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                        रसोई है घर का दिल जहाँ सिंक, 
                        कुकिंग रेंज और रेफ्रिजरेटर मिल कर एक त्रिकोण बनाते हैं। 
                        खाना पकाने के मसाले, दाल और राशन चूल्हे के नीचे वाले 
                        शेल्फ में रखें। मसाले नमक चीनी कॉफ़ी चाय ऊपर वाले शेल्फ 
                        में रखना आरामदेह होता है क्यों कि इनकी बार-बार ज़रूरत 
                        पड़ती है और ऊपर के शेल्फ़ से सामान बिना झुके निकाला जा 
                        सकता है। करछुल, संडासी और खाना 
                        पकाने के चमचे चूल्हे और स्टोव के नीचे या दाहिनी दराज़ 
                        में रखें या गैस के ऊपर टाँगने की जगह पर लटका दें। 
                        बिस्कुट, नमकीन या अन्य नाश्ते के सामान एक शेल्फ़ में एक 
                        साथ एक जगह रखें। 
                         सफ़ाई 
                        का सारा सामान बर्तन धोने का साबुन, सर्फ, पोंछने का 
                        कपड़ा, ब्रश को सिंक के नीचे रख सकते हैं। ब्रश, स्टीलवूल, 
                        स्पंज, वाइपर तरह तरह की घर की सफ़ाई के स्प्रे, लिक्विड 
                        सोप और इससे मिलते जुलते सामान एक साथ एक जगह रखें। सिंक 
                        के नीचे कूड़े की टोकरी के साथ इन्हें जगह मिल सकती है। जिन इलेक्ट्रोनिक मशीनों 
                        की आवश्यकता रोज़ नहीं होती उन्हें भी किचन स्लेब से हटा 
                        कर जहाँ इन मशीनों को इस्तेमाल करने का प्लग है उसी स्लैव 
                        के नीचे के किसी शेल्फ़ में रख दें। जो मशीनें अकसर काम 
                        आती हैं उन्हें ऊपर के शेल्फ़ में। इससे काम करने में समय 
                        की बचत होती है। पीने का पानी को उस कोने में रखें जो खाना 
                        खाने के कमरे के पास हो। 
 पुराने बर्तनों जो टूट गए हैं या भविष्य में जिनके काम आने 
                        की संभावना न हो उन्हें हटा दें। ये बिना वजह किचन में जगह 
                        लेते हैं। इसके लिए आप एक प्रयोग 
                        कर सकते हैं- किचन से सभी बर्तनों को निकाल कर एक खाली 
                        कार्टन में डाल दें। फिर जब जिस बर्तन की ज़रूरत 
                        हो उसे कार्टन से निकाल कर किचन की अलमारी में रख दें। इस 
                        तरह से आपकी ज़रूरत के बर्तन अपनी 
                        जगह पर पहुँचते रहेंगे। चार हफ्ते बाद कार्टन में जो बर्तन 
                        अभी भी पड़ा है तो समझिए वो आपके 
                        काम का नहीं है, उसे अब घर से निकालने का इंतज़ाम करना है।
 कभी-कभी 
                        कुछ बर्तन इसलिए ख़रीदे जाते हैं 
                        कि वे बहुत सुंदर होते हैं। इनका रोज़ इस्तेमाल नहीं होता 
                        ना ही इन्हें फेंकने का मन होता है। इन बर्तनों को रसोई की 
                        सजावट में में इस्तेमाल किया जा सकता है। बड़े बड़े 
                        बर्तनों को ऊपर शेल्फ़ पर सजाया जा सकता है और कुछ बर्तनों 
                        को सुंदरता से दीवार पर लटकाया जा सकता है। सुंदर ट्रे और 
                        प्लेटें किसी स्टैंड पर रखी जा सकती हैं। पुराने सामान के साथ मोह 
                        रखना भी सिरदर्द बन जाता है। सेल में मिल रहे सामान को 
                        ज़रूरत से ज़्यादा ख़रीदना भी एक ग़लत आदत है। यह सामान 
                        बहुत दिनों तक किचन में अनछुआ ही रहता है और इस आदत से बजट 
                        भी बिगड़ता है। रसोई में अच्छी गुणवत्ता के हवाबंद डिब्बों 
                        का इस्तेमाल करना अच्छा रहता है, ये दिखने में तो अच्छे 
                        लगते ही हैं और इनमें सामान भी सुरक्षित रहता है। इसके 
                        अलावा फ्रिज में भी ये एयर टाइट डिब्बे सही रहते हैं। 
                        लिफ़ाफ़ों में सामान रखने की आदत पर तुरंत लगाम लगाएँ। 
                        इससे अलमारियाँ साफ़ रहती हैं और कीड़ों को पनपने का अवसर 
