आज हमने
राम-नवमी मनाई। इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था, इसलिये
इस दिन को उत्सव की तरह मनाते हैं। सुबह घर में पूजा हुई,
हमने मिठाई खाई और सबको बाँटी।
शाम को
हम मंदिर गए। मंदिर के एक बड़े कमरे में मंच बना था। यह
मंच सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिये था। मंच के पीछे दीवार
पर भगवान राम की तस्वीर लगी थी। कहानी, नाटक, कविता, गीत,
भजन- बहुत से सुंदर कार्यक्रम हुए। मैंने और गीतू ने एक भजन
सुनाया - श्रीराम चंद्र कृपालु भजमन। भजन सबको बहुत पसंद
आया। दर्शकों ने खूब तालियाँ बजाईं। भजन हमने संगीत वाले
गुरुजी से सीखा था।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद एक फिल्म दिखाई गई। फिल्म रामायण पर आधारित थी।
रामायण एक किताब है और इसमें भगवान राम की कहानी है। फिल्म
के बाद मंदिर में आरती हुई और हम प्रसाद लेकर घर लौटे।
राम-नवमी का दिन अच्छा रहा।
- पूर्णिमा वर्मन |