शिशु का ३८वाँ सप्ताह
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इला
गौतम
स्मृतियाँ
इस हफ़्ते तक शिशु विशिष्ट जानकारी याद रखना शुरू कर देगा,
जैसे घर में उसके खिलौने कहाँ रखे हैं। वह उन सब हरकतों की
भी नकल कर पाएगा जो उसने एक हफ़्ते पहले तक देखी हैं। यह
सभी कौशल इशारा करते हैं कि शिशु के पास अब स्मरणशक्ति है
– वह कोई भी घटना या विशेष अनुभव के कुछ विवरण छोटे अंतराल
के लिए याद रख सकता है। हालाँकि वह अभी भी बहुत सारे अनुभव
याद नही रक पाता। लम्बे समय तक रहने वाली विशेष घटनाओं की
सचेत स्मृति शिशु के दूसरे या तीसरे साल तक विकसित होगी,
जब असल भाषा उभरेगी।
खेलना और सीखना
शिशु अब वस्तुएँ एक डब्बे में डालकर निकाल सकता है। उसको
एक प्लास्टिक की बाल्टी और रंग-बिरंगे खंड दें ताकि वह
अपने इस नए कौशल का अभ्यास कर सके। (ध्यान रखें कि खंड
इतने छोटे भी न हों कि शिशु उन्हे निगल जाए)। शिशु को एसे
खिलौने भी अच्छे लगते हैं जिसमें कुछ हिस्सा हिलाने के लिए
हो जैसे कुंडी, लीवर, या दरवाज़ा जो खुलता और बंद होता हो।
इसलिए प्लास्टिक की थोड़ी बड़ी गाड़ी जिसे शिशु हाथ से
ढकेलकर ज़मीन पर चला सके, एक मनोरंजक खिलौना साबित होगी।
यदि आप शिशु से उसका खिलौना ले लेंगे तो आपका आम तौर पर सब
कुछ स्वीकार कर लेना वाला शिशु अब आपत्ति व्यक्त कर सकता
है। अब उसने वास्तव में अपनी पसंद-नापसंद, ज़रूरतें और
चाहतें बताना शुरू कर दिया है। एक सलाहः शिशु से उसका
खिलौना लेने से पहले उसको कोई और खिलौना पकड़ा दें।
इस उम्र के लगभग आधे
बच्चे एक दूसरे को वस्तुएँ देने और लेने वाले खेल खेल सकते
हैं। अपने शिशु की दोस्त बनकर यह खेल उसके साथ ज़रूर खेलें।
उसकी तरफ़ एक गेंद लुढ़काएँ और फिर देखें कि क्या वह वापस
आपकी ओर गेंद ढकेलता है? शिशु को ढेर लगाने वाले छल्ले या
छाँटने वाले खिलौने दें और फिर देखें कि वह उन्हे छाँटता
है और उनका ढ़ेर लगाता है या फिर सब लाकर आपके हाथ पर रख
देता है। शिशु आपके साथ अपना खाना बाँटना भी पसंद करेगा,
इसलिए यह अनमोल उपहार विनम्रता से स्वीकार करें।
खेल खेल खेल
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आटे के साथ- अभी तक आपने
यह देख लिया होगा कि जो कुछ भी आप कर रहे हैं शिशु को
भी वही करना होता है। इसी नकल का एक खेल बनाएँ शिशु को
खाना बनाने का मौका देकर। शिशु बड़ों की तरह काम करने
के अनुभव को बहुत पसंद करेगा और उन सभी नए स्पर्श
अनुभवों को भी जिनसे आप शिशु को परिचित कराएँगे।
इस खैल के लिए हमें चाहिए एक अख़बार, एक कटोरी, और
आटा। अख़बार को ज़मीन पर बिछा दें और फिर उस पर कटोरी
आटे की ढेरी रख दें। अब देखिये शिशु कितने मज़े से अपना
केक बनाता है। कप में थोड़ा आटा भरें और फिर आटा नीचे
गिराएँ। आपको देख कर शिशु भी आपकी नकल करेगा और ऐसा
करने में उसे बहुत मज़ा आएगा। थोड़ा आटा शिशु के हाथ और
पैर पर धारा बनाकर गिराएँ और उसे आटे का स्पर्श अपनी
त्वचा पर महसूस करने दें। इस खेल से काफ़ी गंद मच
जाएगी लेकिन इस खेल के दौरान आप कई मज़ेदार अनमोल
तस्वीरें खींच पाएँगे।
ध्यान रखें - शिशु को यह खेल खेलते समय ज़रा सी देर के
लिए भी अकेला ना छोड़ें क्यूँकि यदि शिशु गलती से आटा
अपनी नाक में डाल लेगा या ढ़ेर सारा आटा अपने मुँह में
डाल लेगा तो उसकी साँस भी अटक सकती है। इसलिए यह खेल
खेलते समय अत्यंत सावधान रहें।
याद रखें, हर बच्चा अलग होता है
सभी
बच्चे अलग होते हैं और अपनी गति से बढते हैं। विकास के
दिशा निर्देश केवल यह बताते हैं कि शिशु में क्या सिद्ध
करने की संभावना है - यदि अभी नही तो बहुत जल्द। ध्यान
रखें कि समय से पहले पैदा हुए बच्चे सभी र्कियाएँ करने में
ज़्यादा वक्त लेते हैं। यदि माँ को बच्चे के स्वास्थ
सम्बन्धित कोई भी प्रश्न हो तो उसे अपने स्वास्थ्य केंद्र
की सहायता लेनी चाहिए।
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