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							आस्ट्रेलिया जैसे बड़े देश की सैर का अर्थ है संपूर्ण 
							और व्यापक मनोरंजन। हम जितना सोचते हैं उससे कहीं 
							ज्यादा पाते हैं यहाँ। यहाँ का पानी सभी उम्र के लोगों 
							को सुविधाजनक मनोरंजन उपलब्ध कराता है। यहाँ के 
							नैसर्गिक और नवनिर्मित आकर्षण एक बार फिर से 
							ऑस्ट्रेलिया आने पर मज़बूर करते हैं। 
							 
							सिडनी का आकर्षण यहाँ का सिडनी ऑपरा हाउस है। यह 
							शिल्पकारी का अनोखा नमूना हैं। जिन ऐतिहासिक भवनों की 
							खूबसूरती को सबसे ज्यादा कैमरों ने कैद किया है, यह 
							ऑपरा हाउस उसमें से एक है। इसका अनावरण २० अक्तूबर 
							१९७३ को इलेज़बेथ द्वितीय के हाथों हुआ था। यहाँ 
							प्रसिद्ध कलाकारों के कार्यक्रम होते रहते हैं जो 
							पर्यटकों को खींच लाते हैं। बहुत पुरानी और दलदल वाली 
							
							जगह पर इसका निर्माण किया गया है। 
							 
							बेन्निलॉन्ग पॉइंट 
							नाम की इस जगह का नामकरण एक प्राचीन इन्सान के नाम पर 
							किया गया जिसने सबसे पहले अंग्रेजी भाषा सीखकर यहाँ के 
							आदिवासी और ब्रिटिश लोगों को जोड़ने का काम किया था।
							इसके निर्माण की एक रोचक कथा है। पूरी दुनिया से 
							आमंत्रित वास्तुकला के नमूनों में से डॅनिश वास्तुकार 
							जॉर्न उटज़न के नमूने को इस भवन के
							 लिये चुना गया। यह एक अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला माना गया 
							था जो न्यू साउथ 
							वेल्स सरकार ने १९५७
							में आयोजित किया था। 
							 
							उटज़न उस खुली 
							जगह से काफी प्रभावित हुआ था क्यों कि यहाँ बनी कोई भी 
							इमारत किसी भी कोने से देखी जा सकती थी। उसका मूल 
							डिज़ाइन इतना भारी भरकम था कि उसे अस्तित्व में उतारना 
							नामुमकिन लगने लगा। चार साल की भारी मेहनत के बाद उस 
							डिझाइन को नया आयाम दिया गया।  
							 
							अब इसे बनाने में मेहनत और पैसा, दोनों बचाये जा सकते 
							थे। यह ऑपरा हाउस चार साल में बनकर सामने आया, पर पूरा 
							होने में चौदह साल लगे और बनाने में ७ मिलियन डॉलर्स 
							लगे। यह खर्च ऑपेरा हाउस बन कर पूरा होने तक पंद्रह 
							गुना बढ़ गया। बनने में हो रही देरी की वजह से उटज़न ने 
							१९६६ में इस्तीफा दे दिया जिसके बाद ऑस्ट्रेलियन 
							आर्किटेक्ट ने उसे पूरा किया। आज यह इमारत लाखों लोगों 
							के आकर्षण का केन्द्र हैं। असल में यह एक संयुक्त जगह 
							है जहाँ एक हज़ार कमरे हैं जिसमें पाँच सभामंडप, सात 
							पूर्व प्रयोग तैयारियों के कमरे, रेस्तरां, दुकाने, 
							वाचनालय और एक ऐसा परिसर जो इन सभी को जोड़ता है। 
							अनभिज्ञ पर्यटक की आँखें यह सब देखकर चकाचौंध हो जाती 
							है। 
							 
							सारे मुख्य शहर जैसे पर्थ, एडिलेड के साथ ब्रिसबेन, 
							सिडनी, मेलबोर्न भी अपनी खासियतें लिये हुये हैं। 
							आस्ट्रेलिया में जनवरी से मार्च तक गर्मी रहती है। 
							इसलिये ठण्ड के प्रदेशों में रहनेवाले इन दिनों 
							ऑस्ट्रेलिया जाना पसंद करते हैं। बीच में मई से लेकर 
							सितंबर तक मौसम ठण्डा होने लगता है। अक्तूबर से दिसंबर 
							तक सुहावने मौसम में गरम प्रदेश में रहनेवाले लोग यहाँ 
							के मौसम का लुत्फ उठाते हैं। 
							 
