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शब्दवध
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ए असफल
जन्म -
२६ दिसंबर १९५५
ए असफल जन्मजात लेखक नहीं हैं, यह हुनर उन्होंने साधना से
हासिल किया है। धर्मयुग, सारिका के ज़माने से लेकर नया
ज्ञानोदय और पुनप्र्रकाशित हंस तक उनका स.फर बेहद
श्रम–साध्य रहा। संगठन और प्रचार साहित्य से दूर दलित,
स्त्री, प्रेम और दर्शन जैसे सरल किंतु जटिल विषयों पर
निरंतर खोजपूर्ण लेखन में लगे हुए, वे अपनी सृजनात्मक
ऊर्जा, लेखन शैली, अनुभव संसार तथा भाषायी सौंदर्यबोध के
कारण जाने जाते हैं। अपनी इसी खोजी प्रवृत्ति के बल पर वे
संस्कृति और ऐतिहासिक से लेकर उत्तर आधुनिक समाज तक गहरी
पड़ताल कर सके। वैविध्य और मौलिकता उनके साहित्य की खास
पहचान है।
कृतियाँ
कथा संग्रह– जंग, वामा, मनुजी तेने बरन बनाए, बीज।
उपन्यास– बारह बरस का विजेता, लीला, नमो अरिहंता।
संप्रति- स्वतंत्र लेखन।
ई मेलः
asfal26@rediffmail.com
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