोध के बीच सूर्य
बहादुर थापा को प्रधानमन्त्री पद की शपथ दिलाकर
राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर रहे नेपाल में एक
स्थायी सरकार की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया। इसके
साथ ही लोकेन्द्र बहादुर चन्द के प्रधानमन्त्री पद के
इस्तीफे से उपजे राजनैतिक संकट का पटाक्षेप हो गया।
बिहार
के बेताज बादशाह लालू इलेक्ट्रानिक मीडिया और प्रिन्ट
मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुये कहा कि अख़बार
वालो के खिलाफ मुकदमा करना जरूरी हो गया है। उनका
मानना है कि मीडिया उनके पीछे हाथ धोकर पडा है। ये लोग
न्यूज नही व्यूज दे रहे है। मैने बिहार में 'भूराबाला'
(भूमिहार, राजपूत, ब्राहमण, लाला) साफ करने की कभी बात
नही की और न ही बिहार की सड़को को हेमामालिनी के गाल
की तरह बनाने की बात कही। मेरे कुछ न कहने के बावजूद
मीडिया वाले अनाप शनाप छा छाप रहे है। मुझे जोकर
मजाकिया बताया जा रहा है।
अयोध्या
में बन्दूको के साये में घिरे रामलला को आतंकी कहर से
महफूज रखने के लिये विवादित परिसर स्थित गर्भगृह के
पिछले हिस्से में व्यूकटर के निर्माण के लम्बित
प्रास्ताव को केन्द्र सरकार ने हरी झंडी दे दी।
— बृजेश कुमार शुक्ल |