अभिव्यक्ति में प्रियदर्शन की रचनाएँ
कहानियों में
जो उसके पिता नहीं थे
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प्रियदर्शन
प्रियदर्शन पेशे से
पत्रकार हैं, शौक से लेखक। कहानियाँ, कविताएँ लगभग १५
वर्षों से छपती रही हैं। उन्होंने चार अंग्रेज़ी पुस्तकों
का अनुवाद भी किया है और उनका एक कहानी संग्रह भी प्रकाशित
हो चुका है। संप्रति एनडीटीवी इंडिया की टीम का हिस्सा
हैं।
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