                        नहीं मिलता।  फ्रिज की सफ़ाई 
                        तथा व्यवस्था के लिए इसमें ज़्यादा माल एकत्रित न होने 
                        दें। यदि हफ्ते भर की सब्जियाँ एकसाथ खरीदनी हैं तो गिन कर 
                        पाँच सब्जियाँ ही खरीदें। यदि खाना बच जाता है तो अगले दिन 
                        ही उसका निबटारा कर दें अन्यथा यह अगले बहुत दिनों तक अपनी 
                        जगह नहीं छोड़ेगा। थोड़ी-थोड़ी बची 
                        सब्जियों को चावल में तड़का देकर पुलाव बनाया जा सकता हैं 
                        या भरवाँ पराठे और सेंडविच।  फ्रिज में रखे सामान को 
                        समय रहते अच्छी तरह से उपयोग में लाकर खतम कर देना भी एक 
                        कला है। टिन, सॉस, जूस, मक्खन, मायोनेज़ इत्यादि के खराब 
                        होने की तारीख ध्यान में रखें। इसी प्रकार सलाद की 
                        सब्जियाँ तथा पकाने वाली सब्जियों को भी अलग-अलग 
                        जगह रख सकते हैं। ब्रेड को ब्रेड बाक्स में रखें। जिन 
                        चीज़ों की खपत घर में कम होती है या जिसे घर के अन्य सदस्य 
                        ज़रा कम पसंद करते हों उसे कम मात्रा में ही खरीदें।
                         फ़र्श के साथ-साथ, 
                        दीवारों की सफ़ाई चूल्हे के ऊपर के टाइल्स की सफाई रोज़ 
                        करनी है या हफ़्ते में एक बार या महीने में उसका ध्यान 
                        रखें। अगर ज़्यादा खाना बनता है और 
                        कई बार चूल्हा और सिंक इस्तेमाल होते हैं तो बहुत दिनों तक 
                        सफ़ाई का इंतज़ार करना ठीक नहीं है। ज़रा-सा 
                        गंदा होते ही सफ़ाई का इंतज़ाम कर देना ठीक रहता है। गैस 
                        या इलेक्ट्रिक कुकर पर गिरे हुए सामान को तुरंत साफ़ कर 
                        देना ठीक है। अवन और माइक्रोवेव की भीतरी सफ़ाई के लिए 
                        विशेष प्रकार के सफ़ाई स्प्रे का प्रयोग किया जा सकता है। रसोई के किसी शेल्फ या 
                        दराज़ का एक कोना अलग तरह के तौलियों और झाड़नों का बनाना 
                        ज़रूरी है। हाथ पोछने की तौलिया, गरम पतीलों को उतारने के 
                        झाड़न और अलग-अलग काम में आने वाले 
                        छोटे तौलिए, रोटी के डिब्बे का नैपकिन आदि यहाँ साफ़ सुथरे 
                        और धुले हुए रखे रहना चाहिए। गंदे नैपकिन सिंक के नीचे 
                        वाले हिस्से में तहा कर रखे जा सकते हैं इन्हें हर हफ़्ते 
                        धो डालने से सप्ताह आराम से कटता है।  रसोई में कुछ सामान ऐसे 
                        होते हैं जिनके खतम हो जाने पर दूसरा लाने का इंतज़ार करना 
                        मुश्किल होता है। जैसे- अल्युमिन्यम फॉयल, क्लिंग फ़िल्म, 
                        पेपर नैपकिन, नमक, चीनी इत्यादि। इनका एक-एक 
                        डिब्बा पहले से लाकर किसी अलग जगह रख दिया जाय तो बहुत 
                        सहूलियत रहती है। रसोई के किसी कोने का एक बड़ा शेल्फ़ 
                        जिसे खजाना कहा जा सकता है वहाँ इन्हें रख देना चाहिए ताकि 
                        ज़रूरत पड़ने पर निकाला जा सके। फ्रिज के ऊपर रंग बिरंगे 
                        कलात्मक चुंबकों का बहुत महत्व है। इन चुंबकों में अलग-अलग 
                        सूचियाँ लगाई जा सकती हैं जैसे ख़रीदारी 
                        की सूची, हफ़्ते का मेन्यू, अतिथियों के आने का दिन, 
                        नौकरानी के लिए निर्देश या परिवार के किसी सदस्य के लिए 
                        जन्मदिन संदेश। खरीदारी की सूची बहुत काम की चीज़ है। यह 
                        दैनिक खरीद की तो हमें याद दिलाती ही हैं रसोई के ख़ज़ाने 
                        को व्यवस्थित करने में भी मदद करती है। जिस दिन ख़ज़ाने से 
                        सामान निकाला जाय उसी दिन उसे सूची में दर्ज़ 
                        कर दिया जाए। अगली खरीदारी के समय उसे लाकर ख़ज़ाने में जमा 
                        कर दिया जाए।  |