							 क्वीनलैंड में स्क्यूबा डाइविंग द्वारा यहाँ पानी के 
							अन्दर की खूबसूरती देखी जा सकती है, जो बाकी जगहों के 
							मुकाबले यहाँ सस्ती है। यह भी कहा जाता है कि 
							ऑस्ट्रेलिया में व्यावसायिक स्क्यूबा डाइविंग कम खर्च 
							में सीखी जा सकती है। ग्रेट बॅरियर में दो हजार 
							किलोमीटर क्षेत्रफल में ऐसे अठ्ठाइसौ छोटे छोटे टापू 
							बने हैं जहाँ पानी में हर तरह के करतब किये जा सकते 
							हैं। स्क्यूबा डाइविंग के समय आप सागर के मनोरम 
							दृश्यों को कैमरे में सँजो सकते हैं। 
							 
							कॅनबेरा आस्ट्रेलिया की राजधानी है। तीस लाख से थोड़ी 
							ज्यादा जनसंख्या वाला यह शहर अपने आप में खूबसूरती की 
							मिसाल है। इसकी रचना सुनियोजित रूप से की गई है। 
							मेलबोर्न और सिडनी के बीच में बसा कॅनबेरा काफी 
							वाद–विवाद के बाद ऑस्ट्रेलिया की राजधानी बन पाया। 
							यहाँ की स्थानीय भाषा में कैनबरा का अर्थ है मिलन 
							स्थल। इसकी स्थापना १२ मार्च १९१३ को हुई थी। यहाँ सिडनी से कार से तीन घंटे में या हवाई जहाज से 
							पैंतालिस मिनट में पहुँच सकते हैं। यहाँ उपवनों, 
							पार्कों, झाड़ियों और वृक्षों की भरमार है। इमारतों की 
							रचनाएँ और बनावट देखते ही बनती है। घूमने के लिये यहाँ 
							भव्य इमारतें, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, ३०० से अधिक 
							रेस्तरां हैं।  
							
							शहर में घूमने के लिए बस ट्राम की 
							सुविधा है। कैनेबरा के दर्शनीय स्थलों में से प्रमुख 
							हैं- ब्लैक माउंटेन, आस्ट्रेलिया वार मैमोरियल, नेशनल 
							फिल्म एंड साउंड आर्काइव्स, नेशनल गैलरी ऑफ 
							आस्ट्रेलिया, राष्ट्रीय संग्रहालय, राष्ट्रीय 
							पुस्तकालय, राष्ट्रीय विज्ञान केन्द्र, नेशनल 
							बोटेनिकल गार्डेन, टेल्सट्रा टावर तथा संसद भवन। 
							कैनेबरा का प्रमुख बाजार है सिटी सेंटर।  सिटी 
							सेन्टर से ५ किमी की दूरी पर ट्रेल्सट्रा टावर स्थित 
							है। यहाँ से पर्यटक कैनबरा को किसी भी समय ३६० डिग्री 
							कोण से देख सकते है। इस टावर से संसद भवन तथा कोर्क 
							ट्री की खेती का अदभूत नजारा दिखाई देता है। यहाँ पर 
							एक रेस्टोरेंट भी है जहाँ खाने-पीने का मजा लिया जा 
							सकता है। 
							 
