कलम गही नहिं हाथ
अजब गजब एंबुलेंस
पिछले
अंक में हमने दुबई पुलिस की कारों की बात की थी लेकिन जबतक शहर के
स्वास्थ्य विभाग के सुपरकार एम्बुलेंस बेड़े की बात न की जाय, तब
तक
कारों की यह कहानी अधूरी रहेगी।
दुबई की एम्बुलेंस सेवा में निसान जीटी-आर,
शेवरले कार्वेट और लैंड रोवर रेंज रोवर हैं। इसके अतिरिक्त - दुबई में
निर्मित क्लासिक टोयोटा लैंड क्रूजर और क्लासिक टोयोटा हियाची,
जी.एम.सी. कम्फर्ट, क्लासिक, ट्रेंड, बाक्स, इंटेंसिव केयर, मेडिकल
रेस्क्यू, चार मरीजों को एक साथ ले जाने वाली गाड़ियाँ और एंबुलेंस बस
आदि हैं।
२०१४ में दुबई में आयोजित खाड़ी सूचना प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी में दुबई
कॉरपोरेशन फॉर एम्बुलेंस सर्विसेज द्वारा सजाए गए स्टाल में पहली बार
लोगों ने ''सुपरकार एम्बुलेंस''
को देखा। जी हाँ सुपर कार एंबुलेंस! यह थी- दो सीटों वाली लोटस एवोरा,
जो अब चिकित्सा की आपात स्थिति में भाग लेने का काम करती है। 'दुबई
कॉर्पोरेशन फॉर एम्बुलेंस सर्विसेज' की १६०,००० डॉलर की 'लोटस एवोरा
एम्बुलेंस', रिकॉर्ड समय में स्वास्थ्य की देखभाल के लिये अधिकारियों
को मौके पर लाने का काम करती है। १८५ मील प्रति घंटे की गति से दौड़ने
वाली लोटस एवोरा एम्बुलेंस ३४५ हार्स पावर वाले ३.५-लीटर सुपरचार्ज्ड ६
सिलिंडर से युक्त इंजन वाली कार है, जिससे यह ४.६ सेकंड में ०-६२ मील
प्रति घंटे की रफ्तार पर आ जाती है और १७२ से १८५ मील प्रति घंटे की
तेज गति से दौड़ सकती है।
यह एक टू सीटर स्पोर्ट्सकार है। आश्चर्य है कि टू-सीटर स्पोर्ट्सकार
में दुबई का कोई मरीज या घायल कैसे फिट होगा? इसका उत्तर यह है कि इसे
आपातकालीन चिकित्सा उपकरण किट से सुसज्जित किया गया है। यह केवल
रोगियों की देखभाल करेगी और उन्हें प्राथमिक उपचार देगी। इसमें
हृदय-गति और रक्तचाप मॉनिटर, एक डिफाइब्रिलेटर और एक प्राथमिक चिकित्सा
किट शामिल है। यह एंबुलेंस किसी की भी जान बचाने के लिये जल्दी से मदद
देने का काम करेगी। प्रत्येक सुपरकार न केवल एक वाइडस्क्रीन नोटबुक के
साथ आती है, बल्कि इसमें सहायता करने वाले पैरामेडिक्स (सहायक
चिकित्सक) रोगी की जानकारी कुछ ही सेकंड के भीतर अस्पतालों और चालक दल
को भेज सकते हैं। दुबई कॉरपोरेशन फॉर एम्बुलेंस सर्विसेज के ५० विशेष
रूप से प्रशिक्षित पैरामेडिक्स इस तरह की ५० कारों में बिना समय गँवाए
मरीजों तक पहुँचकर तेजी से उनकी देखभाल करते हैं। यानि इस शानदार कार
की सवारी पैरामेडिक्स करते हैं?
२६ करोड़ रुपये की दुनिया की सबसे महँगी ४०० किमी प्रति घंटे की तेज
गति वाली लाइकन स्पोर्ट एंबुलेंस २०२२ में दुबई एंबुलेंस कार्पोरेशन
में आ जुड़ी है। २.८ सेकेंड में ही यह १०० किमी प्रति घंटे की रफ्तार
पकड़ लेती है और ४०० किमी प्रति घंटे की तेज गति से दौड़ सकती है। यह गाड़ी हाइपर स्पोर्ट कार है, जिसकी छत के भीतरी भाग में सोने का पानी
चढ़ाया गया है और जिसकी गद्दियों पर सोने की कढ़ाई वाले चमड़े को
चढ़ाया गया है। जिसकी हेडलाइट में एलईडी के साथ ४४० हीरे के एक सेट के
जड़ा हुआ है। यह कार दुनिया के पहले थ्रीडी होलोग्राम होलोग्राफिक
मिड-एयर डिस्प्ले के साथ भी आती है जिसे मोशन जेस्चर का उपयोग करके
नियंत्रित किया जाता है। प्रदर्शन के मामले में कार अपने समग्र वजन को
कम करने के लिए पूरी तरह से कार्बन फाइबर से बनी है और एक ट्विन
टर्बोचार्ज्ड ३७५६ सीसी इनलाइन सिक्स से सुसज्जित है जो ७८९ बीएचपी और
९६० एनएम टार्क के पावर आउटपुट के साथ पीछे की तरफ लगा है।
इस एंबुलेंस ड्राइवर के तो ऐश हैं!
दुबई के कुछ रूढ़िवादी परिवार पुरुष चिकित्सकों को महिला रिश्तेदारों
के इलाज की अनुमति नहीं देते हैं, इसलिये विशेष रेंज रोवर एबुलेंस का
एक बेड़ा केवल महिलाओं की सेवा में तैनात रहता है। यह रेंज रोवर एक
महिला इमर्जेन्सी मेडिकल टेक्नीशियन द्वारा संचालित होती है।
यह सब जानने के बाद हर कोई इस गंभीर सोच में डूब जाएगा कि अगर दुबई
अस्पताल के पैरामेडिक्स (सहायक चिकित्सक) और मेडिकल टेकनीशियन रोज काम
पर जाने के लिये १६०,००० डालर की लोटस एवोरा और रेंज रोवर जैसी
गाड़ियों को ड्राइव करते हैं, तो डॉक्टर (बड़ी बड़ी डिग्रियों वाले
चिकित्सक) कौन सी कार ड्राइव करते हैं? सच तो यह है कि कुछ नामी गिरामी
डाक्टरों को छोड़कर अधिकतर चिकित्सक काम पर जाने के लिये किसी फरारी या
लोमबर्गिनी का इस्तेमाल नहीं करते।
दूसरी
ओर अगर आप सोच रहे हैं कि आप एंबुलेंस को फोन करेंगे और करोड़ों रुपयों
की एक शानदार गाड़ी आपके दरवाजे पर आ खड़ी होगी तो यह बहुत बड़ी गल्ती
होगी।
जब आप मदद के लिए डायल करते हैं तो आपको इन
कारों को देखने की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। वे ज्यादातर हाई-प्रोफाइल
कार्यक्रमों और सार्वजनिक समारोहों में प्रदर्शन वाहनों के रूप में
उपयोग की जाती हैं और इन शोभास्थलों पर कभी कोई आकस्मिक अवसर आन पड़े
तभी वे सहायता करती हैं।
पूर्णिमा
वर्मन
१ अगस्त २०२२
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