प्रथम दिवस आवरणों पर पलाश
—पूर्णिमा
वर्मन
भारत के डाक तार विभाग द्वारा १
सितंबर १९८१ को पुष्पित वृक्ष नामक चार फूलदार वृक्षों
के चित्रों वाली शृंखला जारी की गई थी। इसमें पलाश को भी स्थान
मिला था। अन्य तीन चित्र वरना, अमलतास और पलाश के हैं। के इसके
साथ एक प्रथम दिवस आवरण भी प्रकाशित किया गया था जिस पर बाईं
और छोटा छोटा हिंदी में प्रथम दिवस आवरण और अंग्रेजी फर्स्ट डे
कवर लिखा गया था। चित्र के नीचे पुष्पित वृक्ष हिंदी में तथा
फ्लावरिंग ट्रीज अंग्रेजी में लिखा था। इस कवर की डिजाइन
सुखमिंदर सिंह ने तैयार की थी और इस पर सबसे पहले मुहर अंकित
की थी चरंजीत लाल ने।
७
फरवरी २००८ को दिल्ली राज्य की डाकटिकट प्रदर्शनी के अवसर पर अंदमान
निकोबार की चार तितिलियों वाले चार टिकट प्रकाशित किये गए थे। इन चारों के
साथ चार प्रथम दिवस आवरण भी जारी हुए थे। इन प्रथम दिवस आवरणों में से एक
पर पलाश का चित्र देखा जा सकता है। इन विशेष आवरणों का विषय था दिल्ली के
वृक्ष और इन पर पलाश के अतिरिक्त चमरोद, बबूल और सफ़ेद कीकर के चित्रों को
स्थान मिला था। इस प्रथम दिवस आवरण में बायीं ओर के चित्र के नीचे हिंदी
में पलाश और उसके बाद अँग्रेजी में फ्लेम आफ द फारेस्ट लिखा है। नीचे की
पंक्ति में बीच में प्रकाशन वर्ष २००८ अंकित किया गया है तथा बाईं ओर हिंदी
व दाहिनी ओर अँग्रेजी में डाकियाना लिखा है। डाकियाना इस प्रदर्शनी का नाम
था।
उत्तराखंड
डाक विभाग द्वारा प्रकाशित एक २ रुपये ५० पैसे मूल्य वाला पोस्टकार्ड भी है
जिस पर अभय मिश्रा द्वारा खींची गई पलाश के फूलों की एक फोटो प्रकाशित की
गई है। इसके पीछे फ्लेम आफ फारेस्ट हिंदी व अँग्रेजी में लिखा गया है तथा
पते के स्थान पर उत्तराखंड पोस्टल सर्किल, इंडिया पोस्ट का वेब पता और उसके
नीचे फोटोग्राफर का नाम अंकित किया गया है।
इसके प्रकाशन की तिथि का पता नहीं चलता लेकिन
इस पर १ सितंबर १९८१ को प्रकाशित फूलों वाली शृंखला का पलाश वाला डाक-टिकट
लगा हुआ है।
२० जून २०११ |