दस चुनी
हुई कहानियों को एक संकलन के रूप में में
वैभव प्रकाशन, रायपुर द्वारा प्रकाशित किया जाएगा
और भारतीय साहित्य संग्रह से
www.pustak.org
पर ख़रीदा जा सकेगा।
इन चुनी
हुई कहानियों के लेखकों को ५ हज़ार रुपये नकद तथा
प्रमाणपत्र सम्मान के रूप में प्रदान किए जाएँगे।
प्रमाणपत्र विश्व में कहीं भी भेजे जा सकते हैं लेकिन
नकद राशि केवल भारत में ही भेजी जा सकेगी।
महोत्सव में भाग
लेने के लिए कहानी को ईमेल अथवा डाक से भेजा जा सकता
है। ईमेल द्वारा कहानी भेजने का पता है-
teamabhi@abhivyakti-hindi.org डाक
द्वारा कहानियाँ भेजने का पता है-
रश्मि आशीष
संयोजक- अभिव्यक्ति कथा महोत्सव-२००८
ए -
३६७
इंदिरा नगर,
लखनऊ- २२६०१६
भारत
महोत्सव के लिए भेजी
जाने वाली कहानियाँ स्वरचित व अप्रकाशित होनी चाहिए
तथा इन्हें महोत्सव का निर्णय आने से पहले कहीं भी
प्रकाशित नहीं होना चाहिए।
कहानी के साथ लेखक
का प्रमाण पत्र संलग्न होना चाहिए जिसका आलेख
प्रारूप
के अनुसार होना चाहिए।
प्रमाण पत्र में
लेखक का नाम, डाक का पता, फ़ोन नम्बर ईमेल का पता व
भेजने की तिथि होना चाहिए।
कहानी के साथ लेखक
का रंगीन पासपोर्ट आकार का चित्र व संक्षिप्त परिचय
होना चाहिए।
कहानियाँ लिखने के
लिए A - ४ आकार के
काग़ज़ का प्रयोग किया जाना चाहिए।
ई मेल से भेजी जाने
वाली कहानियाँ एम एस वर्ड में भेजी जानी चाहिए। प्रमाण
पत्र तथा परिचय इसी फ़ाइल के पहले दो पृष्ठों पर होना
चाहिए। फ़ोटो जेपीजी फॉरमैट में अलग से भेजी जा सकती
है। लेकिन इसी मेल में संलग्न होनी चाहिए। फोटो का
आकार २०० x
३०० पिक्सेल से कम
नहीं होना चाहिए। कहानी यूनिकोड में टाइप की गई हो तो
अच्छा है लेकिन उसे कृति, चाणक्य या सुशा फॉन्ट में भी
टाइप किया जा सकता है।
कहानी का आकार २५०० शब्दों से ३००० शब्दों के बीच होना चाहिए।
कहानी का विषय लेखक
की इच्छा के अनुसार कुछ भी हो सकता है लेकिन उसमें
मानवीय मूल्यों के प्रति आस्था होना ज़रूरी है।
इस महोत्सव में नए
पुराने भारतीय तथा प्रवासी सभी सभी देशों के निवासी
तथा सभी आयु-वर्ग के लेखक भाग ले सकते हैं।
देश अथवा विदेश में
हिन्दी की लोकप्रियता तथा प्रचार प्रसार के लिए चुनी
गई कहानियों को आवश्यकतानुसार प्रकाशित प्रसारित करने
का अधिकार अभिव्यक्ति के पास सुरक्षित रहेगा। लेकिन
अपना कहानी संग्रह बनाने या अपने व्यक्तिगत ब्लॉग पर
इन कहानियों को प्रकाशित करने के लिए लेखक स्वतंत्र
रहेंगे।
चुनी हुई कहानियों
के विषय में अभिव्यक्ति के निर्णायक मंडल का निर्णय
अंतिम व मान्य होगा।