कलम गही नहिं हाथ
गुलाबी दिवस
की गुलाबी यात्रा
३० अक्तूबर का दिन विश्व में गुलाबी रिबन दिवस
के रूप में जाना जाता है जब हजारों की भीड़ गुलाबी रंग से सजधज कर स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता का प्रचार करते सड़कों पर
निकल आती है। तीन साल पहले एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई के इमारात
में महिलाओं की मौत का सबसे बड़ा कारण स्तन कैंसर है। तब से यहाँ स्तन कैंसर
के विरुद्ध ज़बरदस्त संग्राम छिड़ा हुआ है।
पहले तो पूरा अक्तूबर विश्व स्तन कैंसर माह के रूप में मनाया
गया। महिलाओं में जानकारी के प्रचार, उनके निरीक्षण व चिकित्सा के कार्यक्रम
आयोजित किए गए और सुपर मार्केट के कैशियरों, अस्पतालों के कर्मचारियों के
साथ-साथ तमाम अन्य लोग भी स्तन कैंसर के विरुद्ध गुलाबी रिबन धारण किए रहे।
फिर ३०
अक्तूबर की सुबह दुबई में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जब लगभग ८००० स्त्री
पुरुष और स्कूल के बच्चे एक साथ सड़क पर कैंसर के विरूद्ध आयोजित एक मार्च
में साथ आ जुटे। बर्जुमान शापिंग मॉल से प्रारंभ होने वाली इस पद-यात्रा शुरू
होने से पहले मॉल में गुलाबी टोपियों, मोज़ों और टी शर्ट की बिक्री की गई जिसे
मॉल की जन संपर्क अधिकारी सबीना खंडवानी ने स्तन कैसर से पीड़ित ऐसी महिलाओं के लिए दान
में दिया जो महँगे इलाज का बोझ नहीं
उठा सकती हैं। सुबह आठ बजे प्रारंभ होने वाली इस पद-यात्रा का उद्देश्य तो
नेक था ही स्वरूप भी कम दर्शनीय नहीं था। जहाँ इतने लोग जुटें वहाँ मौज मस्ती
तो होनी ही थी। जहाँ तरह तरह के ढोल और नगाड़े इस भीड़ा का हिस्सा बने वहाँ
फैशन प्रेमियों ने भी इस यात्रा को रंगीन बनाने में कोई कसर नहीं रखी। ऊपर के
चित्र में एक महिला का गुलाबी बालों वाला फोटो इस बात का सबूत है। अनेक लोगों
को भाव विह्वल हो रोते हुए देखा गया।
टी शर्ट, मोज़ों और टोपियों पर लिखे नारे आकर्षक होने
के साथ-साथ संवदनाओं को भी आंदोलित करते थे। तेज़ गाड़ियों वाले पूरे मनकूल
क्षेत्र को पुलिस ने आज के दिन इस गुलाबी रंग के समुद्र के लिए सुरक्षित किया
हुआ था। छोटे बच्चे अपने माता पिता के कंधों पर चढ़े हुए थे और मसखरे उनका
जहाँ तहाँ मनोरंजन करने में लगे थे। यात्रा का प्रारंभ दुबई शॉपिंग फेस्टिवल
की चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर लैला सुहैल ने हीलियम से भरे सैकड़ों गुब्बारों को
छोड़कर किया। अभिव्यक्ति के पाठकों के लिए इस आयोजन का विडियों हमें गल्फ़
न्यूज के सौजन्य से प्राप्त हुआ है।
यहाँ क्लिक करें, (वीडियो लोड होने में थोड़ा समय लग सकता है),
और इस पद-यात्रा का आनंद लें।
पूर्णिमा वर्मन
२ नवंबर २००९
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