मेरा छाता
-पूर्णिमा वर्मन
१ सितंबर २००१
|
|
पीले रंग का मेरा छाता,
यह वर्षा से मुझे बचाता।
कड़ी धूप या रिमझिम पानी,
दोनों में है साथ निभाता।
पीले छाते की है साथी,
मेरी यह काली बरसाती।
खुद पानी से तर हो जाती,
लेकिन मुझको सदा बचाती।
इनके साथ मज़ा जीने का,
बारिश की बूँदें पीने का।
अच्छा लगता मुझको भाता,
पीले रंग का मेरा छाता। |