मुखपृष्ठ

पुरालेख-तिथि-अनुसार -पुरालेख-विषयानुसार -हिंदी-लिंक -हमारे-लेखक -लेखकों से



 

नवांकुर पुरस्कार - २०१८

अभिव्यक्ति विश्वम का नवांकुर पुरस्कार प्रतिवर्ष उस रचनाकार के पहले नवगीत-संग्रह की पांडुलिपि को दिया जाता है, जिसने अनुभूति और नवगीत की पाठशाला से जुड़कर नवगीत के अंतरराष्ट्रीय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हो। पुरस्कार में ११,००० भारतीय रुपये, एक स्मृति चिह्न और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये जाते हैं। यह पुरस्कार नवगीत महोत्सव के वार्षिक आयोजन में वरिष्ठ नवगीतकारों की उपस्थिति में प्रदान किया जाता है।

bullet

इस बार २०१८ के लिये रविशंकर मिश्र रवि को उनके नवगीत संग्रह ''संदर्भों से कटकर'' की पांडुलिपि के लिये नवांकुर पुरस्कार से अलंकृत किये जाने का निर्णय लिया गया है। हम अभिव्यक्ति विश्वम परिवार की ओर से रविशंकर मिश्र रवि की रचनात्मकता और सहयोग का अभिनंदन करते हैं और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।

यह पुरस्कार वर्ष २०११ से प्रारंभ किया गया था। पिछले सात वर्षों में इससे क्रमशः कल्पना रामानी को उनके नवगीत संग्रह ''हौसलों के पंख'', अवनीश सिंह चौहान को उनके नवगीत संग्रह ''टुकड़ा कागज का'', रोहित रूसिया को उनके नवगीत संग्रह ''नदी की धार सी संवेदनाएँ'', ओमप्रकाश तिवारी को उनके नवगीत संग्रह ''खिड़कियाँ खोलो'', आचार्य संजीव वर्मा सलिल के नवगीत संग्रह ''सड़क पर'', संध्या सिंह के नवगीत संग्रह ''मौन की झंकार'' तथा शुभम श्रीवास्तव ओम के नवगीत संग्रह ''फिर उठेगा शोर एक दिन'' की पांडुलिपि को सम्मानित किया जा चुका है।

पूर्णिमा वर्मन
(टीम अभिव्यक्ति की ओर से)
१५ अगस्त २०१८

1

1
मुखपृष्ठ पुरालेख तिथि अनुसार । पुरालेख विषयानुसार । अपनी प्रतिक्रिया  लिखें / पढ़े
1
1

© सर्वाधिका सुरक्षित
"अभिव्यक्ति" व्यक्तिगत अभिरुचि की अव्यवसायिक साहित्यिक पत्रिका है। इस में प्रकाशित सभी रचनाओं के सर्वाधिकार संबंधित लेखकों अथवा प्रकाशकों के पास सुरक्षित हैं। लेखक अथवा प्रकाशक की लिखित स्वीकृति के बिना इनके किसी भी अंश के पुनर्प्रकाशन की अनुमति नहीं है। यह पत्रिका प्रत्येक
सोमवार को परिवर्धित होती है।