कलम गही नहिं हाथ
हिंदी-विकिपीडिया सही दिशा
की तलाश
पिछले दो महीनों में हिंदी विकिपीडिया के
लेखों में तेज़ी से वृद्धि हुई है और अब हिंदी विकिपीडिया लेखों की
संख्या के आधार पर ४८वें स्थान पर आ गया है, जो खुशी की बात है। लेकिन
इसके साथ ही व्याकरण, वर्तनी, रचना और गुणवत्ता में जो गिरावट आई है वह
निराशाजनक है। हालाँकि मुखपृष्ठ और उससे जुड़े लेखों पर अभी तक इनकी सही
देखभाल होती रही है पर संवाद पृष्ठों, नए बनते हुए लेखों और चौपाल देखकर
इस बात को समझा जा सकता है कि जैसे-जैसे यहाँ लोगों की भीड़ बढ़ेगी
हिन्दी विकिपीडिया का कैसा रूप सामने आएगा।
विशेष कारण यह है कि विकिपीडिया में काम
करने वाले ९९ प्रतिशत लोग ऐसे है जो दसवीं कक्षा के बाद शायद ही कभी
हिंदी पढ़ते, लिखते या बोलते हैं। वे ही वहाँ प्रबंधक और विकिपीडिया के
भाग्य विधाता हैं। वे हिंदी को अपनी मातृभाषा
तो कहते हैं लेकिन हिंदी के प्रति उनका व्यवहार रास्ते की भिखारिन जैसा
ही होता है। लेख लिखते हैं मानो भीख दे रहे हों और जाते जाते ऐसे ठोकर
मारते चलते हैं कि कभी शब्दों की वर्तनियाँ टूटती हैं तो कभी व्याकरण की
धज्जियाँ उड़ जाती हैं। हाल इतना बुरा है कि 'भी'
की जगह 'भि'
सामान्य बात है और 'कि'
में बड़ी ई की मात्रा कब लगती है और छोटी इ की कब वह शायद ही कोई जानता
है। सही हिंदी नाम से एक पन्ना बना होने के बावजूद सही हिंदी लिखने पर
आग्रह बहुत कम है। बार-बार समझाने और वर्तनी के निर्देश दिए जाने पर वे
उसका पालन नहीं करते और सही चीज़ों के विरोध में आक्रोश प्रकट
करते है। अक्सर सोचती हूँ कि इसके क्या कारण हो सकते हैं।
-
पहला तो यह कि हिंदी से
प्रेम करने वाले लोगों में आगे पहुँचने की ऐसी हड़बड़ी है कि वे गति के
सामने गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देना चाहते।
-
दूसरे हमने अपनी शिक्षा
पद्धति में एक पूरी पीढ़ी ऐसी खड़ी की है जो न सही हिंदी लिख सकती है न
बोल सकती है। हिंगलिश से ग्रस्त ऐसे लोगों का हिंदी प्रेम उन्हें कहीं
ले नहीं जाता। वे हिंदी का भला करने के स्थान पर वे उसकी छिंदी ही करते
हैं।
-
सरकारी संस्थानों द्वारा
हिंदी में जो साहित्य वेब पर लिखा जा रहा है उसका स्तर दयनीय है। आमजन
वहीं से कॉपी करते हैं और गलत सीखते हैं। व्यक्तिगत ब्लॉगों में
व्यक्तिगत बातों, कविता, कहानियों और राजनैतिक आक्रोश से आगे बढ़कर कुछ
लिखने का प्रयत्न बहुत कम किया जाता है। अपने नगर के इतिहास, भूगोल,
संस्कृति, प्रमुख लोगों का परिचय देते हुए सारगर्भित ब्लॉग शायद ही
किसी ने बनाए हैं। इनके अभाव में हिंदी संदर्भों का विकिपीडिया में
आकाल रहता है।
-
सही हिंदी लिखने वालों
की कमी के कारण हिंदी लेख लिखने का एक नया तरीका खोजा गया है। जिसमें
अँग्रेज़ी के लेखों को गूगल के अनुवादक में डालकर निकाला जाता है।
जितना समझ में आया ठीक किया जाता है और अंग्रेज़ी के संदर्भों के साथ
ही चिपका दिया जाता है।
कुल मिला कर यह कि अगर आप
सही हिंदी लिखना जानते हैं, यूनिकोड में टाइप कर लेते हैं, कोई नियमित
चिट्ठा लिखने का अनुभव रखते हैं या अच्छी हिंदी जानने के बावजूद अभी तक
अँग्रेज़ी विकिपीडिया में लगे हुए हैं तो हिंदी विकिपीडिया के विकास की
दिशा में लगें, वहाँ आपकी आवश्यकता है। एक बात और... विकिपीडिया को खोलें
ध्यान से पढ़े... कुछ समय वहाँ बिताएँ.. ठीक से समझें और तब लिखें।
अन्यथा हो सकता है कि जल्दबाज़ी में कोई महत्त्वपूर्ण लेख गलत स्थान पर
लिख जाय और मेहनतभरा योगदान हटाने योग्य श्रेणी में चला जाए। यह भी ध्यान
रखना चाहिए कि विकिपीडिया एक विश्वकोश है और यहाँ महत्त्वपूर्ण
जानकारियाँ ही लिखनी चाहिए। आपके शहर के प्रमुख दर्शनीय स्थल या शिक्षा
संस्थाएँ विकिपीडिया की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण हैं।
पूर्णिमा वर्मन
२० अप्रैल २००९
|