नये राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण
भारत
के प्रेक्षापास्त्र कार्यक्रम के जनक और देश के
सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से अलंकृत,
डॉ• ए पी जे अब्दुल कलाम ने देश के बारहवें
राष्ट्रपति के तौर पर संसद भवन के केन्द्रीय कक्ष
में आयोजित समारोह में पद और गोपनीयता की शपथ
प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति बी•एन• किरपाल के
नेतृत्व में ली।
इस अवसर पर अनेक विशिष्ट जनों के अतिरिक्त डॉ•
कलाम के ८६ वर्षीय भाई, अभिन्न मित्र, रामेश्वरम मन्दिर के
पुजारी पी वी शास्त्री, उनके पैतृक गाँव के स्कूली
बच्चे एवं परिजन इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी रहे।
शपथ ग्रहण के फौरन बाद अपने अभिवादन भाषण में डॉ• कलाम
ने हिन्दू सन्त त्यागराज के तमिल कीर्तन की
पंक्तियों को उद्धृत करते हुए कहा – 'ऐन्दारो
महानुभाव लु अन्दारिकी वन्दन मुलू' (मैं सभी महान
नेक दिल महानुभावों को प्रणाम करता हूँ।) उन्होंने
देश से भूख और गरीबी का समूल नाश करने और भारत को
विश्व का एक शक्तिशाली राष्ट्र बनाने का सपना
देशवासियों के समक्ष रखा तथा देश को विकासशील से
विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प लिया।
डॉ• कलाम ने जो कुछ कहा उससे प्रतीत होता है कि यथार्थ
की कठोर भूमि पर खड़ा वैज्ञानिक अब स्वयं द्रष्टा
राष्ट्र नायक की भूमिका का निर्वाह करने का कदम
उठा चुका है। उसे प्रतीक्षा है अपने एक अरब से
अधिक देशवासियों में ऐसी जन चेतना की जिससे गरीबी,
अशिक्षा और बेरोजगारी से मुक्ति मिले और वे
आर्थिक, सामाजिक और सामरिक दृष्टि से समृद्ध और
आत्मनिर्भर बनें।
भारतीय संस्कृति के प्रखर अनुयायी, कुरान और गीता दोनो
ही उनके प्रेरणा स्रोत हैं। उनका मानना है कि सर्व
धर्म समभाव का सिद्धांत ही देश की अखंडता को
अक्षुण्ण बनाये रखने की सबसे बड़ी ताकत है।
राष्ट्रपति चुनाव में ९० प्रतिशत मत प्राप्त करने वाले
गैर राजनीतिक एवं अविवाहित कलाम का सादगी पूर्ण
जीवन भारत की नयी पीढ़ी के लिये प्रेरणादायक है।
बच्चों के प्रति गहरे अनुराग के कारण उन्होंने
यहाँ तक कह दिया है कि राष्ट्रपति भवन को बच्चों
के लिये खोल दिया जाय।
रायसीना पहाड़ी पर चार सौ एकड़ में फैला ३४० कमरे
से युक्त राष्ट्रपति भवन में थियेटर, क्लब,
तरणताल, गोल्फ मैदान, टेनिस कोर्ट, पोलो ग्राउन्ड,
स्कूल, पेट्रोल पम्प, किचन गार्डेन, प्रिटिंग
प्रेस, लांड्री की सुविधाओं के साथ १,००० से अधिक
कर्मचारी राष्ट्रपति के अधिकारिक आवास में नियुक्त
है, राष्ट्रपति का मानदेय ५०,००० है जिस पर किसी
भी प्रकार के करों की कटौती वर्जित है।
डॉ•
कलाम जैसे वैज्ञानिक के लिये इनका कार्यकाल चुनौती
पूर्ण होगा, वैज्ञानिक सोच का राजनीतिकरण!
