अभिव्यक्ति
में
प्रभात रंजन की
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रोचक
जानकारी में
फैंटम हुआ ७५ का
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प्रभात रंजन
जन्म: ३ नवंबर १९७० को
सीतामढ़ी (बिहार) में।
शिक्षा: पीएचडी
(उत्तर-आधुनिकतावाद और मनोहर श्याम जोशी के उपन्यास),
उदयप्रकाश की कहानियों में राजनीतिक-सामाजिक परिप्रेक्ष्य।
प्रकाशित कृतियाँ:-
दो कहानी संग्रह- जानकी पुल और बोलेरो क्लास।
नीम का पेड़ (राही मासूम रज़ा लिखित धारावाहिक का उपन्यास के
रूप में रूपांतरण)।
स्वच्छन्द (सुमित्रानंदन पन्त की कविताओं के संचयन का अशोक
वाजपेयी और अपूर्वानंद के साथ संपादन)।
टेलीविजन लेखन (असगर वजाहत के साथ सह-लेखन), एंकर रिपोर्टर
(पुण्य प्रसून वाजपेयी के साथ सह-लेखन)।
मार्केस की कहानी (गाब्रियल गार्सिया मार्केस के जीवन और
लेखन पर एकाग्र हिंदी में पहली पुस्तक)।
अनुवाद-
विक्रम चंद्र के उपन्यास का हिंदी अनुवाद ‘श्रीनगर का
षड़यंत्र’ प्रकाशित, प्रसिद्ध एन फ्रैंक की डायरी का हिंदी
अनुवाद प्रकाशित.
संपादन-
महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय की
पत्रिका ‘बहुवचन’ का संपादन, उसी विश्वविद्यालय की
अंग्रेजी पत्रिका ‘हिंदी’ में सहायक संपादक, ‘आलोचना’ में
संयुक्त संपादक, प्रसिद्ध समाचारपत्र ‘जनसत्ता’ में सहायक
संपादक.
पुरस्कार/ सम्मान:-
जानकी पुल कहानी के लिए ‘सहारा समय कथा सम्मान’
जानकी पुल कहानी संग्रह के लिए ‘प्रेमचंद कथा सम्मान’
जानकी पुल नामक
चिट्ठे के संचालक।
सम्प्रति: दिल्ली विश्वविद्यालय के ज़ाकिर हुसैन सांध्य
महाविद्यालय में अध्यापन.
संपर्क-
prabhatranja@gmail.com
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