पतझर और सर्दियों के महीने गर्मी को
अलविदा कहने लगते हैं, आग जलाकर उसके आसपास बैठना बहुत भाने लगता है, ऐसे में
भुनी मूँगफली, बादाम, अखरोट खाने का तो अलग ही मज़ा है, और पीने के लिए
हज़ारों पेय जो सर्दी को तो दूर भगाते ही है, स्वास्थ्य भी बनाते हैं। वैसे
तो सर्दियाँ अपने में खुशियाँ लेकर आती हैं लेकिन ज़रा सी लापरवाही के कारण
ये कष्टकर भी हो जाती हैं जैसे: सर्दी, जुकाम, खाँसी में। सच पूछिए तो यह सर्दियों की
सर्दी किसी जानलेवा मुसीबत से कम नहीं। तो क्या इससे बचने के कुछ कारगर
प्राकृतिक तरीके हैं जो जीवन को आसान बना सकें?
इन सब समस्याओं से संबंधित कुछ प्रश्न हमारे सामने आते हैं
जैसे:-
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क्या खान-पान पर ध्यान दिया जाए?
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क्या अपने शरीर को ढक कर रखा जाए? यदि हाँ तो शरीर के किस
अंग को ढका जाए?
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हवाई यात्रा और वातानुकूलित
दफ़्तरों में ठंड से कैसे बचा जाए?
इन
सबसे बचने के कुछ सामान्य तरीके पुराने समय से प्रचलन में
हैं। तो क्यों न कुछ को आज़माकर देखा जाए-
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मिर्च और लहसुन
इसका प्रयोग आप कैसे करते हैं ये मायने नहीं रखता,
मायने रखता है अधिक से अधिक मात्रा में सेवन करना। लहसुन
बीमारियों से लड़ने के लिए सबसे गुणकारी है। मिर्च साइनस को
दूर करने में हमारी मदद करती है, बल्कि गर्म और चटपटा खाना
सर्दी को हमसे दूर रखता है।
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काबुली चने
आधा किलो उबले हुए काबुली चने को दो
चम्मच नींबू के रस के साथ मिला लें और माइक्रोवेव में उसे
चार मिनट तक गर्म करें। जब गर्म हो जाए तो चीज़ के साथ परोसें। सर्दी लग जाने पर
मिर्च खाना अच्छा रहता है, उससे
सर्दी ठीक हो जाती है।
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चिप्स और हॉट साल्सा
अगर मैक्सिकन खाने का
शौक है तो सर्दी से निपटने के लिए चिप्स को हॉट साल्सा के
साथ खाने से मज़ेदार कुछ भी नहीं। चार पाँच जालपानो
मिर्चें साथ में खा सकें तो सारी सर्दी बह कर निकल जाएगी।
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एग रोल और
हॉर्सरैडिश
मस्टर्ड
चीनी खाना पसंद है तो एग रोल और
हॉर्सरैडिश
मस्टर्ड सर्दी ज़ुकाम के लिए अच्छे समझे गए हैं। इसका
तरीका यह है कि गरमागरम एग रोल का एक चौथाई टुकड़ा मस्टर्ड में
डुबा कर मुँह के अंदर रखें और मुँह को बंद रखें। अगर ज़्यादा
गरम महसूस हो तो मुँह खोलकर थोड़ा सी भाप बाहर निकाल दें। चाइनीज़
हॉर्सरैडिश
एक तरह की मिर्च है और इसकी मस्टर्ड की भाप में एक
ख़ास बात यह है कि इससे थोड़ा पसीना आता है जिससे सर्दी
महसूस नहीं होगी।
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सर्दी से पीड़ित लोगों से दूरी बनाएँ
एक मूल्यवान सलाह: जिन लोगों को सर्दी, जुकाम, या
खाँसी है उनको न तो किस ही