निवर्तमान राष्ट्रपति के आर नारायण रायसीना पहाड़ी से
उतरकर पृथ्वीराज रोड़ पर स्थित सरकारी आवास में
रहने चले गये हैं।
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राष्ट्रपति की ताजपोशी के फूल अभी तक कुम्हलाये भी
नहीं थे कि अचानक भारत पर दुःख की कालिमा ने मौत
बनकर ७९ वर्षीय उपराष्ट्रपति कृष्ण कांत को निगल
लिया। उनका देहान्त हृदयगति रूक जाने के कारण
हुआ।
स्वतंत्रता संग्राम के इस योद्धा के निधन की खबर
पाते ही उनके निवास पर लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा।
उपराष्ट्रपति निवास में कृष्ण कान्त के पार्थिव
शरीर के पास बैठी उनकी ९७ वर्षीय माँ के लिये यह
निश्चय ही अत्यंत दुखद रहा होगा। भारतीय सरकार ने
तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया एवं
राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुका दिया। कृष्ण कान्त की
अन्तेष्टि पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध
घाट पर की गयी। सभी गणमान्य नागरिकों एवं
राजनीतिज्ञों ने अश्रुपूरित श्रद्धांजलि अर्पित
की।
कश्मीर घाटी मे जहाँ एक ओर आतंकवादियों द्वारा मार
काट चल रही है, वहीं दूसरी ओर बन्दूकों के साये
में श्रद्धालुओं द्वारा १४,५०० फुट की ऊँचाई पर
स्थित अमरनाथ गुफा में जाने वालों का ताँता लगा
हुआ है। पुरूष, स्त्रियाँ, बच्चे, बूढ़े, सभी
बेखौफ जत्थों में हर–हर महादेव, बम–बम भोले, जय
बाबा अमरनाथ बर्फानी के गगन भेदी नारों के बीच
दुर्गम पहाड़ी राहों को लाँघते हुये गुफा में
दर्शनार्थ पहूँच रहे हैं। रक्षा बन्धन को पवित्र
गुफा का अन्तिम दर्शन होता है। कुछ छिटपुट घटनाओं
को छोड़कर यात्रा निविघ्न जारी है।
मौसम का हाल यह है कि बादलों की बेवफाई से भारत के
दो तिहाई हिस्सें में गम्भीर सूखे का संकट बढ़ता
जा रहा है, इस बार अषाढ़ माह जेठ की ही तरह तपता
रहा। सावन में यह तपिश और भी बढ़ गयी है। बारिश न
होने से अकाल की सम्भावना प्रबल होती जा रही है।
देश के ५२४ में से ३२० जिले सूखे की चपेट में हैं।
सूखे की गम्भीरता का अन्दाजा इसी बात से लगाया जा
सकता है कि उत्तर प्रदेश, राजस्थान का ८० प्रतिशत
भाग तथा पंजाब और हरियाणा जैसे उपजाऊ प्रदेश भी
सूखे की त्रासदी से बेहाल है। साथ ही साथ प्रकृति
की एक विडम्बना यह भी है कि आसाम, बंगाल और बिहार
बाढ़ की चपेट में जलप्लावन से ग्रस्त हैं।
अंतर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में— विश्व में
क्रिकेट की बाइबल मानी जाने वाली विजडम पत्रिका ने
कपिल देव को सदी का सर्वश्रेष्ठ भारतीय क्रिकेटर
चुना है। उनके नेतृत्व में भारत ने १९८३ में विश्व
कप जीतकर स्वर्णिम अध्याय लिखा था। कपिलदेव ने इस
सफलता का श्रेय अपनी माँ को देते हुये पुरस्कार
उनको समर्पित कर दिया।
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में राजमहल के शाही
परिवार में युवराज पारस की पत्नी राजकुमारी हिमानी
ने पुत्र के रूप में नेपाल के नये उत्तराधिकारी को
जन्म दिया है।
इस माह भारतीय तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग द्वारा
तेल दोहन के लिये सूडान में ७५ करोड़ डालर निवेश
के फैसले के मद्दे नजर सूड़ान के उपराष्ट्रपति की
संक्षिप्त भारत यात्रा विशेष महत्वपूर्ण रही।
अमेरिकी विदेश मंत्री कोलिन पावेल की भारत
पाकिस्तान यात्रा एक महत्वपूर्ण घटना रही लेकिन
जनता या राजनीति पर इसका कोई विशेष असर नहीं दिखाई
दिया।
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बृजेश कुमार शुक्ल |