							
							 मेलबोर्न 
							शहर खास तौर पर अपनी खेल प्रतियोगिताओं के लिये 
							प्रसिद्ध है। यहाँ के निवासी अपने जीवन को उसी हिसाब से 
							ढाले हुए हैं। गर्मियों में क्रिकेट और टेनिस का मौसम, 
							तथा फॉरमुला कार रेस शरद ऋतु में। साथ ही वसन्त ऋतु में 
							घुड़दौड़ का मेलबोर्न कप। अन्य देशों से एकदम उलटा मौसम 
							ऑस्ट्रेलिया का रहता है। जैसे कि यहाँ की गर्मी में 
							वहाँ ठण्ड और वहाँ गर्मी तो इधर ठण्ड। वसन्त ऋतु में 
							रंगबिरंगे खिलते फूल ऑस्ट्रेलिया की खूबसूरती में चार 
							चाँद लगा देते हैं। 
							वसन्त ऋतु में होने वाली रेस के 
							समय ५०० कि.मि. के क्षेत्रफल में फैले मेलबोर्न में कई 
							महत्वपूर्ण रेसें होती हैं। जब यह घोड़े रेस में दौड़ने 
							के लिये शहर में प्रवेश करते हैं तो पिकनिक, नृत्य 
							कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों, खाने पीने के सामानों के 
							जैसे मेले लग जाते हैं। फैशन शो और बाकी मनोरंजन के 
							लिये काफी कार्यक्रमों का आयोजन होता है। जिस समय 
							मेलबोर्न कप का आयोजन होता है, उस समय तक पूरे 
							आस्ट्रेलिया को इस रेस के बुखार ने घेर लिया होता है। 
							 
							स्टेट ऑफ व्हिक्टोरिया, मेलबोर्न में इस दिन छुट्टी 
							घोषित की जाती है लेकिन पूरे ऑस्ट्रेलिया देश के लोगों 
							की दुनिया उस दिन इस रेस को देखने या सुनने तक सीमित 
							रहती है। इस रेस को देखने दुनिया के सभी स्तर के लोग 
							राजनीतिक नेता, प्रसार माध्यम के लोग, रेस देखनेवाले 
							शौकीन, फैशन की दुनिया के लोग यहाँ एकत्रित होते हैं। 
							मेलबोर्न का यह आनन्दोत्सव रंगारंग कार्यक्रमों से भरा 
							रहता है। सारा शहर चमकता–दमकता है। 
							 
							कहते 
							हैं कि पर्थ दुनिया का ऐसा शहर है जिसपर सूरज की रोशनी 
							सबसे ज्यादा पड़ती है। पश्चिमी आस्ट्रेलिया में यह शहर 
							बाकी ऑस्ट्रेलियायी शहरों से अलग थलग है। दूसरे किसी 
							शहर से यह करीब दो हज़ार किलोमीटर दूर है। यह सिडनी या 
							मेलबोर्न के मुकाबले इंडोनेशिया के नज़दीक है। लेकिन जब 
							हम पर्थ में उतरते हैं तो ऐसा महसूस नहीं होता की यह 
							धरती का आखरी छोर है। इस साफ–सुथरे और आधुनिक शहर में 
							घूमने और देखने के लिये निकलो तो दिन का पता नहीं 
							चलता।  
							 
							 प्राणी संग्रहालय में स्वच्छंद विचरण करते गेंडे., 
							जिराफ, कांगारू मन को मोह लेते हैं। मत्स्यालय में सौ 
							से भी ज्यादा तरह की मछलियाँ अपने खूबसूरत रंगों से 
							आकर्षित किये बिना नहीं रहती।  
							
							आस्ट्रेलिया अपने खुशनुमा मौसम, प्रासंगिक पार्कों, 
							अनोखे जंगल, संग्रहालयों और बढ़िया खाने के साथ साथ 
							खरीदारी के लिये भी प्रसिद्ध है। यहाँ आनेवाला हर 
							पर्यटक खरीदारी को बहुत महत्व देता है। फैशन के कपड़े, 
							घरेलू सामान, बहुमूल्य रत्न और बाकी अनोखी चीजों का 
							भंडार यहाँ आप पा सकते हैं। ऑस्ट्रेलियाई लोग खूब 
							खातिरदारी करके यहाँ आनेवाले प्रवासियों को लुभाते 
							हैं, यहाँ तक कि सारे दिन की खरीदारी के बाद आपका समान 
							आपके होटल तक पहुँचाने का जिम्मा भी लेते हैं। ऐसी 
							सुविधाएँ दुनियाके किसी भी कोने में मिलना मुश्किल 
							हैं। 
							
							२४ मई 
							२००३ 
       
                          
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