करें, न गले मिलें, न ही उनका झूठा खाएँ पीएँ।
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वाइन के
गरम पेय
हालाँकि ज़्यादातर गर्म
कॉकटेल को बनाने की विधि में
व्हिस्की, पानी, चीनी, नींबू और लौंग का इस्तेमाल होता है
किंतु ये विधि सबसे अलग है- एक कप दूध उबालें। स्वादानुसार
चीनी मिलाएँ। जितनी व्हिस्की आप पी सकते हैं उतनी उसमें मिलाएँ।
गर्म दूध व व्हिस्की के मेल से आप गहरी व सुखद नींद का आनंद
ले सकते हैं। सर्दी को दूर करने के लिए ब्रांडी का भी प्रयोग
किया जाता है पर ब्रांडी के स्थान पर आप हॉट चॉकलेट भी ले
सकते हैं।
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कुछ अन्य सुझाव
1. बड़ी मात्रा में विटामिन का प्रयोग करें।
2. खूब फल खाएँ। फलों में काफ़ी विटामिन सी होता है।
3. जल्दी सोयें और खूब सोयें।
4. अगर बीमारी के लक्षण नज़र आएँ तो काम के बोझ को कम करने का
प्रयास करें ताकि बीमारी आप पर ज़्यादा हावी न हो, तभी आप
बीमारी से लड़ पाएँगे।
5. वाइन और अंगूर का रस तरह-तरह के वायरस को मार सकता है।
सर्दी और जुकाम से संबंधित कुछ तथ्य
काफी मनोरंजक हैं। क्या आप जानते हैं कि—
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सनस्पॉट और ज़ुकाम एक
दूसरे से संबंधित हैं।
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सबसे बुरा एपीडेमिक १९१८ से १९१९ तक रहा था। उसको
"स्पैनिश फ्लू" के नाम से जाना जाता था जो प्रथम विश्व युद्ध
से लौटे सैनिकों से फैला था जिससे दो लाख ब्रिटेन में और
पाँच मिलियन भारत में मौतें हुई थीं। एसकीमोज़ की भी बुरी
हालत थी जिनकी आधी से भी ज़्यादा जनसंख्या रह गई थी।
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इस बीमारी के लक्षण को एस्प्रीन कम कर देता है किंतु
बीमारी को ठीक नहीं कर पाता।
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सर्दी वाइरल इंफैक्शन से
लगती है।
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एंटीबॉयोटिक सर्दी ठीक करने
में कारगर नहीं होते।
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वैक्सीनेशन भी इसके लिए सफल
नहीं हुए हैं क्यों कि इन्फ्लुएन्ज़ा वायरस बदलते व बढ़ते रहते
हैं और इतने ताकतवर हो जाते हैं कि किसी भी वैक्सीनेशन से
लड़ने में असफल रहते हैं।
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बहुत से जानवरों को भी सर्दी लग सकती है, एक बीमारी जो चूज़ो के लिए बहुत घातक व सीरियस होती है वह है-"फाऊल
प्लेग"।
कुछ
और सुझाव
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जानी-मानी सलाह है कि
सर्दियों में बाहर जाने से सर्दी नहीं लगती, लेकिन यदि शरीर
ठंडा हो रहा हो तो सर्दी लग जाती है। सर्दी लगने के कई कारण
होते हैं- जिन लोगों को सर्दी लगी है उनके साथ रहने से, जहाँ
आप रहते या काम करते हैं वहाँ हवा का आवागमन सही न होने से आदि।
सर्दी के वायरस ज़्यादातर
नाक में ही पैदा होते व पलते हैं और अपने शरीर से ज़्यादा
