यूनिकोड टाइपिंग की शुरुआत करते समय यह परेशानी महसूस होती है कि किस कुंजीपट का
प्रयोग किया जाए। अगर लिनक्स या विंडोज़ के डिफ़ॉल्ट हिंदी की मैप (इनस्क्रिप्ट) पर
थोड़ी-सी भी गहरी नज़र डालें तो हमें मज़ेदार बात पता
चलेगी, जो कि इस हिंदी कुंजी
पट को बिना किसी परेशानी के इस्तेमाल में, तथा इसे सीखने में न सिर्फ़ सहायक होगी
बल्कि टच-टाइपिंग के रूप में महारत हासिल करने में भी आसानी होगी। साथ ही यह भी पता
चलेगा कि इसे किस वजह से इसे डिफॉल्ट रूप में रखा गया है (इनस्क्रिप्ट की एक और ख़ासियत है कि यदि यह आपको याद
हो जाए तो इस कुंजीपट से भारत की अन्य भाषाओं में भी आँख मूँदकर टाइप कर सकेंगे)।
इनस्क्रिप्ट कुंजीपट सामान्य
इनस्क्रिप्ट की मजेद़ार बात क्या है? ऊपर दिए गए चित्र को ध्यान से देखिए।
इनस्क्रिप्ट कुंजीपट शिफ्ट मोड में-
अब इसके शिफ्ट मोड को देखें। शिफ्ट मोड में अआ इई उऊ एऐ ओऔ हैं। इसे याद रखने की
ज़रूरत है भी? यह तो हमें पहले से ही याद है! अब आप अपने दाएँ हाथ की कुंजियों को
देखें। अगर आपने हिंदी व्यंजन पढ़ा है तो कख गघ पफ बभ तथ दध चछ जझ टठ डढ के समूह
बनाकर बहुत ही खूबसूरत तरीके से जमाया गया है। अगर आपको हिंदी व्यंजन का कखग याद है
तो इसे भी याद रखने की ज़रूरत नहीं।
इनस्क्रिप्ट कुंजीपट शिफ्ट + आल्ट सहित-
अब आपको कुछ विशेष अक्षर याद करने होंगे। ज्ञ के लिए ज् + ञ, क्ष के लिए क् + ष,
श्र के लिए श् + र, त्र के लिए त् + र याद रखना होगा, र क के सामने है, य सबसे
नीचे, और क्रमश: म, न, व, ल, स सबसे नीचे हैं। ञ ठ के ऊपर है तथा ह, श, ष को उनकी
उपयोगिता के आधार पर स्थान दिया गया है, जैसे कि ह बारंबार इस्तेमाल में आता है अत:
उसे ऊपर की पंक्ति में जगह दी गई है।
इनस्क्रिप्ट कुंजीपट शिफ्ट+कंट्रोल+आल्ट सहित-
तो, अगर आप अपने कुंजीपट रंगना नहीं भी चाहते हैं तो इस कुंजीपट के इन चित्रों को
प्रिंट कर अपने सामने रख लीजिए। एक बारगी ही सरसरी तौर पर देखने और थोड़ा-सा लॉजिक
लगाने पर कुंजीपट के अक्षर स्वयमेव याद होते चले जाएँगे।
आई एम इ और बोलनागरी
अब भी इनस्क्रिप्ट आपको आकर्षित नहीं करता? ठीक है, तो इसके लिए विंडोज़ में
आईएमई
है, जिसमें आपको तमाम तरह के पाँच-सात हिंदी के कुंजीपट मिलेंगे जिसमें फ़ोनेटिक भी
शामिल है और अगर उसमें भी मज़ा नहीं है तो विंडोज़ का ही
कुंजीपट परिवर्धक
प्रोग्राम से अपने हिंदी कुंजीपट को नया रूप दीजिए। लिनक्स के लिए भी विकल्प है -
इसका बोलनागरी कुंजीपट फ़ोनेटिक आधारित है तथा इसे इस प्रकार डिज़ाइन किया गया है
कि इसमें प्रोग्रामिंग के लिए आवश्यक अंग्रेज़ी के आम अक्षरों को भी खूबसूरती से
शामिल किया गया है।
ऑनलाइन औज़ार
इसमें भी आपको मज़ा नहीं आता तो लिनक्स के लिए हिंदी कुंजीपट परिवर्धक प्रोग्राम भी
है जिसका इस्तेमाल कर आप अपना स्वयं का हिंदी कुंजीपट तैयार कर सकते हैं। और, अब तो
तमाम तरह के ऑनलाइन औज़ारों जैसे हग,
यूनिनागरी (जिनमें से कुछ एक को आप ऑफ़लाइन
भी इस्तेमाल कर सकते हैं) इत्यादि फ़ोनेटिक हिंदी कुंजीपटों के ज़रिए आप ब्राउज़रों
के ज़रिए किसी भी प्लेटफ़ॉर्म पर (चाहे विंडोज़ हो, लिनक्स हो, मॅक हो या बीएसडी)
बिंदास हिंदी लिख सकते हैं - हाँ, काटने-चिपकाने का झमेला ज़रूर थोड़ा-सा रहेगा।
यहाँ तक कि आप सिर्फ़ माउस-क्लिक से भी हिंदी टाइप कर सकते हैं! उम्मीद है कि अब
आपको हिंदी लिखने में घंटों नहीं लगा करेंगे। इस विषय पर पहले भी बहुत कुछ लिखा जा
चुका है।
काम की कुछ कड़ियां -
http://raviratlami.blogspot.com/2005/01/blog-post_11.html
http://www.iitk.ac.in/kangal/papers/k2003004.pdf
http://pratibhaas.blogspot.com/2006/01/blog-post_25.htm
२४ जुलाई २००६
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