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हवाई यात्रा में सामान की सुरक्षा
—अर्बुदा ओहरी 


ढेर सारी तैयारियों और इंतज़ाम के बाद छुट्टियों पर जाने का समय आता है लेकिन यात्रा में सामान खो जाए तो यात्रा का आधा मज़ा वहीं खतम हो जाता है। एक समय था जब हवाई यात्रा को इस दृष्टि से सुरक्षित समझा जाता थे लेकिन आजकल हवाई जहाज़ से यात्रा करने वालों को सामान खो जाने की भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। हाल ही में प्राप्त एक समाचार में फीनिक्स एयरपोर्ट पर से एक साल के भीतर लगभग एक हज़ार बैग चोरी हो जाने की पुष्टि की गई है। यह दुर्घटना आए दिन किसी न किसी यात्री के साथ हो जाती है। एयरलाइन अपने नियमानुसार अनुसार खोये सामान का कुछ प्रतिशत ही हर्जाना देती है पर अक्सर सामान चोरी हो जाने के कारण लेने के देने पड़ जाते हैं। समय और पैसा तो नष्ट होता ही है और यात्रा का सारा मज़ा किरकिरा हो जाता है। यह मज़ा बरकरार रहे इसके लिए आवश्यक है कि यात्रा करने से पहले और उड़ान के समय कुछ बातों को नज़रअंदाज़ न करें।

सामान हल्का रखें-

सिर्फ उतना ही सामान साथ रखें जो यात्रा में आवश्यक हो और जिसके बिना काम न चले। भारी भरकम ढेर से सूटकेस हमेशा परेशानी का कारण ही होते हैं। इनमें मूल्यवान वस्तुएँ जैसे लैपटॉप, जीपीएस, ज़रूरी दस्तावेज़, पासपोर्ट, जेवरात आदि बंद कर के चेकइन करवाना मुसीबत को निमंत्रण देना है। यद्यपि सामान चोरी हो जाने पर एयरलाइन कुछ न कुछ हर्जाना देती है परंतु वह इतना भी नहीं होता कि बहुमूल्य सामान का मूल्य भर सके। इसलिए ढेरों सामान लादकर चलने की आदत से बचें।

मूल्यवान वस्तुएँ साथ रखें-

कभी भी कीमती सामान को चेक इन बैग में न डालें। यदि आपके पास हल्का सामान है जो आप केबिन में ले कर जा सकते हैं तो उचित यही रहता है कि सामान को चेक इन न करवाया जाए। इसके दो लाभ हैं- एक तो सामान के खो जाने की संभावनाएँ कम रहती हैं और दूसरा,  बेल्ट पर अपने सामान का इंतज़ार करने में समय खराब नहीं करना पड़ता। हाँ, इसके लिए यह ध्यान रखना पढ़ता है कि सूटकेस का आकार केबिन में आने लायक हो।

अपने सूटकेस को विशेष बनाएँ-

एक और साधारण सी बात यहाँ बहुत काम आ सकती है। चोरी करने वाले लोग हमेशा ऐसे बैग पर हाथ साफ करते हैं जो कि दिखने में सामान्य या आम हों, ताकि बेल्ट पर से भी बैग उठाते हुए किसी का ध्यान उनकी तरफ न जाए। यदि आपका बैग बहुत साधारण-सा काला या नीले रंग का है तो आपसे कुछ दूरी पर खड़ा व्यक्ति इसको उठा भी ले तब भी आपका ध्यान नहीं जाएगा। इसलिए बैग खरीदते हुए किसी अलग से रंग का बैग पसंद करें या उसका आकार थोड़ा अलग हो। आपके अपने साधारण काले, नीले बैग के हैंडल पर भी आप रंग-बिरंगी पट्टी लगा कर या उसके ऊपर किसी चटक रंग का रिबन लपेटकर उसे दिखने में थोड़ा अलग बना सकते हैं। इसको आप दूर से पहचान लेंगे और चोर इसे हाथ लगाने से डरेंगे।