तापमान में रहने से मारे जा सकते हैं। ऐसे में भाप लेना
ज़्यादा अच्छा होता है। इससे नाक की सफ़ाई भी हो जाती है,
पानी में अगर थोड़ा सा मेंथोल डाला जाए तो बहुत लाभदायक होता
है।
"ओलबास" तेल (जो कि कई अलग-२ तेलों व मेंथोल से बनता है।) की
कुछ बूँदें रूमाल में डालकर रात को सिरहाने रखें जिससे यह
दिमाग़ की सफ़ाई भी करता है और नहाते समय कुछ बूँदें पानी में
मिलाकर स्नान करना भी बड़ा लाभदायक होता है इसकी खुशबू भी
बहुत अच्छी होती है।
एक सुझाव जो कम लोगों को ही
मालूम होगा- अगर आपको सर्दी लगी है तो आप सरसों का तेल लगा
कर स्नान कर लें। इससे रक्त संचार बेहतर होता है
जिससे चेहरे पर चमक आती है और नाक भी साफ़ हो जाती है। थोड़ा
सा आँख में पानी ज़रूर लाता है। पर वह निरापद है।
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अपने हाथों को साफ रखें
जिन लोगों को सर्दी लगी है उनसे हाथ न मिलाएँ क्यों कि
वो लोग अपने हाथों को नाक व मुँह पर लगाते रहते हैं और कुछ
लोग तो इधर-उधर छींकते व खाँसते भी रहते हैं। यहाँ तक के कुछ
लोग बाथरूम जाने के बाद हाथ भी नहीं धोते। अगर आपने हाथ धोए
हैं तो इस भूल में मत रहिएगा कि आप सुरक्षित हैं क्यों कि आपसे पहले जो व्यक्ति गया है उसने
हाथ नहीं धोए और दरवाज़ा उन्हीं हाथों से खोला व बंद किया और
अब आप भी वही दरवाज़ा छूने जा रहे हैं।
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जिंक को चूसें
एक शोधकर्ता का विचाक है कि जिंक से हम पिंक रहते हैं।
उसका कहना है कि-"सर्दी से बचने का जो सबसे अच्छा तरीका
मैंने ढूँढा है, वह जिंक टेबलेट को इस्तेमाल करना है। अगर
सर्दी की शुरुआत में ही मैं इसको इस्तेमाल करता हूँ वह पाँच
से सात दिन की बजाए तीन से चार दिन में ही समाप्त हो जाता
है। (हाँ मैं विटामिन सी
भी लेता हूँ वो भी मदद करता है।) जिंक वायरस को हमारी नाक व
गले में फैलने से बचाता है। इसलिये आपको निर्देशों का पालन
करना चाहिए और चूसने वाली गोलियों का नियमित रूप से प्रयोग करना चाहिए।
इसे एक दिन में इस्तेमाल करने के बाद आपके मुँह में चॉक जैसा
स्वाद आएगा और आपकी स्वाद की शक्ति
थोड़ी कम हो जाएगी लोकिन अगर बुरी तरह जुकाम है तो आप कुछ भी
स्वाद नहीं ले पाएँगें।"
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गायकी का शौंक रखने वालों के लिए
यदि आप गायक हैं या पब्लिक स्पीकर हैं तो आपको
वाकेलजॉन्स ख़रीदना चाहिए। स्वाद में वह ज़रूर ख़राब होता पर
लाभदायक भी उतना ही होता है। अगर आप गायक, अध्यापक या कोई
बोलने वाला कार्य करते हैं और आपको गले में दर्द होता है तो
आपको एनेसथेटिक स्प्रे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्यों कि
इस तरह की दवाइयाँ आगे चलकर बहुत नुकसानदायक सिद्ध होती हैं।
यहाँ तक कि आप अपनी आवाज़ भी खो सकते हैं और आवाज़ की टोन भी
बदल सकती है, बोलने की शक्ति भी कम हो सकती है। अच्छा तो ये
है कि आप बातचीत ज़्यादा न करें और गले को आराम दें.
