मुखपृष्ठ

पुरालेख-तिथि-अनुसार -पुरालेख-विषयानुसार -हिंदी-लिंक -हमारे-लेखक -लेखकों से


कलम गही नहिं हाथ

 

 

 

रईसी की ऐसी की तैसी

रईसी को संसार में बड़ी प्रतिष्ठा प्राप्त है। इसलिये कुछ लोग रईस बनने की धुन में लगे रहते हैं और बाकी रईसी को बढाने की धुन में। कुछ लोग रईसी से सुविधाएँ पालते हैं तो कुछ दिखावा करते हैं, कुछ परोपकार में लगते हैं तो कुछ घूमने-घामने में। लेकिन क्या आपने किसी को रईसी की ऐसी की तैसी करते देखा है? ऐसी-तैसी यानि ऐसा खर्च जिसके बारे में आपके दिमाग में कभी घंटी तक न बजी हो...


३- जगमग मर्सिडीज

दुबई में मर्सिडीज बेंज कार कोई मुड़ मुड़कर देखने की चीज नहीं। ढेरों हैं और लोगों में उनके प्रति कोई विशेष उत्सुकता नहीं प्रतीत होती। लेकिन ये मर्सिडीज? अगर एक बार आपकी नजर पड़ गयी तो देखते रह जाएँगे, आँखें ठहर जाएँगी, आप मुड़ना भूल जाएँगे। इसकी चमक आपको स्तब्ध कर देगी। क्या आप जानना चाहेंगे कि यह कार किसकी है और इसकी खासियत क्या है? स्पष्ट है कि जिसके पास भी यह कार है वह सबसे अमीर जीवित बंदों में से एक है। तो आप समझ सकते हैं कि सऊदी राजकुमार अल-वलीद बिन तलाल बिन अब्दुल-अजीज हीरे से सजी इस कार के मालिक हैं और वे फोर्ब्स के अनुसार दुनिया के शीर्ष दस सबसे अमीर लोगों में से एक हैं। हीरे से जड़ित इस मर्सिडीज की कीमत उनके लिये विशेष रूप से मात्र ४८ लाख डॉलर रखी गयी थी और इसमें ३,०००,००० से अधिक हीरे हैं।




४- फोन देना जरा
नोकिया को आजकल पूछता ही कौन है एपल और सैमसुंग के आगे... अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो आपकी सोच गलत है। इस फोन को माँगकर देखें कोई देने वाला नहीं। ध्यान से देखें प्रत्येक डिवाइस के सामने एक नंबर दिखाई दे रहा है। इसको फ़ोन नंबर न समझें, ये फोन का मूल्य है। मूल्य भी रुपयों में नहीं बल्कि दिरहम में यानि रुपये से बीस गुना। ऐसा इसलिये है क्योंकि ये नोकिया फोन सोने से बने हैं। सोना भी सामान्य नहीं बल्कि रंगीनदेख रहे हैं आप? पीला, सफेद और ताँबई जिसे रोज गोल्ड भी कहते हैं। ये केवल देखने के लिये नहीं हैं, सचमुच में काम करते हैं। मुझे किसी ने बताया कि नोकिया ने हीरे जड़े फोन भी बनाए हैं। ये सोने जड़े फोन खरीदने वाले जब अपना फोन अपडेट करेंगे तो शायद हीरे जड़े फोन लेंगे। तो क्या आज हीरे वाले नोकिया के बारे में भी बता दूँ? पर... जाने दें, उसके बारे में फिर कभी, अभी तो रईसी की इतनी ऐसी-तैसी ही काफी है...

पूर्णिमा वर्मन
१ फरवरी २०२२

bullet

 पुराने आलेखों के लिये यहाँ क्लिक करें

1

1
मुखपृष्ठ पुरालेख तिथि अनुसार । पुरालेख विषयानुसार । अपनी प्रतिक्रिया  लिखें / पढ़े
1
1

© सर्वाधिका सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक
सोमवार को परिवर्धित होती है।