दीवाली की तैयारी घरों
में बहुत पहले से शुरू हो जाती है। दीवाली साथ में ढेर
सारे त्यौहार लेकर आती है। नवरात्र से ही जो धूम शुरू हो
जाती है वो दीवाली के बाद भी कुछ दिनों तक बनी रहती है। इस
बीच घरों में भी रौनक तथा बच्चों में उत्साह बना रहता है।
ढेर सारी मिठाइयाँ, घर में सफाई, ख़रीदारी, उपहार के
चुनाव, रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलना इन सभी चक्कर में
हम अपनी सेहत को कुछ दिनों के लिए भूल जाते हैं। इसके
अलावा हमारा खानपान भी बहुत अव्यवस्थित हो जाता है। इन
दिनों मौसम भी बदलने लगता है तो हमारे साथ-साथ बच्चों की
तबीयत भी कुछ ढीली ही रहती है। त्यौहार का भरपूर आनन्द
अच्छी सेहत के साथ ही लिया जा सकता है इसलिए अपनी सेहत का
खास ख़याल करें।
त्यौहार के बाद होने वाली
थकान को दूर करने के लिए सबसे सरल उपाय यह है कि आप इन
दिनों पानी का सेवन ज़्यादा करें, यह शरीर में डीहाइड्रेशन
के कारण हो रही थकावट को दूर कर देगा और शरीर में हल्कापन
बनाए रखेगा। पानी ज़्यादा पीने का एक फायदा और आपको महसूस
होगा और वह ये कि इन दिनों जो भी उल्टा सीधा आपके पेट में
गया है उसका बुरा असर ये धो देगा। इसलिये बेहतरी इसी में
होती है कि जब भी शरीर में थकान हो तब पानी का सेवन बड़ा
देना चाहिए। इसके अलावा एक बात का ध्यान और रखें, कैफ़ीन
मिश्रित पेय न लें क्यों कि ये सब तुरंत ऊर्जा तो देते हैं
पर बाद में शरीर को कमजोर ही बनाते हैं। कार्बोनेटड पेय भी
शरीर के साथ यही करते हैं, तो इसलिये इसे पीने की बजाय
पानी ज़्यादा पिएँ। थकान के समय सिगरेट पीना या मदिरा का
सेवन करना भी ऊर्जा स्तर को कम कर देता है, जिन लोगों को
सिगरेट पीने की आदत है वो अपनी इस आदत पर ख़ास गौर करें।
सिगरेट, कैफ़ीन आदि उत्तेजक होते हैं और ये शरीर को बहुत
नुकसान पहुँचाते हैं। ऐसे में शरीर के लिये
एंटीओक्सीडेंट्स बहुत फ़ायदे वाली चीज़ है।
एंटीओक्सीडेंट्स शरीर को
थकावट से निजात दिलाने में मदद तो करते ही हैं और साथ ही
साथ शरीर का ध्यान भी रखते हैं। ये शरीर में चलने वाली
ऑक्सीकरण (आक्सीडेशन) की प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं
और इसके असर से शरीर बहुत सी गंभीर बीमारियों से भी बच
जाता है। आप अपनी दिनचर्या में एंटीओक्सीडेंट्स को शामिल
कर लें, यह सेहत के लिये बड़ा ही अच्छा टॉनिक है।
एंटीओक्सीडेंट्स बाज़ार में आसानी से उपलब्ध है पर खाने
पीने की बहुत सी चीज़ों से यह शरीर को मिल जाता है। लाल
रंग के फल तथा सब्ज़ी में यह बहुतायत से होता है जैसे
टमाटर, लाल शिमला मिर्च, लाल अंगूर, चेरी और तो और बहुत से
मेवों में भी यह एंटीओक्सीडेंट्स मौजूद रहता है। बस आप ऐसी
कुछ फल, सब्ज़ियों को नियम से खाना शुरू कर दीजिए, इसमें
मौजूद एंटीओक्सीडेंट्स स्वत: आपके शरीर में पहुँच जाएगा।