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नाक बंद होने का उपचार
अक्सर जुकाम में नाक बंद होना और कफ़ बनना एक आम बात
है जिसको दूर करने के दो उपाय हैं:
१. टिश्यु पेपर में बाम लगाकर उसको सूँघते रहें।
२ नाक को बहुत ज़ोर से साफ़ न करें। इन्हेलर का इस्तेमाल करें और भाप भी लें।
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गला बंद हो जाना
अगर गला बंद हो जाए तो शहद, नींबू और ग्लीसरीन का
इस्तेमाल करें।
१. एक ग्लास में एक से दो चम्मच ग्लीसरीन, आधा नींबू और एक
चम्मच शहद डालें।(या स्वादानुसार)
२. उसके ऊपर उबलता हुआ पानी डालें जिससे वह अच्छी तरह मिल
जाए।
३. जब थोड़ा ठंडा हो जाए तो उसको पी लें इससे गले में आराम
मिलता है।
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व्यायाम की ख़ूबियाँ
सर्दी से छुटकारा पाने के लिए व्यायाम भी बहुत
लाभप्रद होता है। जिससे हमें घातक वायरस से लड़ने की शक्ति
मिलती है। व्यायाम हमारे शरीर में तापमान को बढ़ाता है और
कीटाणुओं से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है।
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अदरक की चाय के क्या कहने
अब सर्दी लगे में अदरक की चाय मिल जाये तो क्या कहने!
स्वाद का स्वाद और बीमारी से निजात अलग।
१. आधा इंच अदरक को पीसकर दो कप उबलते पानी में डालें।
२. दो मिनट तक उसको पकने दें।
३. एक चौथाई नींबू
का रस और एक चम्मच शहद उस पानी में मिलाकर पी लें।
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परिवार का हिस्सा
दादी नानी का कहना हैं कि नींबू के गर्म पानी में एक
बूँद व्हिस्की, एक चम्मच शहद और थोड़ी सी इलायची, बंद नाक को
खोलने और शरीर में विटामिन की पूर्ति के लिए लाभदायक
है।
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कपड़े
१. यदि आप बेसमेंट में जा रहे हैं तो आपना कोट व स्कार्फ
निकाल लें और बाहर निकलते समय दोबारा पहन लें इससे आपका शरीर
तापमान के अनुकूल रहेगा।
२. अगर आपको गले की बीमारी ज़्यादा होती है तो आप हाईनेक व
स्कार्फ अवश्य पहनें।
३. ठंड के समय में गीले बालों में बाहर न निकलें।
४. हमेशा अपने पैरों को ढककर रखें।
५. हो सके तो टोपी भी लगा लें।
६. अगर आपको सर्दी, जुकाम हो तो दूध या उससे बनी चीज़ें न
खाएँ और न ही पीयें।
७. बहुत सारा पानी पीयें व ज़्यादा घूमें-फिरें नहीं।
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रूसी नुस्खा - वोदका
रशियन सर्दी इस तरह से ठीक होती है: एक बोतल काली
मिर्च का वोदका ख़रीदें। धूप में बैठें और जब पसीना आने लगे तब वोदका
पीएँ। अगर धूप न हो तो गर्म पानी में नहाएँ और पसीना आने पर
वोदका पीएँ।
सर्दियों के बारे में कुछ बातचीत
कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि सर्दी बहुत अच्छी होती है।
थोड़ा सोचिए… पढ़ने वाले बच्चे ज़्यादातर चाहते हैं कि उनको
सर्दी लग जाए, जिन लोगों का काम अच्छा नहीं होता वो हमेशा
बीमार रहना पसंद करते हैं। इसलिए सर्दी से डरने की बजाय उसे
अपने पुराने दोस्त की तरह हमेशा अपने पास रखना चाहते हैं
क्यों कि घर में रहने का इससे अच्छा बहाना और क्या हो सकता
है। अब ये आप पर है कि आप उसको दोस्त बनाकर अपने पास रखना
चाहते हैं या हमारे दिए सुझावों का पालन करके उससे निजात पाना
चाहते हैं।
९ जनवरी
२००७
६ अक्तूबर २०१४ |