महँगे सूटकेस लेकर यात्रा न करें-

कई बार चोर बैग में पड़े सामान की बजाए महगे बैग की तरफ ज़्यादा आकर्षित हो जाते हैं। इसलिए ध्यान रखें के बहुत आकर्षक, दिखने में सुंदर, मँहगे, आकर्षक रंगों वाले या चमड़े के सुंदर सूटकेस लेकर यात्रा न करें। इससे चुरानेवाला न केवल बैग से आकर्षित होता है बल्कि उसके मन में यह विचार भी आता है कि इस सूटकेस का मालिक पैसे वाला है और इसको चुराना फायदे का सौदा हो सकता है।

फुर्ती बरतें-

जैसे ही पता लगता है कि सामान चोरी हो गया, अगले ही क्षण बैगेज क्लेम काउन्टर पर जाना चाहिए ताकि बैग ले जाने वाले के जाने और बैग खो जाने की शिकायत के बीच का अंतराल कम हो और चोर को जल्दी पकड़ा जा सके। एयरलाइन्स सामान्यतः एक निर्धारित समय सीमा के अंदर ही सामान खो जाने की शिकायत दर्ज कर सकती हैं। यदि उस समय सीमा के बाद शिकायत की जाती हैं तो हर्जाने की उम्मीद कम रह जाती है।

सचेत रहें-

जब आप बेल्ट पर से अपना सामान उठाएँ तो ट्राली पर रखे सामान की निगरानी का भार अपने साथी को दे दें। यदि साथ में बच्चे हैं तो यह काम बच्चों को भी सौंपा जा सकता हैं। इस तरह जब आपका ध्यान बैल्ट पर आते हुए सामान की तरफ होगा तो कोई ट्राली में रखे गए आपके सामान को लेकर रफूचक्कर नही हो पाएगा।

समय का ध्यान रखें-

सामान की सुरक्षा के लिए समय पर हवाई अड्डे पहुँचना आर समय से सामान को चेक इन कराना बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। कई बार सामान इसीलिए खो जाता है कि भागते दौड़ते फ्लाइट पकड़ी जाती है। ऐसी स्थिति में सामान को जल्दी जल्दी चेक इन कराते समय उसके हैंडिल में लगाने वाली सूचना में या तो कुछ गल्ती हो जाती है या सामान अलग से भेजे जाने के कारण वह सही जगह नहीं पहुँचता। इस कारण ठिकाने पर पहुँचने के बाद पता चलता है कि सामान तो पहुँचा ही नहीं है।

सीधी उड़ान लेने की कोशिश करें-

उड़ान की अदला-बदली के समय सामान गायब हो जाने की संभावना सबसे अधिक होती है। जितनी ज़्यादा कनेक्टिंग उड़ानें हम लेते हैं सामान खोने की संभावनाएँ भी उतनी ही ज़्यादा होती हैं। इसलिए बेहतर है कि जहाँ तक हो सके एक सीधी उड़ान से यात्रा की जाय। जिससे एक जगह से हवाई जहाज़ पर चढ़ें और दूसरी जगह उतर जाएँ।

जानकारी और सुरक्षा बनाए रखें-

टिकट बुक करवाते समय बीमा पोलिसी के बारे में अच्छी तरह से जाँच-पड़ताल कर लेनी चाहिए। सामान्य रूप से यात्रा में सामान खोने पर पाँच से आठ प्रतिशत तक का व्यय ही चुकाया जाता है। पर अच्छा यही है कि इस विषय में नवीनतम जानकारी एअरलाइन से ले ली जाय। जब सामान हमारा है तो सुरक्षा हमसे बेहतर और कौन कर सकता है। एक बार सामान खो जाए तो कुछ भी अपने हाथ में नहीं रहता। इसलिए यात्रा का पूरा मज़ा उठाएँ, और इन सुझावों का ध्यान रखते हुए सोचें कि थोड़ी-सी सुरक्षा द्वारा बहुत-सा नुकसान होने से बचा जा सकता है।

१५ मार्च २०१० १ दिसंबर २०१४

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