यह एक बहुत मज़ेदार बात है कि चॉकलेट में भी
एंटीओक्सीडेंट्स होता है। तो चॉकलेट के शौकीन लोग चॉकलेट
से भी कुछ मात्रा में एंटीओक्सीडेंट्स पा सकते हैं पर एक
चीज़ का ध्यान यहाँ दें, चोकलेट ऐसी ही खाएँ जिसमें 70
प्रतिशत कोको हो तथा शक्कर की मात्रा कम हो। इसके अलावा
काली या हरी चाय में भी अच्छा एंटीओक्सीडेंट्स होता है तो
आप ऐसी चाय भी पी सकते हैं।
थकान को दूर करने के लिये
सुगंधों का इस्तेमाल भी बहुत फायदा करता है, इसे भी आज़मा
कर देखें। केमोमाइल या लवेंडर की सुगंधि वाले साबुन से
नहाएँ या आप इसकी गंध वाला तेल, क्रीम शरीर पर लगाएँ,
निश्चित रूप से आप तनाव और थकान को भूल जाएँगे। केमोमाइल
फ्लेवर वाली चाय भी आपको रिलेक्स कर सकती है। रात में यदि
थकान की वजह से आप सो नहीं पा रहे तो केमोमाइल फ्लेवर की
चाय पिएँ, आपको अच्छी नींद आएगी।
त्यौहार के बाद घर में
ढेर सी मिठाइयाँ को समेटना भी एक टेंशन सा हो जाता है। लेन
देन के चक्कर में इतनी मिठाइयाँ इकट्ठी हो जाती हैं कि समझ
नहीं आता कि क्या करें। अगर घर में मावे की बनी मिठाई
ज़्यादा है तो इसका इस्तेमाल बहुत सी चीज़े बनाने में किया
जा सकता है। जैसे कि आप मावे की मिठाई का भरवाँ परांठा बना
सकते हैं, यह बच्चों को भी खाने में दे सकते हैं और बच्चे
इसे पसंद भी करते हैं। हल्की गुलाबी सर्दी में गाजर का
हलुआ बढ़ा ही लज़ीज़ लगता है, मावे की मिठाई का इस्तेमाल
गाजर का हलुआ बनाने में भी कर सकते हैं। गाजर का हलुआ बना
कर आप एयर टाइट डिब्बे में कुछ दिनों तक फ्रिज में भी रख
सकते हैं, यह खराब नहीं होगा। इसी तरह से यदि काजू की
मिठाई या अन्य कोई मिठाई आपके पास पड़ी है तो उसे भी एयर
टाइट डिब्बे में कुछ दिनों तक फ्रिज में रख सकते हैं। और
आप चाहें तो यह ताज़ी मिठाई ही किसी भी मंदिर या स्टेशन के
बाहर बैठे जरूरतमंद लोगों में बाँट दें। त्यौहार पर उन
लोगों के लिये भी अवश्य कुछ न कुछ खाने पीने की चीज़ें घर
से आप निकाल कर बँटवा सकती हैं।
घर में रंगोली, साज सज्जा
को भी हटाने में समय और ऊर्जा दोनों खर्च हो जाते हैं। यह
सब काम अकेले करने की
बजाय घर के सभी सदस्यों की मदद लें।
बच्चों को भी सफाई के काम में शामिल करें, उनके लिये यह
खेल होगा और आपका काम भी
जल्दी निपट जाएगा। घर के सभी सदस्यों को उनके अनुसार कुछ न
कुछ काम सौंप दें, इससे घर के सभी सदस्य एकात्मभाव को
महसूस करेंगे। भई, त्यौहार तो यूँ भी मिलजुल कर मनाया जाता
है तो खाने पीने, मस्ती के साथ साथ काम में सभी का हाथ
बटाएँ। मिलजुल कर कोई भी काम करें तो काम का मज़ा दुगुना
हो जाता है। घर में अच्छे भजन, हल्का संगीत सुनें। परिवार
के साथ ज़्यादा से ज़्यादा समय बिताएँ। तो बस जितना धूमधाम
से त्यौहार मनाया है उतनी ही ऊर्जा को अपने अंदर उसके बाद
भी महसूस कीजिए और दूर भगा दीजिए थकान को। |